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    प्यार की दुनिया में कैसे शुरू हुआ Love letters का चलन, इस Valentine's जानें इससे जुड़ी दिलचस्प बातें

    Love letters यानी प्रेम पत्र लंबे समय से लोगों की भावनाओं को व्यक्त करने का एक खास तरीका रहे हैं। ये सिर्फ प्यार का इजहार नहीं करते बल्कि दो लोगों के बीच के रिश्ते को भी मजबूत बनाते हैं। आजकल भले ही टेक्नोलॉजी ने चीजों को बदल दिया है लेकिन लव लेटर्स का महत्व अभी भी कम नहीं हुआ है। आइए Valentines के मौके पर जानते हैं इसका इतिहास।

    By Nikhil Pawar Edited By: Nikhil Pawar Updated: Sun, 09 Feb 2025 03:57 PM (IST)
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    कब से शुरू हुआ वैलेंटाइन डे का जश्न? जानें (Image Source: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। प्यार, एक ऐसा शब्द जो मानवीय भावनाओं की गहराई को छूता है, सदियों से मनुष्य के जीवन का अहम हिस्सा रहा है। प्यार को व्यक्त करने के तरीके समय के साथ बदलते रहे हैं, लेकिन एक चीज जो हमेशा से स्थिर रही है, वह है Love letters का चलन।

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    लव लेटर्स यानी प्रेम पत्र, जो दो दिलों के बीच की भावनाओं को शब्दों में पिरोकर एक दूसरे तक पहुंचाते हैं। यह प्रथा आज भी उतनी ही प्रासंगिक है, जितनी सदियों पहले थी। आइए, इस Valentine's जानते हैं कि कैसे शुरू हुआ लव लेटर्स का चलन और इससे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें।

    लव लेटर्स का ऐतिहासिक सफर

    लव लेटर्स का इतिहास काफी पुराना है। प्राचीन काल से ही लोग अपने प्रेम को शब्दों में व्यक्त करते आए हैं। मिस्र, ग्रीस और रोम जैसी प्राचीन सभ्यताओं में भी प्रेम पत्र लिखने की परंपरा थी। मिस्र के फैरो और रानियों के बीच लिखे गए पत्र आज भी इतिहास के पन्नों में सुरक्षित हैं। ग्रीस में दार्शनिक प्लेटो ने भी अपने प्रेम पत्रों के माध्यम से प्रेम और दर्शन को जोड़ा। रोमन साम्राज्य में तो प्रेम पत्र लिखने की कला को एक उच्च स्तर पर पहुंचा दिया गया था। रोमन कवि ओविड ने अपनी पुस्तक "आर्स अमाटोरिया" (प्रेम की कला) में प्रेम पत्र लिखने के तरीके बताए थे।

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    मध्यकाल में भी लव लेटर्स का चलन जारी रहा। इस दौरान शूरवीर और राजा-महाराजा अपनी प्रेमिकाओं को पत्र लिखकर अपने प्रेम का इजहार करते थे। यह पत्र अक्सर कविताओं और गीतों के रूप में होते थे, जो प्रेम की गहराई को और भी सुंदर ढंग से व्यक्त करते थे। यूरोप में रोमांटिक प्रेम की अवधारणा ने लव लेटर्स को और भी लोकप्रिय बना दिया। इस दौरान लिखे गए प्रेम पत्र आज भी साहित्य और इतिहास की धरोहर माने जाते हैं।

    भारत में लव लेटर्स की परंपरा

    भारत में भी लव लेटर्स की परंपरा काफी पुरानी है। प्राचीन भारतीय साहित्य में प्रेम पत्रों का उल्लेख मिलता है। संस्कृत कवियों ने अपनी रचनाओं में प्रेम पत्रों को विशेष स्थान दिया है। कालिदास के "मेघदूत" को एक प्रेम पत्र के रूप में देखा जा सकता है, जिसमें यक्ष अपनी प्रेमिका को बादल के माध्यम से संदेश भेजता है। मध्यकालीन भारत में भी प्रेम पत्र लिखने की परंपरा थी। मुगल बादशाहों और उनकी बेगमों के बीच लिखे गए पत्र आज भी इतिहास के गवाह हैं।

    भारतीय समाज में प्रेम पत्र लिखने की परंपरा आधुनिक काल में भी जारी रही। 19वीं और 20वीं सदी में जब अंग्रेजी शिक्षा का प्रसार हुआ, तो लोगों ने अंग्रेजी में भी प्रेम पत्र लिखना शुरू किया। इस दौरान कई प्रसिद्ध लेखकों और कवियों ने अपने प्रेम पत्रों के माध्यम से प्रेम की अभिव्यक्ति की। रवींद्रनाथ टैगोर, सरोजिनी नायडू और महात्मा गांधी जैसे महान व्यक्तियों के प्रेम पत्र आज भी प्रेरणा के स्रोत हैं।

    क्यों खास माने जाते हैं लव लेटर्स?

    लव लेटर्स का महत्व केवल प्रेम की अभिव्यक्ति तक ही सीमित नहीं है। यह एक ऐसा माध्यम है जो दो लोगों के बीच की भावनाओं को गहराई से जोड़ता है। एक प्रेम पत्र में लिखे गए शब्द सिर्फ शब्द नहीं होते, बल्कि वे दिल की गहराइयों से निकलने वाली भावनाएं होती हैं। यही कारण है कि लव लेटर्स को इतना खास माना जाता है।

    प्रेम पत्र लिखने की प्रक्रिया में व्यक्ति अपने मन की सभी भावनाओं को शब्दों में ढालता है। यह एक तरह से आत्मा की अभिव्यक्ति होती है। जब कोई व्यक्ति अपने प्रेमी या प्रेमिका को पत्र लिखता है, तो वह न केवल अपने प्रेम को व्यक्त करता है, बल्कि अपने विचारों, सपनों और भविष्य की योजनाओं को भी साझा करता है। इस तरह, लव लेटर्स दो लोगों के बीच एक गहरा भावनात्मक जुड़ाव बनाते हैं।

    आधुनिक युग में लव लेटर्स

    आधुनिक युग में तकनीक के विकास के साथ ही लव लेटर्स के स्वरूप में भी बदलाव आया है। आजकल लोग ईमेल, टेक्स्ट मैसेज और सोशल मीडिया के माध्यम से अपने प्रेम का इजहार करते हैं। हालांकि, इसके बावजूद हाथ से लिखे गए प्रेम पत्रों का महत्व कम नहीं हुआ है। आज भी कई लोग अपने प्रेमी या प्रेमिका को हाथ से लिखे पत्र भेजकर अपने प्यार को एक खास अंदाज में व्यक्त करते हैं।

    हाथ से लिखे गए प्रेम पत्रों की खास बात यह है कि वे एक तरह से व्यक्ति की मौजूदगी का एहसास दिलाते हैं। जब कोई व्यक्ति अपने हाथ से पत्र लिखता है, तो उसके हर शब्द में उसकी भावनाएं झलकती हैं। यही कारण है कि आज भी लोग हाथ से लिखे गए प्रेम पत्रों को ज्यादा महत्व देते हैं।

    Valentine's Day और लव लेटर्स

    Valentine's Day प्यार का त्योहार है और इस दिन लव लेटर्स का विशेष महत्व होता है। इस दिन लोग अपने प्रेमी या प्रेमिका को प्रेम पत्र लिखकर अपने प्यार का इजहार करते हैं। Valentine's Day पर लिखे गए प्रेम पत्रों में न केवल प्रेम की अभिव्यक्ति होती है, बल्कि यह एक तरह से दो लोगों के बीच की यादों और भविष्य की योजनाओं को भी दर्शाता है।

    वेलेंटाइन्स डे पर लव लेटर्स लिखने की परंपरा काफी पुरानी है। इस दिन लोग अपने प्रेम को शब्दों में पिरोकर एक दूसरे तक पहुंचाते हैं। यह पत्र न केवल प्रेम की अभिव्यक्ति होते हैं, बल्कि यह एक तरह से दो लोगों के बीच की भावनात्मक जुड़ाव को मजबूत करते हैं।

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