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    भारत ही नहीं, इन 8 देशों में भी बज रहा है हिंदी का डंका; बढ़ते क्रेज के पीछे हैं कई वजह

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 10:37 AM (IST)

    क्या आप जानते हैं कि हिंदी सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है? दुनिया के कई और देश हैं जहां हिंदी बोलने और समझने वाले लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है। आज हिंदी भाषा का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है और इसके पीछे कई वजहें हैं। यह सिर्फ एक भाषा नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति और सिनेमा का प्रभाव भी है जो इसे वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बना रहा है।

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    Hindi Diwas 2025: भारत के अलावा इन 8 देशों में भी बोली जाती है हिंदी (Image Source: Jagran)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हर साल 14 सितंबर को हम हिंदी दिवस मनाते हैं। यह वही दिन है जब 1949 में संविधान सभा ने हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में मान्यता दी थी। 1953 से यह दिन देशभर में आधिकारिक तौर पर मनाया जाने लगा। Hindi Diwas 2025 न सिर्फ हमारी मातृभाषा का सम्मान करने का अवसर है, बल्कि यह हमें याद दिलाता है कि यह भाषा भारत की सीमाओं से कहीं आगे तक अपनी छाप छोड़ चुकी है।

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    आज हिंदी विश्व की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है और लगभग 60 करोड़ लोग इसे बोलते हैं। यही कारण है कि विदेशों में बसे भारतीय समुदाय और वहां की स्थानीय संस्कृतियों में भी हिंदी की मिठास सुनाई देती है। आइए जानते हैं उन प्रमुख देशों के बारे में (Countries Where Hindi Is Spoken), जहां हिंदी अपनी पहचान बना चुकी है।

    अमेरिका

    अमेरिका में बसे भारतीयों ने हिंदी को जिंदा और लोकप्रिय बनाए रखा है। यहां लगभग 6 लाख से अधिक लोग हिंदी बोलते हैं। हालांकि, अंग्रेजी का दबदबा है, फिर भी घरों और सांस्कृतिक आयोजनों में हिंदी का इस्तेमाल आम है। अमेरिका में यह 11वीं सबसे लोकप्रिय भाषा मानी जाती है।

    ब्रिटेन

    ब्रिटेन में भारतीय प्रवासी बड़ी संख्या में रहते हैं। वहां हिंदी फिल्मों, टीवी और साहित्य के जरिए हिंदी ने अपनी अलग जगह बनाई है। भारतीय छात्रों और प्रवासियों की बढ़ती संख्या के साथ ही ब्रिटेन में हिंदी का इस्तेमाल लगातार बढ़ रहा है।

    कनाडा

    कनाडा में हिंदी भाषियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। खासकर टोरंटो और वैंकूवर जैसे बड़े शहरों में हिंदी बोलने वाले समुदाय सक्रिय हैं। यहां अंग्रेजी और फ्रेंच के साथ हिंदी ने भी अपनी जगह बना ली है।

    फिजी

    फिजी में हिंदी की स्थिति और भी खास है क्योंकि यहां इसे आधिकारिक भाषाओं में गिना जाता है। उत्तर भारत से आए लोगों ने फिजी में 'फिजियन हिंदी' को जन्म दिया, जो आज भी बड़ी संख्या में बोली जाती है। यहां जाकर आपको हिंदी बोलने वालों की कोई कमी नहीं मिलेगी।

    बांग्लादेश

    बांग्लादेश की आधिकारिक भाषा बांग्ला है, लेकिन यहां हिंदी बोलने और समझने वाले लोगों की कमी नहीं है। भारत से सांस्कृतिक और ऐतिहासिक जुड़ाव के कारण हिंदी यहां आसानी से स्वीकार की जाती है।

    पाकिस्तान

    भारत और पाकिस्तान के साझा इतिहास ने हिंदी को वहां भी जगह दी है। हालांकि, उर्दू और अंग्रेजी आधिकारिक भाषाएं हैं, लेकिन कई परिवार और समुदाय हिंदी भी बोल और समझ सकते हैं।

    नेपाल

    भारत का पड़ोसी देश नेपाल हिंदी के सबसे करीब है। यहां की आधिकारिक भाषा नेपाली है, लेकिन हिंदी भी खूब बोली और समझी जाती है। खासकर भारत-नेपाल की खुली सीमाओं और सांस्कृतिक रिश्तों के कारण यहां हिंदी का बोलबाला है। मैथिली और भोजपुरी जैसी भाषाओं के साथ हिंदी भी लोगों की रोजमर्रा की जुबान में शामिल है।

    मॉरीशस

    मॉरीशस में हिंदी सिर्फ बोली ही नहीं जाती बल्कि स्कूलों में पढ़ाई भी जाती है। यहां की लगभग एक-तिहाई आबादी हिंदी बोलती है। स्थानीय भाषा क्रियोल और आधिकारिक भाषाएं अंग्रेजी-फ्रेंच होने के बावजूद हिंदी ने यहां गहरी जड़ें जमा ली हैं।

    हिंदी दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हमारी भाषा सिर्फ संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, पहचान और गर्व का प्रतीक है। भारत के बाहर भी करोड़ों लोग हिंदी बोलते हैं और अपने बच्चों को इस भाषा से जोड़ते हैं। सच कहा जाए तो हिंदी सिर्फ भारत की नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की धड़कन बन चुकी है।

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