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    क्या आपकी नौकरी सुरक्षित है? AI की आंधी में इन 4 तरह के कामों पर मंडरा रहा है सबसे ज्यादा खतरा

    Updated: Tue, 16 Dec 2025 03:54 PM (IST)

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के कारण हमारी जिंदगी में काफी बदलाव आ गया है। अब हम कई कामों के लिए AI की मदद लेते हैं। इससे कई नए अवसर भी सामने आ रहे हैं ...और पढ़ें

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    AI के कारण इन नौकरियों पर लटक रही है तलवार? (Picture Courtesy: AI Generated)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब तेजी से काम की परिभाषा बदल रहा है। पहले जिन कामों को करने में हमें घंटों लगते थे, अब मिनटों में हो जाते हैं। किसी टॉपिक पर जानकारी चाहिए, निबंध लखना हो, हिसाब करना हो या ई-मेल लिखना हो, AI ऐसे हजारों काम मिनटों में करके दे देता है। इसके कारण लोगों की इस पर निभर्ता भी काफी बढ़ी है, लेकिन इसके साथ ही एक खतरा भी उभर रहा है, जिस बारे में अक्सर बात होती है। 

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    क्या AI इंसानों की जगह ले सकता है? क्या AI के आने से लोगों की नौकरी तो खतरे में नहीं है? ऐसे कई सवाल आपके मन में भी आते होंगे। इसका जवाब इतना सीधा नहीं है। AI इंसानों की जगह नहीं ले सकता, लेकिन हां, ये कुछ नौकरियां कम जरूर कर सकता है। आइए जानें AI के कारण किन नौकरियों पर सबसे ज्यादा खतरा है। 

    किन नौकरियो पर आ सकता है AI के कारण खतरा?

    • डाटा एंट्री और बैक-ऑफिस प्रोसेसिंग जॉब्स- ये भूमिकाएं सबसे ज्यादा जोखिम में मानी जा रही हैं। AI-पावर्ड टूल्स और रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन अब दस्तावेजों को स्कैन करना, डाटा निकालना, फॉर्म भरना और सूचनाओं को व्यवस्थित करना ज्यादा तेज, सटीक और बजट फ्रेंडली तरीके से कर सकते हैं। मैन्युअल डाटा एंट्री की जरूरत धीरे-धीरे खत्म होती जा रही है।
    • कंटेंट राइटिंग और बेसिक जर्नलिज्म रोल्स- AI जनरेटिव टूल्स अब आसान रिपोर्ट्स, प्रोडक्ट डीटेल्स, न्यूज लिखने और यहां तक कि बुनियादी ब्लॉग पोस्ट भी लिखने में सक्षम हैं। हालांकि, क्रिएटिविटी, एनालिसिस और इन-डेप्थ जर्नलिज्म अभी भी इंसानी कुशलता पर निर्भर है, लेकिन रूटीन और फैक्ट बेस्ड कंटेंट बनाने वाले रोल कम हो सकते हैं। 
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    (Picture Courtesy: AI Generated)
    • कस्टमर सपोर्ट और कॉल सेंटर रोल्स- चैटबॉट्स और वर्चुअल असिस्टेंट्स पहले से ही अक्सर पूछे जाने वाले सवालों, बुकिंग और बुनियादी समस्याओं के हल में मदद कर रहे हैं। ये सिस्टम 24/7 उपलब्ध होते हैं और एक साथ हजारों ग्राहकों को संभाल सकते हैं। इससे टियर-1 सपोर्ट भूमिकाओं में कमी आने की संभावना है। हालांकि, मुश्किल और सेंसिटिव मुद्दों के लिए इंसानी सपोर्ट की जरूरत अभी भी है।
    • रिक्रूटमेंट और एचआर स्क्रीनिंग रोल्स- AI सॉफ्टवेयर अब रिज्यूमे स्कैन करने, कीवर्ड मिलान करने और यहां तक कि शुरुआती स्क्रीनिंग इंटरव्यू भी आयोजित करने में सक्षम है। यह रिक्रूटमेंट प्रोसेस को तेज करता है, लेकिन इससे रिक्रूटमेंट में शामिल बुनियादी स्क्रीनिंग और एडमिनिस्ट्रेटिव वर्क करने वाले प्रोफेशनल्स की मांग प्रभावित हो सकती है।

    हालांकि, ऐसा बिल्कुल नहीं है कि AI आने से लोगों की नौकरियां चली जाएंगी। हां, अगर वक्त के साथ हम तकनीक और AI के साथ अपडेट नहीं रहेंगे, तो नौकरी को खतरा जरूरी है। AI के कारण नौकरी में बदलाव आने की संभावना ज्यादा है। इसलिए जरूरी है कि वक्त के साथ हम नए स्किल्स सीखते रहें और खुद को अपडेट रखें।