सर्दियों में आसानी से बढ़ जाता है आपका वजन, तो तेज मेटाबॉलिज्म के लिए जरूर करें 5 योगासन
कम फिजिकल एक्टिविटी की वजह से सर्दियों में अक्सर लोगों का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है जिससे वजन बढ़ने का खतरा बना रहता है। ऐसे में योगासन (Yoga For Fast Metabolism) न केवल मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है बल्कि शरीर को मजबूत और एनर्जेटिक भी बनाता है। आइए जानें मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने और वजन कम करने में मददगार कुछ योगासनों के बारे में।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Yoga For Metabolism: सर्दी का मौसम आते ही, हम अपनी फिजिकल एक्टिविटीज कम कर देते हैं। ठंड से बचने के लिए ज्यादातर हमारा समय एक ही जगह बैठकर बिताते हैं। इसके कारण हमारा मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिसकी वजह से वजन बढ़ने और पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। मेटाबॉलिज्म वह प्रक्रिया है जिसके जरिए हमारा शरीर खाने को एनर्जी में बदलता है। एक अच्छा मेटाबॉलिज्म वजन नियंत्रण, बेहतर पाचन और पूरे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने में योग (Yoga Poses For Fast Metabolism) काफी मददगार हो सकता है। यह न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है। योग के अलग-अलग आसन हमारे शरीर के अलग-अलग अंगों को मजबूत बनाने और एक्टवि रखने में मदद करते हैं। इनमें से कुछ आसन हमारे मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
आइए जानते हैं ऐसे 5 योगासन जो आपके मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं-
सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार एक ऐसा आसन है जिसमें कई आसन एक साथ किए जाते हैं। यह शरीर के लगभग सभी अंगों को एक्टिव करता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। सूर्य नमस्कार करने से शरीर का तापमान बढ़ता है, जिससे कैलोरी बर्न होती है और मेटाबॉलिज्म बढ़ता है।
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भुजंगासन (कोबरा पोज)
भुजंगासन रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने और पेट के अंगों को एक्टिव करने में मदद करता है। यह आसन पाचन तंत्र को बेहतर बनाने और मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में भी मदद करता है।
उष्ट्रासन (कैमल पोज)
उष्ट्रासन पेट के अंगों को खींचता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। यह आसन थायरॉइड ग्लैंड को भी एक्टिव करता है, जो मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करने में अहम भूमिका निभाता है।
त्रिकोणासन (ट्राइएंगल पोज)
त्रिकोणासन शरीर के कोर मसल्स को मजबूत बनाने और बैलेंस को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह आसन पाचन तंत्र को भी बेहतर बनाता है और मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देता है।
वीरभद्रासन (वॉरियर पोज)
वीरभद्रासन पूरे शरीर को मजबूत बनाने और फ्लेक्सिबल बनाने में मदद करता है। यह आसन दिल की गति को बढ़ाता है और कैलोरी बर्न करने में मदद करता है, जिससे मेटाबॉलिज्म बढ़ता है।
योग करने के और क्या फायदे हैं?
- वेट मैनेजमेंट- नियमित योग से कैलोरी बर्न होती है और वजन नियंत्रण में मदद मिलती है।
- पाचन में सुधार- योग पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है।
- तनाव कम करना- योग तनाव को कम करने और मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करता है।
- शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी- योग शरीर को लचीला और मजबूत बनाता है।
इन बातों का ध्यान रखें
- योग करने से पहले हमेशा वार्म-अप करें।
- किसी योग ट्रेनर की निगरानी में करें।
- नियमित रूप से योग करें।
- योग करते समय आरामदायक कपड़े पहनें।
- योग करने के बाद कुछ देर शवासन में रहें।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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