आंखों का रिपोर्ट कार्ड कहलाता है 6\6 विजन, परफेक्ट आईसाइट के लिए आप भी अपना सकते हैं ये तरीके
आंखों की देखभाल और नियमित जांच महत्वपूर्ण है। आंखों की जांच के बाद एक स्कोरकार्ड दिया जाता है जिसमें विजन की जानकारी होती है। अगर टेस्ट में आंखों को 6/6 स्कोर मिलता है तो इसका मतलब है कि आंखें स्वस्थ हैं। आइए जानते हैं 6/6 स्कोर के बारे में विस्तार से।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आंखें जितनी अहम होती हैं उतना ही जरूरी है उनकी देखभाल और रेगुलर चेकअप। आंखों की जांच के बाद आपको एक स्कोरकार्ड दिया जाता है जिसमें आपके विजन की डिटेल होती है। यदि टेस्ट में आपकी आंखों को 6\6 स्कोर मिले हैं तो उसका मतलब है आपकी आंखें स्वस्थ हैं। आइए जानते हैं यह क्या है और आंखों के परफेक्ट विजन को बनाए रखने के लिए क्या करें।
ये 6\6 विजन क्या है
यह आपकी आंखों के स्कोरकार्ड की तरह है। इसे विजुअल एक्विटी (VA) कहते हैं जो बताती है कि आप थोड़ी दूरी से चीजों को कितना साफ-साफ देख सकते हैं। इससे पता चलता है कि आपकी आंखें सामान्य हैं और छह मीटर की दूरी से भी चीजों को अच्छी तरह देख सकती हैं। यदि आंखों की जांच में किसी व्यक्ति का स्कोरकार्ड 6\6 है तो उसकी आंखें हेल्दी मानी जाएंगी।
स्नेलन चार्ट का किया जाता है इस्तेमाल
6\6 विजन को जांचने के लिए स्नेलन चार्ट का इस्तेमाल किया जाता है, जिसका नाम डच ऑप्थेमोलॉजिस्ट हरमन स्नेलन के नाम पर पड़ा था। इस चार्ट में लेटर्स या फिर अंक होते हैं जिन्हें 6 मीटर की दूरी से पढ़ने के लिए कहा जाता है। इस चार्ट की हर कतार में लेटर्स का साइज अलग होता है। जबकि आखिरी लाइन में बेहद बारीक फोन्ट में लेटर्स प्रिंट होते हैं। इस लाइन को भी पढ़ पाने में सक्षम लोगों की आईसाइट को सामान्य मानकर 6\6 स्कोर दिया जाता है।
विजन 6\6 न होने के ये हो सकते हैं कारण
यह बहुत ही आम बात है और इसमें चिंता करने जैसा कुछ नहीं। यदि आपका विजन 6\6 से कम है, तो ये कारण हो सकते हैं:
- आपके ग्लास या कॉन्टैक्ट लेंस को अपडेट करने की जरूरत है।
- शायद आप गलत नंबर का चश्मा पहन हैं।
- आंखों से जुड़ी कोई समस्या है।
ऐसे पाएं परफेक्ट स्कोरकार्ड
- नियमित रूप से अपने आंखों की जांच कराते रहें। कई लोगों को यह पता ही नहीं होता है कि उनकी नजर धुंधली हो रही है। एक छोटा-सा टेस्ट आपको स्पष्ट विजन दे सकता है।
- आंखों की सेहत बेहतर बनाने वाले फूड जैसे गाजर, पालक, मछली, बादाम आदि को अपनी डाइट में शामिल करें। विटामिन ए, ओमेगा-3 और ल्युटिन जैसे न्यूट्रिएंट्स आंखों की सेहत को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
- लगातार स्क्रीन न देखें। बीच-बीच में ब्रेक लेते रहे हैं। पलकों को बार-बार झपकाएं।
- आंखों की जांच कराकर जल्द से जल्द सही नंबर के चश्मे या कॉन्टेक्ट लेंस लें।
- आंखों की थकान, दबाव या अचानक होने वाले धुंधलेपन को नजरअंदाज न करें। आप जितनी जल्दी समस्या का पता लगाएंगे आपकी आंखों की सेहत के लिए उतना ही बेहतर होगा।
इस तरह आंखों को रखें हेल्दी
- अच्छी नींद लें।
- ड्राइनेस से आंखों को बचाएं।
- धूप में निकलने से पहलें सनग्लास लगाना न भूलें।
- आंखों को तेज रगड़ने से बचें।
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