Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    World Stuttering Awareness Day 2023: इस थीम के साथ मनाया जा रहा है इस बार अंतरराष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस

    By Priyanka SinghEdited By: Priyanka Singh
    Updated: Sat, 21 Oct 2023 11:30 AM (IST)

    World Stuttering Awareness Day 2023 अंतरराष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस (International Stammering Awareness Day ISAD) 22 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिन हकलाहट जो एक बोलने से जुड़ा विकार है इसके प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए यह दिन मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस दिन के बारे में और विस्तार से। साथ ही इस साल की थीम भी।

    Hero Image
    World Stuttering Awareness Day 2023: अंतरराष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस इतिहास, महत्व व थीम

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Stuttering Awareness Day 2023: लोगों को हकलाहट के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 22 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय हकलाना जागरूकता दिवस (इंटरनेशनल स्टमरिंग अवरनेस डे) मनाया जाता है। दुनियाभर में 1.5% लोग हकलाहट का शिकार हैं। इस समस्या के चलते लोगों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। जिसके चलते लोग कई तरह की मानसिक परेशानियों का भी शिकार हो सकते हैं। इसी चैलेंज को देखते हुए इस दिन को मनाने की शुरुआत की गई थी जिससे लोगों को अवेयर किया जा सके और हकलाहट की समस्या से जूझ रहे लोगों की मदद की जा सके।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अंतरराष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस (International Stuttering Awareness Day) इतिहास

    अंतरराष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस सबसे पहली बार 1998 में मनाया गया था। दरअसल लोग हकलाहट की समस्या से परेशान लोगों को और ज्यादा परेशान करते थे, तो इसे एक सीरियस सामाजिक चिंता का मुद्दा मानते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने का फैसला लिया गया। अंतरराष्ट्रीय स्टटरिंग एसोसिएशन (International Stuttering Association), इंटरनेशनल फलूएन्सी एसोसिएशन (International Fluency Association) और यूरोपियन लीग ऑफ़ स्टटरिंग एसोसिएशन (European League of Stuttering Associations) के तत्वाधान में शुरू किया गया अभियान है।

    अंतरराष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस (International Stuttering Awareness Day) का महत्व

    इस दिन को मनाने का उद्देश्य हकलाहट के प्रति लोगों को जागरूक और शिक्षित करना है। कई बार लोग बिना सोचे ऐसे व्यक्ति को परेशान करते रहते हैं कि इससे उनके दिमाग पर किस तरह का असर पड़ सकता है। हकलाहट से ग्रसित लोगों का कॉन्फिडेंस और ज्यादा गिर जाता है। ऐसे लोगों को हकलाहट दूर करने के अवेलेबल तरीकों के बारे में बताया जाता है, जो काफी हद तक कारगर हो सकती हैं इसे दूर करने में। इस दिन दुनियाभर में कई तरह के आयोजन भी किए जाते हैं और लोगों से ऐसे लोगों को कैसे सपोर्ट करें, इसके बारे में बताया जाता है। 

    अंतरराष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस (International Stuttering Awareness Day) की थीम

    हर साल इस दिन को एक थीम के साथ मनाया जाता है। इस बार इसकी थीम है- 'One Size Does Not Fit All' 

    ये भी पढ़ेंःInternational Stuttering Awareness Day: हकलाहट की समस्या से निपटने में कारगर साबित हो सकते हैं ये तरीके

    Pic credit- freepik