World Stroke Day 2022: कैसे होते हैं ब्रेन स्ट्रोक के शुरुआती लक्षण? जानें इसे पहचानने का तरीका
World Stroke Day 2022 स्ट्रोक का इलाज करते समय हर मिनट मायने रखता है। रोगी को अपनी कार में बिठाकर अस्पताल ले जाने की कोशिश न करें। ऐसे में एम्बुलेंस को बुलाना चाहिए ताकि आप रोगी की मदद कर सकें।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Stroke Day 2022: स्ट्रोक एक ऐसी स्थिति है, जो एक मेडिकल एमर्जेंसी में आती है। इसमें फौरन लक्षणों की पहचान करने के साथ तुरंत इलाज की ज़रूरत होती है। स्ट्रोक तब होता है जब रक्त की आपूर्ति कम या बाधित होने के कारण दिमाग के सेल्स मरने लगते हैं। दिमाग को क्षति पहुंचने से बचाने के लिए ज़रूरी है कि फौरन फैसला किया जाए।
हर साल 28 अक्टूबर को वर्ल्ड स्ट्रोक डे मनाया जाता है, ताकि लोगों को इस जानलेवा बीमारी के बारे में जागरुक किया जा सके। आइए जानें महिलाओं और पुरुषों में स्ट्रोक से पहले किस तरह के लक्षण नज़र आते हैं।
कमज़ोरी या सुन होना
अगर कोई अचानक कमज़ोरी की शिकायत करता है, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। अगर लक्षण सुन की तरह जाने लगते हैं, तो आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें।
दिखाई न देना या फिर हाथों-आंखों का समन्वय खराब होना
अचानक आंखों की रोशनी का चला जाना स्ट्रोक से जुड़ा हुआ है। कमज़ोरी, हाथ-आंखों का समन्वय बिगड़ना, छूने पर एहसास कम होना, बोलने में दिक्कत आना, सभी स्ट्रोक के संकेत हैं। यह लक्षण समय के साथ और खराब होते चले जाएंगे।
अचानक गिर जाना
अगर कोई शख्स अचानक गिर जाता है या फिर संतुलन बिगड़ने की वजह से गिर पड़ता है, तो इसका मतलब कहीं कुछ सही नहीं है। अचानक बिना वजह गिर जाने के साथ मतली, उलटी, बुखार सभी चीज़ें कार्डियोवेस्कुलर समस्याओं की तरफ इशारा करती हैं। कुछ मरीज़ों को स्ट्रोक से पहले हिचकियां आती हैं या फिर उन्हें निगलने में दिक्कत होने लगती है।
तेज़ सिर दर्द
सिर दर्द कभी-कभी होना अलग बात है, लेकिन अगर यह अक्सर आपको परेशान कर रहा है, तो इसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। ज़्यादातर मरीज़ तेज़ सिर दर्द की शिकायत करने के तुरंत बाद बेहोश हो जाते हैं। कुछ देर के लिए बेहोश हो जाना या फिर चक्कर आने को भी अनदेखा न करें।
स्ट्रोक को कैसे पहचानें
अगर आपको लगता है कि आसपास किसी को स्ट्रोक पड़ रहा है, तो FAST का उपयोग करें। यानी रोगी से उससे चार सवाल करें:
Face: रोगी से मुस्कुराने के लिए कहें। देखें कि अगर वह मुस्कुरा पा रहा है या नहीं।
Arms: रोगी से कहें कि वह अपने दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाए। देखें कि हाथ कमज़ोर पड़ रहे हैं या वह हाथों को उठाने में असमर्थ तो नहीं।
Speech: व्यक्ति को कुछ पढ़ने के लिए कहें, या उसे एक आसान सा वाक्स दोहराने के लिए कहें। उनकी स्पीच पर नज़र रखें।
Time: इस दौरान एक-एक मिनट ज़रूरी होता है, अगर ऊपर बताए गए सभी सवालों को जवाब हां है, तो एमर्जेंसी को फौरन फोन लगाएं।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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