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    क्यों महिलाएं आसानी से हो जाती हैं Iron की कमी का शिकार, ये 5 कारण होते हैं जिम्मेदार

    Updated: Mon, 17 Mar 2025 08:26 AM (IST)

    महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। कई बार इन बदलावों की वजह से उन्हें कुछ परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। इन्हीं में आयरन की कमी (Iron Deficiency in Women) भी शामिल है। महिलाओं में आयरन की कमी का खतरा पुरुषों की तुलना में ज्यादा होता है। आइए जानें ऐसा क्यों होता है और किन तरीकों से आयरन की कमी दूर कर सकते हैं।

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    Iron Deficiency in Women: महिलाओं में क्यों होती है आयरन की कमी (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आयरन (Iron) शरीर के लिए एक जरूरी मिनरल है, जो हीमोग्लोबिन बनाने में अहम भूमिका निभाता है। हीमोग्लोबिन ब्लड में ऑक्सीजन को शरीर के सभी अंगों तक पहुंचाने का काम करता है। इसलिए शरीर में सही मात्रा में आयरन का मौजूद होना जरूरी है।

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    आयरन की कमी (Iron Deficiency) से एनीमिया हो सकता है, जिससे थकान, कमजोरी, चक्कर आना और त्वचा का पीला पड़ना जैसे लक्षण (Iron Deficiency Symptoms) दिखाई देते हैं। महिलाओं में आयरन की कमी (Iron Deficiency in Women) का खतरा पुरुषों की तुलना में ज्यादा होता है। ऐसा क्यों होता है? इसके पीछे कई कारण हैं। इन्हीं वजहों के बारे में हम यहां जानेंगे।

    महिलाओं में क्यों होती है आयरन की कमी? (Causes of Iron Deficiency in Women?)

    मेन्स्ट्रुअल साइकल (Menstrual Cycle)

    महिलाओं में आयरन की कमी (Iron Deficiency) का एक बड़ा कारण पीरियड्स हैं। हर महीने पीरियड्स के दौरान महिलाएं ब्लड की कुछ मात्रा खो देती हैं। यदि ब्लीडिंग ज्यादा होती है (जैसे मेनोरेजिया की स्थिति में), तो आयरन की कमी और भी गंभीर हो सकती है। इस दौरान अगर आयरन से भरपूर डाइट न ली जाए, तो शरीर से निकलने वाले खून की कमी पूरी नहीं हो पाती है।

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    प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग (Pregnancy and Breast feeding)

    प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में आयरन की मांग काफी बढ़ जाती है। इस दौरान शरीर को बच्चे के विकास और प्लेसेंटा के निर्माण के लिए एक्स्ट्रा आयरन की जरूरत होती है। साथ ही, डिलीवरी के दौरान होने वाली ब्लीडिंग से भी आयरन की कमी हो सकती है। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान भी महिलाओं को ज्यादा आयरन की जरूरत होती है, ताकि वे शिशु को पोषण दे सकें।

    डाइट में आयरन की कमी (Iron-Deficient Diet)

    महिलाओं की डाइट में आयरन की कमी भी इस समस्या का एक बड़ा कारण है। शाकाहारी महिलाओं में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है, क्योंकि प्लांट बेस्ड डाइट में पाए जाने वाले आयरन (नॉन-हीम आयरन) शरीर कम अब्जॉर्ब करता है। मांस, मछली और अंडे में पाया जाने वाला हीम आयरन शरीर में आसानी से अब्जॉर्ब हो जाता है।

    पाचन संबंधी समस्याएं (Digestive Problems)

    कुछ महिलाओं को पाचन संबंधी समस्याएं जैसे सीलिएक डिजीज, क्रोन डिजीज या अल्सर हो सकती हैं, जो आयरन के अब्जॉर्प्शन को प्रभावित करती हैं। इसके अलावा, पेट में एसिडिटी की दवाएं या एंटासिड का ज्यादा इस्तेमाल भी आयरन के अब्जॉर्प्शन को कम कर सकता है।

    हार्मोनल बदलाव (Hormonal Changes)

    महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव, जैसे प्रेग्नेंसी, मेनोपॉज या थायरॉइड की समस्याएं, आयरन के लेवल को प्रभावित कर सकते हैं। हार्मोनल इमबैलेंस के कारण शरीर में आयरन का अब्जॉर्प्शन कम हो सकता है।

    कैसे करें आयरन की कमी दूर? (How to Fight Iron Deficiency?)

    • आयरन की कमी को दूर करने के लिए हेल्दी डाइट लेना जरूरी है। आयरन से भरपूर फूड्स (Iron-Rich Foods)  जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, फलियां, ड्राई फ्रूट्स, अनाज, मांस, मछली और अंडे आदि खाने चाहिए।
    • विटामिन-सी से भरपूर फूड्स, जैसे- संतरा, नींबू, टमाटर आदि आयरन के अब्जॉर्प्शन को बढ़ाते हैं। अगर आयरन की कमी गंभीर है, तो डॉक्टर की सलाह पर आयरन सप्लीमेंट्स लेने चाहिए।

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    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।