क्या होता है Retirement Depression? कहीं आपके घर में भी तो नहीं है कोई इसका शिकार
अगर आप अभी-अभी रिटायर हुए हैं या आपके घर का कोई सदस्य अभी-अभी रिटायर हुआ है तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इसके बाद जीवन में कितना बड़ा बदलाव आता है। वैसे उम्मीद तो यहीं की जाती है कि रिटायरमेंट के बाद लाइफ एन्जॉय करेंगे लेकिन ऐसा जरूरी नहीं। इसके बाद रिटायरमेंट डिप्रेशन का रिस्क भी बढ़ जाता है। आइए जानें इसे कैसे मैनेज (Retirement Depression Management Tips) करें।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Retirement Depression Symptoms: रिटायरमेंट, जीवन का एक नया चैपटर शुरू करने का समय होता है। लोग ऐसे सपने सजाते हैं कि रिटायर होने के बाद वे अपनी मर्जी से जिंदगी जिएंगे, अपनी हॉबीज के लिए वक्त निकालेंगे आदि। हालांकि, ऐसा ही हो जरूरी नहीं है। कई बार रिटायरमेंट खुशी के बजाय उदासी और निराशा का कारण बन जाता है।
जीवन में अचानक हुए बदलाव से डील करना काफी मुश्किल हो सकता है। इसके कारण लोग लक्ष्यहीन या दिशाहीन महसूस कर सकते हैं। रिटायरमेंट डिप्रेशन एक ऐसी ही एक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति रिटायर होने के बाद उदासी, बेचैनी और जीवन के प्रति उदासीनता महसूस करता है।
इसके कारण रिटायर होने के बाद आपका जीवन मुश्किल हो सकता है, लेकिन यह होता क्यों है? इसके पीछे कौन-कौन से कारण (Retirement Depression Management Tips) जिम्मेदार हो सकते हैं और इसे कैसे मैनेज किया जा सकता है। आइए जानें।
रिटायरमेंट डिप्रेशन के कारण
रिटायरमेंट डिप्रेशन के कई कारण हो सकते हैं, जैसे-
- आइडेंटिटी क्राइसिस- लंबे समय तक काम करने के बाद, काम ही व्यक्ति की पहचान बन जाता है। रिटायरमेंट के बाद, यह पहचान खो जाने से व्यक्ति में खालीपन महसूस हो सकता है।
- सामाजिक जीवन में बदलाव- वर्कप्लेस पर कई मित्र और सहकर्मी होते हैं। रिटायरमेंट के बाद, सामाजिक दायरे में कमी आ सकती है, जिससे अकेलापन महसूस हो सकता है।
- आर्थिक चिंताएं- रिटायरमेंट के बाद आय में कमी आ सकती है, जिससे आर्थिक चिंताएं बढ़ सकती हैं।
- स्वास्थ्य समस्याएं- बढ़ती उम्र के साथ स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ सकती हैं, जो डिप्रेशन को बढ़ावा दे सकती हैं।
- भविष्य की चिंता- रिटायरमेंट के बाद जीवन के बारे में अनिश्चितता और भविष्य की चिंता भी डिप्रेशन का कारण बन सकती है।
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रिटायरमेंट डिप्रेशन के लक्षण (Retirement Depression Symptoms)
रिटायरमेंट डिप्रेशन के लक्षण सामान्य डिप्रेशन के लक्षणों के समान हो सकते हैं, जैसे-
- उदासी और निराशा
- नींद न आना या ज्यादा नींद आना
- भूख न लगना या ज्यादा भूख लगना
- थकान और कमजोरी
- फोकस में कमी
- हॉबीज से रुची खत्म होना
- अकेलापन महसूस करना
- आत्महत्या के विचार
रिटायरमेंट डिप्रेशन को मैनेज कैसे कर सकते हैं?
रिटायरमेंट डिप्रेशन को मैनेज करने के लिए कई तरीके हैं, जैसे-
- नई एक्टिविटीज शुरू करें- नई एक्टिविटीज जैसे ट्रैवल, पढ़ना, खेल, या वॉलेंटियर करने से खुद को बिजी रखने में मदद मिल सकती है।
- सोशल कनेक्शन को मजबूत करें- परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं। नए लोगों से मिलने के लिए ग्रुप्स या क्लबों में शामिल हों।
- हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं- नियमित एक्सरसाइज करें, हेल्दी डाइट लें और पूरी नींद लें।
- साइकेट्रिस्ट की मदद लें- अगर डिप्रेशन गंभीर है, तो एक मनोचिकित्सक या मनोवैज्ञानिक से मदद लेना जरूरी है।
- फाइनेंशियल प्लान बनाएं- रिटायरमेंट के लिए फाइनेंशियल प्लान्स बनाना चिंता को कम करने में मदद कर सकता है।
- पॉजिटिव सोच विकसित करें- पॉजिटिव सोच और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए मेडिटेशन और योग जैसी तकनीकों की मदद लें।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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