Retirement Planning Tips: रिटायरमेंट के लिए कैसे करें बचत, किन योजनाओं में लगाएं पैसा?
रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए आपको सबसे पहले तय करना होगा कि रिटायर होने के बाद आपकी जरूरतें क्या होंगे और आपकी लाइफस्टाइल कैसी रहेगी। साथ ही आप कितना बड़ा रिटायरमेंट फंड चाहते हैं। फिर आपको उसी हिसाब से बचत की शुरू करनी चाहिए। इसके लिए आप म्यूचुअल फंड में एसआईपी करने से लेकर पीपीएफ और एनपीएस जैसी सरकारी योजनाओं में निवेश कर सकते हैं। आइए जानते हैं पूरी डिटेल।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। रिटायरमेंट के लिए आप जितनी जल्दी प्लानिंग शुरू कर देंगे, उतना ही बेहतर रहेगा। अधिकतर फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह है कि आपको हर हाल में 30 साल की उम्र से अपना रिटायरमेंट प्लान करना शुरू कर देना चाहिए। इससे आप बड़ा रिटायरमेंट फंड बना पाएंगे और आपकी बुढ़ापे में आर्थिक नजरिये से किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
रिटायरमेंट की प्लानिंग कैसे करें?
आपको सबसे पहले तय करना होगा कि रिटायरमेंट के बाद आपकी जरूरतें क्या होंगे और आपकी लाइफस्टाइल कैसी रहेगी। साथ ही, आप कितना बड़ा रिटायरमेंट फंड चाहते हैं। फिर आपको उसी हिसाब से बचत की शुरू करनी चाहिए। इसके लिए आप म्यूचुअल फंड में एसआईपी करने से लेकर पीपीएफ और एनपीएस जैसी सरकारी योजनाओं में निवेश कर सकते हैं।
Retirement के लिए बचत कैसे करें?
- गैर-जरूरी खर्च (expenses) कम करें और बचत करने पर ज्यादा ध्यान दीजिए।
- अगर आपने कोई लोन ले रखा है, तो उसे भी जल्दी खत्म करने की कोशिश करें।
- एकमुश्त पैसे बचाने की जरूरत नहीं है। छोटी-छोटी सेविंग से बड़ा फंड तैयार करें।
- रिटायरमेंट लक्ष्य को हासिल करने के लिए निवेश को नियमित रूप से समीक्षा करत रहें।
मुद्रास्फीति को ध्यान में रखकर करें निवेश
मुद्रास्फीति (inflation) का मतलब है कि चीजों के दाम सालाना आधार पर किस तरह से बढ़ रहे हैं। भारत में अभी मुद्रास्फीति 5 फीसदी के करीब है। लेकिन, यह 1974 में 28 फीसदी के पार पहुंच गई थी। इसलिए आपको उन योजनाओं में निवेश करना चाहिए, जहां अधिक रिटर्न मिलने की गुंजाइश रहे। लंबी अवधि में मुद्रास्फीति आपकी आर्थिक स्थिति को सबसे अधिक प्रभावित कर सकती है। इसलिए आपको इस पर सबसे अधिक ध्यान देना चाहिए।
रिस्क मैनेजमेंट का भी रखें ख्याल
रिटायरमेंट के लिए निवेश करते समय रिस्क मैनेजमेंट (Risk Management) का भी ध्यान रखना चाहिए। आप अपनी पूरी बचत किसी एक ही स्कीम में निवेश न करें। उसे अलग-अलग निवेश माध्यमों में लगाएं। जैसे कि कुछ पैसे शेयर मार्केट में लगाएं और अच्छे फंडामेंटल वाले स्टॉक खरीदें।
आप म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में एसआईपी भी कर सकते हैं। कुछ पैसा सरकारी योजनाओं में भी निवेश कर सकते हैं। इससे आपको निश्चित रिटर्न मिलेगा। गोल्ड या रियल एस्टेट में निवेश भी अच्छा विकल्प हो सकता है। आप निवेश के लिए फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह भी ले सकते हैं।
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