क्या सच में हिचकी आने पर कोई याद कर रहा होता है, या है कोई बड़ा कारण? यहां दूर कर लें कन्फ्यूजन
हिचकी एक आम समस्या है जो डायाफ्राम के अचानक खिंचने और वोकल कॉर्ड के बंद होने से होती है। यह कुछ सेकंड से लेकर महीने तक रह सकती है। जल्दी खाना खाने ठंडा पानी पीने या कुछ दवाओं के कारण हिचकी आ सकती है। अगर हिचकी दो दिन से ज्यादा रहे तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आपने देखा और सुना होगा कि जब भी हमें हिचकी आती है तो लोग कहते हैं कि कोई याद कर रहा होगा। हम भी इसे सच मानकर बैठ जाते हैं। ऐसा हाेने पर लोग अपने करीबियों का नाम लेना शुरू कर देते हैं। अगर किसी का नाम लेने पर हिचकी रुक जाती है तो कहा जाता है कि वही इंसान आपको याद कर रहा हाेगा। अचानक शुरू होने वाली हिचकी, कभी तो अच्छी लगती है तो कभी इससे परेशानी भी होने लगती है।
हिचकी आने पर घर वाले कहते हैं कि पानी पी लो। या फिर कुछ देर सांस रोक लें तो हिचकी आना बंद हो जाती है। लेकिन क्या आपने कभी ये जानने की कोशिश की है कि ऐसा क्यों हाेता है? क्या वास्तव में हमें कोई याद कर रहा होता है? आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। हम आपको बताएंगे कि हिचकी क्यों आती है। इसका कारण क्या है और इससे कैसे छुटकारा पाया जा सकता है। आइए जानते हैं विस्तार से -
क्या होती है हिचकी?
हिचकी एक छोटी-सी परेशानी होती है। कई बार बहुत जल्दी खाना खाने या कोल्ड ड्रिंक पीने से अचानक हिचकी आने लगती है। लेकिन कभी-कभी कुछ बीमारियों, दवाओं या सर्जरी के कारण ये हिचकी कई दिन, हफ्ते या उससे ज्यादा समय तक बनी रहती है। इस कंडीशन में डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी होता है। हिचकी को अंग्रेजी में Hiccups भी कहा जाता है।
हिचकी कैसे आती है?
क्लीवलैंड क्लीनिक के मुताबिक, हमारे सीने और पेट के बीच एक पतली सी मसल्स होती है, इसे डायाफ्राम कहा जाता है। जब हम सांस अंदर की तरफ खींचते हैं तो ये नीचे की तरफ चली जाती है। जब सांस छोड़ते हैं तो ऊपर आ जाती है। हिचकी आने पर दो चीजें होती हैं। पहली तो डायाफ्राम अचानक खिंचता है जिससे तेजी से हवा हमारे अंदर आ जाती है। तो वहीं दूसरी ओर गले में मौजूद Vocal Cords अचानक से बंद हो जाती है जिससे जिससे हिक जैसी आवाज आती है।
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कितने तरह की होती है हिचकी
- Transient हिचकी- ये कुछ सेकंड या मिनटों तक रहती है।
- Persistent हिचकी- 48 घंटे से लेकर एक महीने तक ये रह सकती है।
- Intractable हिचकी- इस तरह की हिचकी एक महीने से भी ज्यादा रहती है।
- Recurrent हिचकी- ये बार-बार आती है और हर बार थोड़ी देर चलती है।
क्सा हैं हिचकी आने के लक्षण
- डायाफ्राम में अचानक मरोड़ जैसा महसूस होना।
- मुंह से "हिक" जैसी आवाज आना।
- कुछ मामलों में सिर्फ मरोड़ होता है, आवाज नहीं आती।
क्यों आती है हिचकी?
जब डायाफ्राम की Muscles को कंट्रोल करने वाली नसों (जैसे वेगस नर्व और फ्रेनिक नर्व) में किसी वजह से गड़बड़ी या जलन होती है तो इससे हिचकी आ सकती है। ये नसें हमारे शरीर की उन चीजों को संभालती हैं, जो हम खुद नहीं कंट्रोल करते है। जैसे सांस लेना, खाने को डाइजेस्ट करना। कम समय तक रहने वाली हिचकियों के पीछे कोई बहुत बड़ा कारण नहीं होता है। जैसे जल्दी-जल्दी खाना खाना, बहुत ज्यादा ठंडा या गर्म खाना, शराब या सोडा पीना इसके कारण हो सकते हैं। तो वहीं दूसरी ओर लंबे समय तक चलने वाली हिचकी के पीछे कोई बीमारी या दवा का असर हो सकता है।
कब जाएं डॉक्टर के पास?
आपको बता दें कि अगर हिचकी दो दिन से ज्यादा हो गया और बंद होने का नाम नहीं ले रही है तो ये किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसे में आपको डॉक्टर से जरूर मिल लेना चाहिए। लंबे समय तक हिचकी आने से आपको बोलने, खाना निगलने या सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। साथ ही आपकी नींद पर भी बुरा असर पड़ सकता है। थकान महसूस होने से लेकर वजन कम होने की समस्या भी देखी जाती है।
कैसे करें कंट्रोल?
- धीरे-धीरे खाना खाएं।
- बहुत ज्यादा गर्म या ठंडा खाना न खाएं।
- शराब या कार्बोनेटेड ड्रिंक्स न लें।
- छोटे हिस्सों में खाना खाएं।
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Source- Cleveland Clinic
- https://my.clevelandclinic.org/health/diseases/17672-hiccups
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