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    क्या है Heteropaternal Superfecundation, जिस पर आधारित है विक्की कौशल और तृप्ति डिमरी की Bad Newz

    Updated: Tue, 23 Jul 2024 08:34 PM (IST)

    हाल ही में रिलीज हुई विक्की कौशल और तृप्ति डिमरी की फिल्म Bad Newz लगातार चर्चा में बनी हुई है। यह फिल्म दर्शकों को काफी पसंद आ रही है। यह रेयर मेडीकल कंडीशन Heteropaternal Superfecundation पर आधारित फिल्म है जो ब्राजील की एक महिला के जीवन से प्रेरित है। इस फिल्म के सामने आने के बाद से ही हर कोई इस कंडीशन के बारे में जानने के लिए उत्सुक है।

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    क्या है हेटेरोपेरेंटल सुपरफेकुंडेशन (Picture Credit- Freepik/Instagram)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। इन दिनों हर तरफ विक्की कौशल और तृप्ति डिमरी स्टारर फिल्म बैड न्यूज (Bad Newz) चर्चा में बनी हुई है। कॉमेडी जॉनर की यह फिल्म दर्शकों को काफी पसंद आ रही है। बीते शुक्रवार को रिलीज हुई यह फिल्म एक बेहद दुर्भल मेडीकल कंडीशन पर आधारित है, जिसमें एक महिला (तृप्ति डिमरी) दो अलग-अलग पुरुषों के जुड़वा बच्चों से प्रेग्नेंट हो जाती हैं। यह एक ऐसा रिप्रोडक्टिव प्रोसेस है जिसमें जुड़वां बच्चों की मां एक ही होती है, लेकिन अलग-अलग बायोलॉजिकल पिता होते हैं।

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    यह फिल्म असल में साल 2022 में सामने आए ऐसे ही मामले में पर आधारित है, जिसमें 19 वर्षीय ब्राजीलियाई महिला दो अलग-अलग बायोलॉजिकल पिता वाले जुड़वां बच्चों को जन्म देने के बाद चर्चा में आई थी। हालांकि, यह इकलौता ऐसा मामला नहीं है, दुनियाभर में अब तक इस तरह के करीब 25 मामले सामने आ चुके हैं। इससे पहले साल 1982,1995, 2001, 2008, 2015, 2016 और 2019 में भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। इस फिल्म को देखने के बाद सबके मन में इस मेडीकल कंडीशन को लेकर कई सारे सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने गुड़गांव के मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल में एब्सटेट्रिक्स एंड सिंगिंगोलॉजी में यूनिट डायरेक्टर डॉ. पल्लवी वासल से बातचीत की।

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    क्या है हेटेरोपेरेंटल सुपरफेकुंडेशन?

    इस बारे में डॉक्टर ने बताया कि अलग-अलग पिता के जुड़वां बच्चों को जन्म देना एक असामान्य स्थिति है, जिसे हेटेरोपेरेंटल सुपरफेकुंडेशन (Heteropaternal Superfecundation) के रूप में जाना जाता है। ऐसा तब होता है, जब एक महिला अपनी मेंस्ट्रुअल साइकिल के दौरान कई बार ओव्यूलेट यानी दो अंडे रिलीज करती है और थोड़े समय के अंतर में कई पुरुषों के साथ शारीरिक संबंध बनाती है। इस दौरान अगर अलग-अलग पुरुषों के स्पर्म हर अंडे को फर्टिलाइज करते हैं, तो इससे बनने वाले भ्रूणों के पिता अलग-अलग होंगे।

    क्यों होती है यह कंडीशन?

    इसे कंडीशन का पता लगाने का एकमात्र तरीका पैटरनिटी टेस्ट है, जिसे आमतौर पर DNA टेस्ट के नाम से भी जाना जाता है। हेटरोपेरेंटल सुपरफेकुंडेशन को आम तौर पर तब तक नजरअंदाज कर दिया जाता है, जब तक कि कोई मजबूत संकेत न हो कि जुड़वा बच्चों के पिता का निर्धारण किया जाना चाहिए। इस कंडीशन की मुख्य तौर पर तब होती है, जब एक महिला ओव्यूलेशन के दौरान एक से अधिक पुरुषों के साथ शारीरिक संबंध बनाती है और एक से ज्यादा अंडे रिलीज करती है।

    जानवरों में भी होते हैं ऐसे मामले

    असामान्य होने के बावजूद, यह दुलर्भ मेडीकल कंडीशन मनुष्यों के अलावा कुत्तों और बिल्लियों सहित अन्य जानवरों में भी देखने को मिलती है। जेनेटिक टेस्टिंग एडवांसमेंट ने वर्तमाल में ऐसी स्थितियों की पहचान को सरल बना दिया है और ह्यूमन रिप्रोडक्शन और पेटरनिटी पर प्रकाश डाला है।

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