रजाई में मुंह ढककर सोना क्यों लगता है अच्छा? पढ़िए सुकून के पीछे छिपा सेहत का सच
क्या आप भी सर्दियों में कंबल से मुंह ढककर सोते हैं? अगर हां, तो आपको बता दें ऐसा कई लोग करते हैं और यह काफी आरामदायक भी महसूस होता है। लेकिन ऐसा करने ...और पढ़ें

क्यों कंबल से मुंह ढककर सोना अच्छा लगता है? (AI Generated Image)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। ठंडी रातों में कंबल के अंदर जाकर खुद को पूरी तरह ढक लेना (Sleeping with face covered) एक अलग ही सुकून देता है। जैसे ही आप कंबल चेहरे तक खींचते हैं, अंदर एक गरम-सा घोंसला बन जाता है, जो बाहर की सर्द हवा, रोशनी और आवाजों से बचाता है। कई लोग इस आदत में इतना आराम महसूस करते हैं कि वे इसी तरह सोना पसंद करते हैं।
लेकिन यह आरामदायक आदत आपके शरीर पर कैसा प्रभाव डालती है (Effects of Sleeping with Face Covered)? आइए समझते हैं कि क्यों कुछ लोगों को कंबल में मुंह ढ़ककर सोना अच्छा लगता है और ऐसा करने से आपके शरीर पर क्या असर पड़ता है?
कंबल में मुंह ढकना इतना अच्छा क्यों लगता है?
जब हम चेहरा ढककर सोते हैं, तो अंदर एक गर्म और सुरक्षित वातावरण बन जाता है। यह गर्माहट न केवल सुकून देती है, बल्कि दिमाग को भी आराम देती है, जिससे नींद जल्दी आने लगती है। कंबल के नीचे अंधेरा और शांति मिलने से दिमाग की हलचल कम होती है और हम जल्दी रिलैक्स हो जाते हैं। यही वजह है कि कंबल में मुंह ढककर सोना अच्छा लगता है।
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(Picture Courtesy: Freepik)
सांस लेने पर क्या असर पड़ता है?
चेहरा ढककर सोने से कंबल के अंदर कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है और ताजी ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है। बार-बार वही गर्म, बासी हवा सांस में लेने से-
- नींद बार-बार टूट सकती है
- सुबह थकान महसूस हो सकती है
- सिरदर्द, चक्कर या फोकस करने में मुश्किल हो सकती है
- जिन लोगों को एलर्जी, साइनस या अस्थमा की समस्या है, उनमें लक्षण बढ़ सकते हैं
स्किन पर क्या असर होता है?
कंबल में चेहरा ढकने पर त्वचा के आसपास नमी और गर्मी बढ़ जाती है। इस तरह का स्किन परेशान हो सकती है। गर्म, नम हवा और पसीना मिलकर-
- पोर्स बंद कर सकते हैं
- पिंपल्स और जलन बढ़ा सकते हैं
- सेंसिटिव स्किन में सूजन या रेडनेस हो सकती है
- साथ ही, कंबल में जमा धूल, तेल और बैक्टीरिया का घंटों तक चेहरे से संपर्क होना भी नुकसानदायक है।
बॉडी टेम्परेचर कैसे बिगड़ता है?
गहरी नींद के लिए रात में शरीर का तापमान स्वाभाविक रूप से थोड़ा कम होता है। लेकिन अगर चेहरा ढका हो, तो शरीर गर्मी बाहर नहीं निकाल पाता, तो बेचैनी होना, पसीना आना, डिहाइड्रेशन, दिल की धड़कन अनियमित होना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही, तापमान गड़बड़ होने से नींद की गुणवत्ता भी घट जाती है।

(Picture Courtesy: Freepik)
बच्चों और शिशुओं के लिए यह क्यों खतरनाक है?
छोटे बच्चे और शिशु अगर चेहरा ढककर सो जाएं, तो यह बहुत खतरनाक हो सकता है। वे अपनी चादर या कंबल ठीक नहीं कर पाते, जिससे हवा का रास्ता बंद हो सकता है। इसके कारण दम घुटने का खतरा रहता है। इसलिए बच्चों के चेहरे को हमेशा खुला रखना बेहद जरूरी है।
बिना मुंह ढके कैसे रहें गर्म?
अगर आप गर्माहट पसंद करते हैं, तो ये सुरक्षित तरीके अपनाएं-
- लेयर्ड ब्लैंकेट या मोटा रजाई इस्तेमाल करें, लेकिन चेहरा खुला रखें
- गर्म कपड़े, मोजे या थर्मल पहनें
- पैरों के पास हॉट वॉटर बैग रखें
- ब्रीथेबल कॉटन बेडिंग चुनें
- कमरे को सोने से पहले हल्का-सा गर्म कर लें
- अंधेरा पसंद हो तो आई मास्क पहनें

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