रोजाना नंगे पांव घास पर Walk करने से मिलते हैं ढेरों फायदे, यहां जानें इसका सही समय और तरीका
आजकल शहरों में हरियाली ढूंढना मुश्किल हो गया है लेकिन अगर आपके आसपास थोड़ी भी घास वाली जगह है तो सुबह-सुबह उस पर नंगे पांव टहलना (Walking Barefoot On Grass) आपकी सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। शायद आपको यह पढ़कर हैरानी होगी कि सिर्फ कुछ देर नंगे पांव घास पर चलने से आपके शरीर में कई पॉजिटिव चेंज आ सकते हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। भागती-दौड़ती जिंदगी में लोग खुद को फिट रखने के लिए जिम, योगा, डाइट और न जाने क्या-क्या अपनाते हैं, लेकिन कई बार सेहत के बड़े-बड़े फायदों के लिए हमें बहुत छोटी और नेचुरल चीजों की जरूरत होती है। ऐसा ही एक आसान और बेहद असरदार तरीका है – नंगे पांव हरी घास पर चलना (Walking Barefoot On Grass)।
जी हां, रोज सुबह नंगे पांव घास पर चलने की आदत न सिर्फ शरीर को तरोताजा रखती है, बल्कि मानसिक सुकून भी देती है। यह तरीका ना तो महंगा है, ना ही समय लेने वाला, लेकिन इसके फायदे देखकर आप हैरान रह जाएंगे। आइए, जानें इसका सही समय और तरीका (Tips for walking barefoot on grass)।
नंगे पांव घास पर चलने के फायदे
आंखों की रोशनी बढ़ाने में मददगार
पैरों के तलवों में मौजूद कुछ खास प्रेशर पॉइंट्स सीधे आंखों से जुड़े होते हैं। जब आप नंगे पांव घास पर चलते हैं, तो ये पॉइंट्स दबते हैं जिससे आंखों की रोशनी में सुधार आता है। खासकर बच्चों और स्क्रीन पर ज़्यादा समय बिताने वालों के लिए यह बहुत फायदेमंद है।
तनाव और चिंता से राहत
हरी घास की ठंडक और प्रकृति का संपर्क दिमाग को शांत करता है। इससे तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। दिन की शुरुआत इस सुकून भरे तरीके से करने से पूरा दिन एनर्जेटिक और पॉजिटिव रहता है।
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ब्लड प्रेशर कंट्रोल में मददगार
नंगे पांव चलने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे हाई बीपी या लो बीपी के मरीजों को काफी राहत मिलती है। नियमित अभ्यास से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
पाचन तंत्र होता है मजबूत
पैरों के तलवों पर कुछ ऐसे पॉइंट्स होते हैं जो पेट और पाचन तंत्र से जुड़े होते हैं। जब आप घास पर धीरे-धीरे नंगे पांव चलते हैं, तो इन बिंदुओं पर हल्का दबाव पड़ता है, जिससे पाचन प्रक्रिया में सुधार आता है।
नींद की गुणवत्ता में सुधार
जो लोग नींद न आने की समस्या से परेशान हैं, उनके लिए यह एक नेचुरल थेरेपी है। सुबह की ताज़ी हवा और घास की ठंडक शरीर और मन को शांति देती है, जिससे रात की नींद गहरी और बेहतर होती है।
नंगे पांव घास पर चलने का सही समय और तरीका
सही समय:
- सुबह सूर्योदय के समय घास पर चलना सबसे उत्तम माना जाता है।
- इस समय वातावरण में ऑक्सीजन भरपूर होती है, जो शरीर को ऊर्जावान बनाती है।
- कोशिश करें कि आप सूरज उगने से पहले या उसके तुरंत बाद घास पर चलें।
सही तरीका:
- जगह का चुनें: किसी पार्क या खुले बगीचे में ऐसी जगह चुनें जहां हरी, साफ और मुलायम घास हो।
- धीरे-धीरे चलें: नंगे पांव बहुत तेज न चलें। धीरे-धीरे कदम बढ़ाएं और हर कदम को महसूस करें।
- सांस पर ध्यान दें: चलते समय गहरी सांस लें और छोड़ें, इससे मानसिक शांति मिलती है।
- समय तय करें: रोज कम से कम 15–20 मिनट घास पर जरूर चलें।
- ध्यान रखें: घास पर चलते समय मोबाइल का यूज न करें। यह समय खुद से जुड़ने और प्रकृति को महसूस करने का है।
क्या नंगे पांव चलना सभी के लिए सही है?
अगर आपको डायबिटीज है और पैरों में सेंसिटिविटी कम हो गई है, तो नंगे पांव चलने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। ऐसे लोग जिनके पैरों में घाव या इन्फेक्शन की आशंका हो, उन्हें भी थोड़ा सावधानी बरतनी चाहिए।
रोजाना नंगे पांव हरी घास पर चलना एक ऐसा नेचुरल और आसान तरीका है जिसे अपनाकर आप अपने फिजिकल और मेंटल हेल्थ में बड़े बदलाव ला सकते हैं। यह प्रकृति से जुड़ने का एक खूबसूरत जरिया है जो शरीर को भीतर से हेल्दी और मन को शांत करता है।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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