समय रहते लगाना है Breast Cancer का पता, तो जानें शुरुआती लक्षण और सेल्फ-एग्जामिन का तरीका
ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) महिलाओं में होने वाले सबसे कॉमन कैंसर में से एक है। इसका वक्त रहते इलाज न होने पर यह जानलेवा साबित होता है। इसलिए इसके शुरुआती लक्षणों (Breast Cancer Early Symptoms) और सेल्फ एग्जामिन यानी खुद की जांच करने के तरीकों के बारे में पता होना जरूरी है। इनकी मदद से वक्त रहते ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाया जा सकता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) महिलाओं में सबसे आम कैंसर में से एक है। समय पर इसका पता लगाने से इलाज आसान हो जाता है और जान बचाने की संभावना भी काफी बढ़ जाती है।
इसलिए, ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षणों (Breast Cancer Early Symptoms) को पहचानना और नियमित रूप से खुद की जांच (Self-Examination) करना बेहद जरूरी है। आइए डॉ. वैशाली जामरे (डायरेक्टर– सर्जिकल ऑनकोलॉजी, ब्रेस्ट ऑनकोलॉजी, एंड्रोमेडा कैंसर हॉस्पिटल, सोनीपत) से जानते हैं ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षण कैसे हो सकते हैं और अपने ब्रेस्ट्स को सेल्फ एग्जामिन कैसे करें।
ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षण (Early Signs of Breast Cancer)
- गांठ या सूजन- ब्रेस्ट या बगल में किसी असामान्य गांठ का महसूस होना, जो दर्दरहित भी हो सकती है।
- ब्रेस्ट के शेप या साइज में बदलाव- एक स्तन का दूसरे से अलग दिखना या सूजन आना।
- निप्पल से डिस्चार्ज- स्तन से खून या पानी जैसा लिक्विड निकलना, खासकर बिना दबाव के।
- निप्पल का अंदर धंसना- निप्पल का अंदर की ओर मुड़ जाना।
- स्तन की त्वचा में बदलाव- त्वचा का लाल होना, गड्ढे पड़ना या संतरे के छिलके जैसी बनावट दिखाई देना।
- दर्द या बेचैनी- स्तन में लगातार दर्द या असहजता महसूस होना।
यदि इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।
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घर पर ब्रेस्ट कैंसर की जांच कैसे करें? (How To Self-Examine Your Breasts?)
सेल्फ-ब्रेस्ट एग्जामिनेशन (SBE) एक आसान तरीका है जिसे हर महिला महीने में एक बार कर सकती है। यह जांच पीरियड्स खत्म होने के 3-5 दिन बाद करनी चाहिए, क्योंकि इस समय ब्रेस्ट सबसे कम सेंसिटिव होते हैं। वहीं जिन महिलाों में मेनोपॉज हो चुका है, वे हर महीने किसी एक फिक्स डेट पर ब्रेस्ट एग्जामिन कर सकती हैं।
स्टेप-1 शीशे के सामने जांचें
- शर्ट और ब्रा उतारकर शीशे के सामने खड़ी हो जाएं।
- दोनों हाथों को कमर पर रखकर स्तनों के आकार, रंग और आकृति में कोई बदलाव देखें।
- हाथों को सिर के ऊपर उठाकर स्तनों और निप्पल की स्थिति की जांच करें।
स्टेप 2- हाथों से जांच (लम्बे और गोलाकार मोशन में)
- पीठ के बल लेट जाएं और दाएं हाथ को सिर के नीचे रखें। बाएं हाथ की उंगलियों से दाएं स्तन को गोलाकार घुमाते हुए दबाकर जांचें। यही प्रक्रिया अपने दूसरे ब्रेस्ट के साथ भी करें।
- निप्पल से शुरू करके बाहर की ओर सर्किल बनाते हुए पूरे ब्रेस्ट को चेक करें।
- ब्रेस्ट को ऊपर से नीचे तक छूकर देखें।
- बगल में भी गांठ या सूजन तो नहीं है, यह देखने के लिए हल्के से दबाएं।
स्टेप 3- निप्पल की जांच
- निप्पल को हल्के से दबाकर देखें कि कोई डिस्चार्ज तो नहीं हो रहा।
- निप्पल के आसपास की त्वचा में कोई बदलाव तो नहीं है।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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