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Diabetes: आपकी आर्टरीज के लिए नुकसानदेह हो सकता है डायबिटीज, इन तरीकों से करें शुगर लेवल कंट्रोल

डायबिटीज शरीर में इंसुलिन की कमी की वजह से होने वाली एक बीमारी है। यह बीमारी आपके वैस्कुलर सिस्टम के साथ-साथ कई अन्य अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करें। इसके लिए आप कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रख सकते हैं। जानें कैसे आप डायबिटीज से अपने वैस्कुलर हेल्थ की रक्षा कर सकते हैं।

By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaPublished: Mon, 25 Dec 2023 01:32 PM (IST)Updated: Mon, 25 Dec 2023 01:32 PM (IST)
डायबिटीड में इन तरीकों से करें ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Diabetes: डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, जिसे समय पर कंट्रोल न करना, जानलेवा भी साबित हो सकता है। डायबिटीज शरीर में इंसुलिन लेवल कम होने की वजह से होता है। इंसुलिन वह हार्मोन होता है, जो आपके ब्लड शुगर लेवल को संतुलित करता है। इसकी कमी होने या ठीक से इस्तेमाल न कर पाने की वजह से, आपके ब्लड में शुगर लेवल बढ़ जाता है। शुगर लेवल का बढ़ना इतना खतरनाक हो सकता है कि धीरे-धीरे यह आपके शरीर के लगभग सभी अंगों को प्रभावित करने लगता है। डायबिटीज आपके शरीर के वाइटल पार्ट्स, जैसे- दिल, दिमाग, किडनी, आंखें, नसों आदि को नुकसान पहुंचाता है, जिस वजह से यह जानलेवा भी हो सकता है। इस वजह से डायबिटीज को स्लो डेथ भी कहा जाता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, हर साल लगभग 10 लाख मौतों की वजह डायबिटीज बनता है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों की संख्या 42 करोड़ के आस-पास है और यह संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है, जो एक बेहद ही गंभीर खतरे की ओर इशारा है।

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ब्लड वेसल्स के लिए नुकसानदेह...

ब्लड शुगर लेवल अधिक मात्रा में बढ़ने की वजह से यह आपके वैस्कुलर हेल्थ यानी आपकी आर्टरीज और वेन्स, के लिए नुकसानदेह होता है। इसकी वजह से आपके ब्लड वेसल्स में कई ऐसे बदलाव होने लगते हैं, जो कई बीमारियों के जोखिम को बढ़ा देते हैं। ब्लड वेसल्स में शुगर की मात्रा अधिक होने की वजह से वह रिएक्ट कर, ब्लड वेसल्स की फ्लेक्सिबिलिटी को कम कर देता है। इस वजह से ब्लड फ्लो में दिक्कत होती है। इस कारण से ब्लड वेसल्स में प्लेग भी इकट्ठा हो सकता है, जिस वजह से ये संकरी हो सकती हैं। इन कारणों से इंफ्लेमेशन, हाइपरटेंशन, हार्ट अटैक, स्ट्रोक आदि का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, कई वैस्कुलर डिजीज, जैसे- एथेरोस्क्लेरोसिस, पेरिफेरल आर्टरीज डिजीज और कोरोनरी आर्टरी डिजीज भी होने की संभावना हो सकती है। इसलिए हेल्दी लाइफ जीने के लिए डायबिटीज से बचाव करना काफी जरूरी है। आइए जानते हैं किस तरह आप डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल को मैनेज कर, अपनी वैस्कुलर हेल्थ का ख्याल रख सकते हैं।

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  • एक्सरसाइज करें- एक्सरसाइज करने से आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल हो सकता है। साथ ही, यह हार्ट के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। डायबिटीज आपके दिल को भी प्रभावित करता है, इसलिए एक्सरसाइज करना आपके दिल के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा, यह वजन कम करने में भी मदद करता है, जो डायबिटीज के प्रभावों को कम करने में फायदेमंद होता है।
  • ब्लड शुगर लेवल मैनेज- ब्लड शुगर लेवल मैनेज करना डायबिटीज में सबसे महत्वपूर्ण स्टेप है। डायबिटीज से होने वाले दुष्परिणामों की वजह ही ब्लड शुगर लेवल का बढ़ना है। इसलिए अपने डॉक्टर से सलाह लेकर इसे कम करने के तरीकों पर काम करें। साथ ही, रोज अपना शुगर लेवल चेक करें और अगर यह अधिक बढ़ता या घटता हुआ लगे, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
  • फाइबर युक्त खाना- फाइबर ब्लड शुगर लेवल को अचानक से बढ़ने नहीं देता। अपने इस गुण के कारण यह डायबिटीज के मरीजों के लिए वरदान से कम नहीं है। इसलिए अपनी डाइट में फाइबर से भरपूर फूड आइटम्स, जैसे- साबुत अनाज, ब्रोकली आदि को शामिल करें। साथ ही, यह ओवर इटिंग की समस्या को कम करने में भी मदद करता है।
  • हेल्दी वजन- अधिक वजन होने की वजह से ब्लड शुगर लेवल अधिक होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए अगर आप ओवर वेट हैं या मोटापे का शिकार हैं, तो वजन कम करने की कोशिश करें। हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज इसमें आपकी मदद कर सकते हैं।
  • स्ट्रेस मैनेजमेंट- स्ट्रेस लेवल अधिक होने की वजह से यह आपके शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ जाता है, जिस वजह से ओवर इटिंग की समस्या हो सकती है। यह बदले में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है। इसलिए स्ट्रेस मैनेजमेंट करने की कोशिश करें।
  • स्मोकिंग न करें- स्मोकिंग करने के आपकी आयु घटती है। यह आपके दिल, फेफड़े और आर्टरीज के लिए काफी नुकसानदेह होता है। इसलिए स्मोकिंग न करें। अगर इसे छोड़ने में तकलीफ हो, तो अपने डॉक्टर से मिलकर इस बारे में बात करें।
  • रेगुलर चेकअप- अपने डॉक्टर से नियमित तौर पर मिलकर, उनसे अपनी हेल्थ चेकअप कराएं। इसके साथ ही, अगर कोई समस्या महसूस हो, तो उसके बारे में भी अपने डॉक्टर से संपर्क करें। इससे वे वक्त पर आपका सही इलाज कर पाएंगे। इसके अलावा, वक्त पर अपनी दवाइयां लेना न भूलें। दवाइयां न लेने की वजह से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। इसलिए डॉक्टर द्वारा बताए गए तरीकों से दवाइयां लें।

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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik


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