तनाव कम हो न हो लेकिन हर रोज आपका दिल हो रहा कमजोर, सिगरेट के धुएं से सुलग रहे फेफड़े
लगातार सिगरेट पीने से (Heart Attack) दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं इसके साथ ही सिगरेट पीने से दिल की धमनियों में (Heart Blockage) ब्लॉकेज होने का खतरा भी बढ़ रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि सिगरेट पीने से हार्ट फेल्योर का भी खतरा बढ़ रहा है। ऐसे में बहुत ज्यादा सिगरेट सेहत को नुकसान कर रही है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सिगरेट का शौक लोगों को मौत के मुंह में ले जा रहा है। लगातार सिगरेट पीना और फिर इसकी लत में पूरी तरह से घिर जाना सेहत पर बुरी तरह प्रभाव डाल रहा है। अक्सर लोगों का कहना होता है कि तनाव दूर करने के लिए वह सिगरेट पीते हैं, लेकिन डॉक्टर्स कहते हैं कि सिगरेट पीने से तनाव दूर करना केवल एक भ्रम है। यह मेडिकल फील्ड से साबित नहीं कि सिगरेट पीने से तनाव दूर हो। डॉक्टर्स कहते हैं कि बल्कि सिगरेट पीने से दिल का खतरा बढ़ रहा है। लगातार सिगरेट पीने से दिल के मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
निकोटिन कर रहा नुकसान
सिगरेट में निकोटिन होता है, जो दिल की धमनियों को संकुचित कर देता है, जिससे दिल में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। जैसे-जैसे अब सिगरेट की मात्रा बढ़ाते जाते हैं आपके अंदर निकोटिन जाता रहता है। ये निकोटिन आपके दिल में खून का फ्लो है उसे कम कर देता है। इससे दिल में ब्लॉकेज का खतरा बढ़ जाता है। कई बार तो दिल की नसों में स्टंट तक डालना पड़ता है। सिगरेट की लत न सिर्फ आपके दिल पर असर डालती है बल्कि ये फेफड़ों को भी कमजोर करती है।
कार्बन मोनोक्साइड का प्रभाव
सिगरेट में कार्बन मोनोक्साइड होता है, जो दिल की धमनियों को नुकसान पहुंचा रहा है। सिगरेट में टार और अन्य रसायन भी होते हैं। जो हर रोज आपके दिल को कमजोर करने में लगे हुए हैं। आपके दिल की धमनियों को नुकसान पहुंचता है तो दिल भी एक दिन धड़कना बंद कर देता है।
बहुत ज्यादा सिगरेट पीना आपके दिल को कमजोर कर रहा है। इसके साथ ही लोगों को दिल का मरीज बना रहा है। लोगों को समझ आता है कि सिगरेट पीने से वह अपने तनाव को कम कर रहे हैं, बल्कि ये उल्टा उनके दिल को कमजोर कर रहा है।
इन समस्याओं से निपटने के लिए कुछ सुझाव
सिगरेट पीना बंद करें: सिगरेट पीना बंद करने से दिल के रोगों का खतरा कम हो जाता है।
नियमित व्यायाम करें: नियमित व्यायाम करने से दिल की सेहत में सुधार होता है।
स्वस्थ आहार लें: स्वस्थ आहार लेने से दिल की सेहत में सुधार होता है।
तनाव प्रबंधन करें: तनाव प्रबंधन करने से दिल के रोगों का खतरा कम हो जाता है।
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