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    विटामिन-डी की कमी दूर करने के लिए धूप में कितनी देर और कब बैठना है सबसे असरदार? यहां पढ़ें जवाब

    Updated: Thu, 13 Nov 2025 04:00 PM (IST)

    विटामिन-डी का सबसे बेहतरीन सोर्स सूरज की रोशनी है, लेकिन बावजूद इसके ज्यादातर लोगों में विटामिन-डी की मात्रा कम (Vitamin-D Deficiency) पाई जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि विटामिन-डी बनाने के लिए धूप लेने का सही समय और अवधि पता होना जरूरी है। आइए जानें विटामिन-डी पूरा करने के लिए कितनी देर और कब धूप में बैठना चाहिए। 

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    विटामिन-डी की कमी दूर करने के लिए धूप में बैठना है जरूरी (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। विटामिन-डी की कमी हमारी सेहत के लिए काफी जरूरी है। हालांकि, तब भी ज्यादातर लोगों में इसकी कमी देखने को मिलती है। इसकी कमी के कारण हड्डियों में दर्द, डिप्रेशन, मूड स्विंग्स, कमजोर इम्युनिटी जैसे लक्षण (Vitamin-D Deficiency Symptoms) देखने को मिलते हैं। इन परेशानियों से बचने के लिए शरीर में विटामिन-डी की मात्रा सही बनाए रखना जरूरी है। 

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    विटामिन-डी की कमी दूर करने का सबसे असरदार तरीका है धूप में बैठना, क्योंकि सूरज की रोशनी के संपर्क में आकर हमारा शरीर विटामिन-डी बनाता है। लेकिन इसके लिए यह जानना जरूरी है कि कितनी देर और किस समय (Right Time to Take Vitamin) धूप में बैठने से विटामिन-डी सबसे ज्यादा बनता है। आइए जानें इस बारे में। 

    धूप लेने का सही समय

    विटामिन-डी बनाने के लिए सूरज की यूवी किरणों के संपर्क में आना जरूरी है। ये किरणें जब हमारी त्वचा पर पड़ती हैं, तो विटामिन-डी का प्रोडक्शन शुरू होता है। इसलिए सूरज की रोशनी विटामिन-डी का सबसे बेहतरीन सोर्स है।

    • सबसे सही समय- विटामिन-डी बनाने के लिए सबसे अच्छा समय दोपहर 10 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक का माना जाता है। इस दौरान यूवी-बी किरणों की इंटेंसिटी सबसे ज्यादा होती है। इसका मतलब यह नहीं है कि आप घंटों धूप में खड़े रहें, बल्कि इस समय की कम समय की धूप भी पर्याप्त विटामिन-डी बनाने के लिए काफी असरदार हो सकती है।
    Vitamin D Deficiency symptoms

    कितनी देर धूप में बैठना जरूरी है?

    धूप में बैठने का समय भी जानना जरूरी है, लेकिन यह कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है-

    • त्वचा का रंग- गोरी त्वचा में मेलेनिन कम होता है, इसलिए उसे विटामिन-डी बनाने में कम समय लगता है। वहीं, गेहुंए या सांवले रंग की त्वचा में मेलेनिन ज्यादा होता है, जो यूवी-बी किरणों के अब्जॉर्प्शन में बाधा डालता है। ऐसी त्वचा के लिए 20-30 मिनट की जरूरत हो सकती है।
    • उम्र- उम्र बढ़ने के साथ त्वचा में विटामिन-डी बनाने की क्षमता कम हो जाती है। इसलिए बुजुर्ग लोगों को थोड़ा ज्यादा समय धूप में बिताने की सलाह दी जाती है।
    • ज्योग्राफी- आप जहां रहते हैं, वहां धूप तेज आती है या नहीं इस बात पर भी धूप में बैठने का समय निर्भर करता है। 
    • मौसम- सर्दियों के मौसम में धूप की इंटेंसिटी कम होती है, इसलिए इस दौरान धूप में बैठने का समय बढ़ाना पड़ सकता है।

    इन बातों का ध्यान रखें

    • सनस्क्रीन का इस्तेमाल- अगर आप 30 मिनट से ज्यादा समय तक धूप में रहने वाले हैं, तो सनस्क्रीन लगाना जरूरी है ताकि त्वचा को नुकसान से बचाया जा सके।
    • कांच के पीछे की धूप बेकार- कमरे की खिड़की या कार की खिड़की के पीछे बैठकर धूप लेना बेकार है, क्योंकि कांच यूवी-बी किरणों को रोक देता है।
    • ज्यादा धूप हानिकारक- जरूरत से ज्यादा देर तक तेज धूप में रहने से सनबर्न, त्वचा का कैंसर और डिहाइड्रेशन का खतरा हो सकता है। 

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