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    युवाओं को भी चपेट में ले रहा है Rheumatoid Arthritis, स्मोकिंग है सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर

    रुमेटॉइड आर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis) जोड़ों से जुड़ी एक बढ़ती समस्या है। युवाओं में आर्थराइटिस के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है। खराब जीवनशैली और स्मोकिंग इसके प्रमुख कारण हैं, और 2040 तक इसके मामलों में और तेजी आने की आशंका है। यह बीमारी जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न पैदा करती है। इससे बचने के लिए हेल्दी डाइट और नियमित एक्सरसाइज जरूरी हैं।

    By Jagran News Edited By: Swati Sharma Updated: Thu, 26 Jun 2025 09:10 AM (IST)
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    युवाओं में क्यों बढ़ रहे हैं रूमेटॉइड आर्थराइटिस के मामले? (Picture Courtesy: Freepik)

    प्रेट्र,नई दिल्ली। रुमेटॉइड आर्थराइटिस (आरए) जोड़ों में दर्द से जुड़ी एक आ समस्या है लेकिन पिछले कुछ दिनों में युवाओं में यह ज्यादा देखने को मिली है। एनल्स आफ द रुमेटिक डिजीज नाम की पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, आरए ने 2021 में विश्वभर में लगभग 18 मिलियन लोगों को प्रभावित किया जिसमें युवकों की बड़ी संख्या निकली।

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    यह आंकड़ा 1990 के बाद से मामलों में 13 प्रतिशत की वृद्धि दिखाता है। अध्ययन में 1980 से 2021 तक 953 वैश्विक और स्थानीय क्षेत्रों के डाटा का विश्लेषण किया गया जो ग्लोबल बर्डन आफ डिजीज (जीबीडी) से लिया गया था। इसमें एक नए डीप लर्निंग माडल का इस्तेमाल किया गया। विश्लेषण से पता चला कि इस अवधि में रुमेटॉइड आर्थराइटिस का वैश्विक बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। खासकर युवाओं में। आयरलैंड और न्यूजीलैंड आर्थराइटिस के मामले में बेहद असमानता वाले देश है। लाइफस्टाइल और धूमपान प्रमुख कारणों के तौर पर सामने आया ।


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    2040 तक मामलों में आ सकती है तेजी

    लंदन के इंपीरियल कालेज के प्रमुख शोधकर्ता क्यूरन लिन ने बताया कि 2040 तक आर्थराइटिस के मामलों में तेजी आ सकती है। पहले की रिसर्च में भी यह बात सामने आ चुकी है कि आर्थराइटिस के लिए खराब लाइफस्टाइल जिम्मेदार है। दरअसल, जब खाने में जब प्रोटीन की मात्रा बढ़ती है तो यह शरीर में टूटकर प्यूरिन बन जाता है। प्यूरिन यूरिक एसिड में बदलकर पेशाब के माध्यम से शरीर से बाहर निकाल देता है लेकिन जब यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है तो यह क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है और ये जोड़ों के बीच में जमने लगता है। इसी से जोड़ों में दर्द होता है। इसके अलावा धूम्रपान आरए के जिम्मेदार कारकों में प्रमुख है। अगर उपाय की बात करें तो आर्थराइटिस से बचने के लिए रोजाना एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट लेनी चाहिए एवं नियमित तौर पर हरी पत्तीदार सब्जियां एवं ताजे फलों का सेवन स्वस्थ रहने में कारगर साबित हो सकता है।

     

    किसी भी उम्र के लोगों में हो रही रुमेटॉइड आर्थराइटिस

    रुमेटॉइड आर्थराइटिस (आरए) के कारण जोड़ों में सूजन, दर्द और अकड़न होती है। यह तब होती है जब प्रतिरक्षा प्रणाली ठीक से काम नहीं करती है और जोड़ों की परत पर हमला करती है जिसे सिनोवियम कहा जाता है। यह बीमारी आमतौर पर हाथों, घुटनों या टखनों को प्रभावित करती है और शरीर के दोनों तरफ एक ही जोड़ को प्रभावित करती है जैसे कि दोनों हाथ या दोनों घुटने। कई केस में आरए शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है जैसे कि हृदय, फेफड़े और आंखें । इससे थकान, बुखार और वजन कम होना जैसे लक्षण हो सकते हैं। बता दें, सिनोवियम एक विशेष प्रकार का ऊतक है जो जोड़ों के अंदर की जगह को रेखांकित करता है। यह एक झिल्ली के रूप में कार्य करता है जो जोड़ों को ढकती है और सिनोवियल द्रव के उत्पादन के लिए जिम्मेदार होती है। 


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