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    Weight Loss Drugs: वेट लॉस की दवाईयों का हार्ट हेल्थ पर पड़ता है ये असर, रिसर्च में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

    Updated: Wed, 15 May 2024 11:43 AM (IST)

    अक्सर लोग अपना वजन कम करने के लिए आसान तरीकों को अपनाते हैं। इनमें सर्जरी से लेकर वजन कम करने वाली दवाईयां भी शामिल हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वेट लॉस से जुड़ी दवाईयों का आपके हार्ट हेल्थ पर क्या असर पड़ता है। एक रिसर्च के मुताबिक Weight Loss Drugs लेने से हार्ट फेलियर का जोखिम कम हो सकता है।

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    वेट लॉस ड्रग्स का हार्ट हेल्थ पर पड़ता है ये असर। (Image Credit - Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। ओजेम्पिक जैसे वजन घटाने वाले इंजेक्शन हार्ट हेल्थ के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकते हैं। एक नई रिपोर्ट से पता चलता है कि ये दवाएं ओबेसिटी से जूझ रहे लोगोंं में दिल के दौरे और स्ट्रोक के खतरे को काफी कम कर सकती हैं, भले ही उनका वजन उतना ही क्यों न रहें।

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    रिसर्चर्स का मानना ​​है कि वेट लॉस के लिए इस्तेमाल होने वाली ये दवाइयां वजन घटाने से ज्यादा हेल्थ बेनिफिट्स दे सकती हैं। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (यूसीएल) के रिसर्चर प्रोफेसर जॉन डीनफील्ड इन दवाओं को "बड़े पैमाने पर अवसर" के रूप में देखते हैं और उनके प्रभाव की तुलना स्टैटिन की खोज से करते हैं।

    रिसर्चर्स ने जांच की कि क्या सेमाग्लूटाइड, वजन घटाने वाली दवा जैसे वेगोवी, ओजेम्पिक और रायबेल्सस मोटे लोगों में हार्ट हेल्थ के लिए फायदे करती हैं? इस अध्ययन में 41 देशों के 17,600 से ज्यादा प्रतिभागियों को शामिल करते हुए पांच साल के टेस्ट के डेटा को आंका गया। इसका बड़ा सवाल यह था कि, क्या यह दवा ओबेसिटी से जूझ रहे, जो डाइबिटीज का शिकार नहीं हैं, ऐसे लोगों में दिल के दौरे या स्ट्रोक के खतरे को कम कर सकती है?

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    इसका रिजल्ट हैरान कर देने वाला था। सेमाग्लूटाइड ने प्रभावी ढंग से वजन घटाने को बढ़ावा दिया और दिल के दौरे, स्ट्रोक या हार्ट फेलियर के जोखिम को भी कम किया। इससे पता चलता है कि दवा में वेट मैनेजमेंट के अलावा और भी चीजें हो सकते हैं, जो हार्ट हेल्थ को फायदे देते हैं।

    प्रोफेसर डीनफील्ड का कहना है कि, "यह शानदार परीक्षण वास्तव में एक गेम-चेंजर है।" उन्होंने आगे कहा कि, "1990 के दशक में जब स्टैटिन आए, तो हमें पता चला कि दवाओं का एक ग्रुप था, जो इस बीमारी की बॉयोलॉजी को बदल देगा। यह कार्डियोलॉजी प्रैक्टिस को बदलने के लिए एक बड़ी सफलता थी। 

    ईसीओ में पेनिंगटन बायोमेडिकल रिसर्च सेंटर के प्रोफेसर डोना रयान द्वारा सेलेक्ट ट्रायल पर बेस्ड एक और रिसर्च प्रेजेंट की गई। यह रिसर्च डाइबिटीज के बिना ज्यादा वजन वाले या मोटापे से परेशान लोगों में वेट मैनेजमेंट पर सेमाग्लूटाइड के तुरंत प्रभाव पर फोकस्ड है।

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    इसके अच्छे रिजल्ट्स आने के बाद प्रोफेसर रयान ने बताया कि सेमाग्लूटाइड मरीजों को चार साल तक वजन घटाने में मदद कर सकता है। सेमाग्लूटाइड लेने वालों ने अपने शरीर के वजन का 10.2% और अपनी कमर से 7.7 सेमी कम किया, जबकि प्लेसीबो समूह में न्यूनतम वजन कम हुआ (क्रमशः 1.5% और 1.3 सेमी)।