कंधों में होने वाले दर्द के हो सकते हैं ये कारण, ऐसे पा सकते हैं इससे इंस्टेंट राहत
आजकल की बिजी लाइफस्टाइल में और गलत आदतों के कारण कंधों में दर्द होना आम बात हो गई है। इसकी कई सारी वजह हो सकती है। इसलिए इन वजहों का समय से पता लगाना जरूरी है। समय से इनका पता लगाने से सही इलाज में मदद मिलती है। आइए जानते हैं इन वजहों और इससे राहत पाने के बारे में।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में कंधों का दर्द एक आम लेकिन परेशान करने वाली खास समस्या बन चुकी है। यह समस्या केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं है, बल्कि युवा, ऑफिस वर्कर्स और हाउस वाइस तक को इसका सामना करना पड़ता है।
घंटों लैपटॉप पर काम करना, मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल, गलत ढंग से सोना या भारी सामान उठाना ये सभी आदतें कंधों पर अतिरिक्त दबाव डालती हैं, जिससे दर्द और जकड़न पैदा होती है। कंधों का दर्द न केवल बॉडी की एक्टिविटीज को प्रभावित करता है,बल्कि डेली एक्टिविटीज में भी रुकावट पैदा करता है। इसलिए इसके कारणों को जानना और सही समय पर उपाय करना बेहद जरूरी हो गया है। तो आईए जानते हैं इनके बारे में-
कंधों में दर्द के आम कारण
गलत पोस्चर
झुककर बैठना या सोना कंधों की मांसपेशियों पर दबाव डालता है, जिससे धीरे-धीरे दर्द शुरू हो जाता है।
फ्रोजन शोल्डर
यह स्थिति तब होती है जब कंधे का मूवमेंट सीमित हो जाता है और हड्डियों व मांसपेशियों में अकड़न आने लगती है।
मसल्स में खिंचाव
अचानक भारी सामान उठाना या बिना वार्मअप के एक्सरसाइज करने से मांसपेशियों में खिंचाव आता है।
गठिया
ऑस्टियोआर्थराइटिस या रुमेटाइड आर्थराइटिस के कारण जोड़ों में सूजन आती है, जिससे कंधों में दर्द होता है।
नर्व दबाव
गर्दन से निकलने वाली नसों के दबने पर यह दर्द कंधे और हाथों तक फैल सकता है।
बर्साइटिस
यह कंधे की बर्सा (द्रव भरी थैली) में सूजन के कारण होता है, जिससे तेज दर्द और सूजन होती है।
टेंडोनाइटिस
सही पोस्चर
काम करते समय और सोते समय शरीर को सीधा और संतुलित रखें।
आराम और तनाव प्रबंधन
ज्यादा तनाव भी मांसपेशियों को जकड़ता है, इसलिए योग, प्राणायाम और पर्याप्त नींद लें।
पेन रिलीफ क्रीम या स्प्रे
अगर दर्द अधिक हो तो डॉक्टर की सलाह से पेन रिलीफ क्रीम या स्प्रे का उपयोग करें। अगर यह दर्द लगातार बना रहता है या बढ़ता जाता है, तो इसे नजरअंदाज न करें और जल्द से जल्द विशेषज्ञ से परामर्श लें।
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