National Stress Awareness Day: इन 5 आसान तरीकों से सुधारें अपना मानसिक स्वास्थ्य!
National Stress Awareness Day अगर आप या आपके आसपास एक ऐसा शख़्स है जो मानसिक तनाव से जूझ रहा है तो उसकी मदद के लिए आगे आएं। उन्हें समझाएं कि मानसिक रोग को छिपाएं नहीं इसके बारे में बात करें।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। National Stress Awareness Day: आप तनाव को कम करने और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए क्या कर सकते हैं? जब बात आती है मानसिक स्वास्थ्य की, तो आपको अपनी आदतों और लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करने की ज़रूरत होती है, जैसे स्वस्थ खाना, संतुलित डाइट, समय पर सोना, पर्याप्त नींद लेना, सकारात्मक सोचना और पढ़ना। यह सब आपके भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य को बूस्ट करने में मदद करेंगे।
अगर आप या आपके आसपास कोई मानसिक तनाव से जूझ रहा है, तो उसकी मदद के लिए आगे आएं। उन्हें समझाएं कि मानसिक रोग को छिपाएं नहीं, इसके बारे में बात करें। इन आसाम टिप्स से आप तनाव को दूर कर सकते हैं और मानसिक स्वास्थ्य को पुनर्जीवित कर सकते हैं।
अपना ख्याल रखें: खुद का और अपने शरीर का सम्मान करें, साथ ही खुद को हर दिन बेहतर महसूस कराने की कोशिश करें। इसके लिए आपका शरीर स्वस्थ होना चाहिए, इसलिए खाने में जंक फूड, कैफीन और चीनी की मात्रा कम करें। अपने लिए समय निकालें और पसंदीदा काम में मन लगाएं। इससे न आपको तरोताज़ा महसूस होगा बल्कि सुकून भी मिलेगा।
रोज़ाना एक्सरसाइज़ करें: एक बाद याद रखें कि एक फिट शरीर ही तनाव से लड़ सकता है। शरीर को एक्टिव रखने से ही एंडोर्फिन्स यानी अच्छे मूड को बूस्ट मिलता है और आप रोज़मर्रा की परेशानियों को भूल जाते हैं। शरीर और दिमाग़ को सुकून और आराम देने के लिए योग या फिर ताई-ची सीखें।
दिमाग़ और शरीर पर ध्यान दें: जो लोग किसी बीमारी से पीड़ित होते हैं, वे आसानी से तनाव की चपेट में आ जाते हैं। अपने जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए आप ऐसे कुछ कदम उठा सकते हैं, जो गंभीर बीमारी के साथ रहने की चुनौतियों को कम करते हैं। आपको शायद यक़ीन न आए, लेकिन थाइरॉयड डिसॉर्डर, दिल की बीमारी और यहां तक कि विटामिन की कमी के लक्षण मानसिक रोग से काफी मिलते हैं। तो, इससे पहले कि आप ये तय करें कि आपको मनोवैज्ञानिक समस्या है, सुनिश्चित करें कि आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं।
अगर आप ज़्यादा तनाव महसूस करते हैं, तो डॉक्टर से ज़रूर बात करें।
प्राकृतिक तरीके अपनाएं: आप तनाव को दूर करने के लिए ध्यान का सहारा ले सकते हैं। मेडिटेशन यानी ध्यान करना न सिर्फ शारीरिक रूप से फायदा पहुंचाता है बल्कि दिमाग़ को भी स्वस्थ बनाता है।
याद रखें कि आप अकेले नहीं हैं: ज़िंदगी कई उतार-चढ़ाव से भरी होती है, कई बार ऐसा होता है कि एक व्यक्ति इतने तनाव से गुज़रता है, जिसे झेलना उसके लिए मुश्किल हो जाता है। कभी-कभी अचानक ही मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे ग़ायब हो जाते हैं। मामला कैसा भी हो, मानसिक रोग होना शर्म की बात नहीं है। ऐसा हो सकता है कि कुछ लोग आपको समझ न पाएं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आप अकेले हैं।
आप इसे पसंद करें या नहीं, तनाव जिंदगी का एक हिस्सा है। बेहतर यही है कि इससे जूझने का तरीका सीखें और उसका अभ्यास करें। स्वस्थ विकल्प चूनें, जो आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करें। एक स्वस्थ मन और शरीर ही आपको जीवन में आने वाले अच्छे या बूरे बदलावों को सकारात्मकता से सामना करने की हिम्मत देगा।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।