Menstrual Hygiene Day 2022: कहीं आप भी तो भरोसा नहीं करती पीरियड्स से जुड़े इन मिथ्स पर? जान लें इनकी सच्चाई
Menstrual Hygiene Day 2022 हमारे देश में पीरियड्स को लेकर आज भी कई तरह की भ्रांतियां फैली हुई हैं जिसका कोई आधार नहीं है और कई बार इस चक्कर में महिलाएं पीरियड्स के दौरान और ज्यादा तकलीफ झेलती हैं। तो जरूरी है इन मिथ्य के पीछे की सच्चाई जानना।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Menstrual Hygiene Day 2022: पीरियड्स (मासिक धर्म) एक ऐसा टॉपिक है जिस पर आज भी भारतीय महिलाएं और लड़कियां खुलकर बात करना पसंद नहीं करती। मासिक धर्म को लेकर जो बातें उन्होंने अपनी मां और दादी-नानी से सुनी है वो उसे ही सच मानकर फॉलो कर रही हैं। जिसके चलते उन्हें कई बार सेहत से जुड़ी गंभीर समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। पीरियड्स के दौरान किचन में जाने की मनाही, खट्टी चीज़ों न छूना, मंदिर न जाना, किसी तरह की फिजिकल एक्टिविटीज़ न करना जैसी कई चीज़ें। तो आज हम इन धारणाओं के पीछे की सच्चाई के बारे में जानेंगे।
1. पीरियड 4-5 दिनों का होना ही चाहिए
ये तो हम सभी ने सैकड़ों बार सुना होगा कि अगर पीरियड्स कम से कम चार दिन का होना ही चाहिए। इससे कम हुआ तो कोई परेशानी है लेकिन यह केवल एक मिथ है क्योंकि हर महिला का मासिक चक्र अलग-अलग होता है। यह सिर्फ महिला की सेहत पर डिपेंड करता है कि उसे कितने दिन पीरियड आएगा।
2. पीरियड्स के दौरान शरीर से गंदा खून निकलता है
शहरी क्षेत्रों की बात छोड़ दें तो गांवों में आज भी ये बात मानी जाती है कि पीरियड्स के दौरान निकलने वाला खून गंदा होता है। जबकि ऐसा नहीं है। पीरियड्स का खून न गंदा होता है और ना ही इससे शरीर के टॉक्सिन्स बाहर निकालते हैं। यह बस एक शारीरिक प्रक्रिया है।
3. खट्टी चीजें छूने की मनाही
यह भी एक धारणा बनी हुई है कि महिलाओं को पीरियड्स के दौरान खट्टी चीजें नहीं खानी चाहिए। ऐसा कोई विज्ञान नहीं कहता कि पीरियड्स के दौरान खट्टी चीज़ें खाने या छूने से कुछ नुकसान होता है। हां, लेकिन संतुलित और हेल्दी चीज़ें खाने से इस दौरान होने वाले पेट दर्द और ऐंठन में काफी राहत मिलती है।
4. फिजिकल एक्टिविटीज न करना
एक और ऐसी धारणा जिसके पीछे का सच जान लेना है जरूरी। ऐसा मानते हैं कि भागने-दौड़ने या उछल-कूद करने से दर्द ज्यादा होगा जबकि सच्चाई ठीक इसके विपरीत है। बल्कि ज्यादा आराम करने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन ठीक ढंग से नहीं हो पाता और पेन भी ज्यादा होता है। वहीं फिजिकली एक्टिव रहने से ब्लड और ऑक्सीजन का प्रवाह सही तरह से चलता रहेगा जिससे पेट दर्द या ऐंठन नहीं होता।
5. पीरियड्स के दौरान आप प्रेग्नेंट नहीं हो सकते
यह पूरी तरह से सच नहीं है। इंटीमेट होने के दौरान अगर स्पर्म वजाइना के अंदर रह जाए तो सात दिनों तक जिंदा रहता है। मतलब अगले सात दिनों तक प्रेग्नेंसी की संभावना बनी रहती है इसलिए पीरियड्स के दौरान भी सेफ तरीकों का इस्तेमाल करें।
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