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    मध्य प्रदेश में नहीं थम रहा Measles का कहर, इन तरीकों को अपनाकर रखें बच्चों का ख्याल

    Updated: Tue, 27 Feb 2024 12:49 PM (IST)

    मध्य प्रदेश के मैहर में लगातार मीजल्स (Measles outbreak) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से स्कूलों को बंद कर दिया गया है। यह एक खतरनाक बीमारी है जो मीजल्स वायरस की वजह से फैलती है। यह बीमारी किसी को भी अपना शिकार बना सकती है। ऐसे में इससे बचने के लिए जरूरी बातों का ख्याल रखना बेहद जरूरी है।

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    इन तरीकों से रखें अपने बच्चों को मीजल्स से सुरक्षित

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Measles Outbreak in MP: मध्य प्रदेश में लगातार मीजल्स के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस बीमारी से दो बच्चों की मौत के बाद से ही पूरे प्रदेश में हलचल मच गई है। इतना ही नहीं पिछले दिनों खुद वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी WHO ने मीजल्स को लेकर एक डराने वाली चेतावनी जारी की है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक साल के अंत तक मीजल्स आधी से ज्यादा दुनिया को अपनी चपेट में ले सकता है। ऐसे में जरूरी है कि इस बीमारी के बचाव को लेकर सही कदम उठाए जाए। खासकर जब देश के एक हिस्से में इसके मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है।

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    ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे तरीकों और उपायों के बारे में, जिनकी मदद से आप बढ़ते मीजल्स के मामलों के बीच अपने बच्चों का ध्यान रख सकते हैं।

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    मीजल्स कैसे फैलता है?

    मीजल्स एक संक्रामक बीमारी है, जिसे खसरा भी कहा जाता है। यह मीजल्स वायरस के कारण फैलता है। इस वायरस से संक्रमित होने पर दाने निकलने शुरू होते हैं, तो चेहरे से शुरू होकर पूरे शरीर में फैल जाते हैं। इसमें फ्लू जैसे लक्षणों के साथ सर्दी, खांसी और आंखें लाल हो जाती हैं। यह बीमारी उन लोगों को फैलने की ज्यादा संभावना होती है, जिन्हें इस वायरस के खिलाफ वैक्सीन नहीं लगी है। आइए जानते हैं इससे बचने के कुछ उपाय-

    बच्चों को हाथ धोने के लिए प्रेरित करें

    किसी भी तरह के संक्रमण से बचने के लिए वायरस को खुद दूर रखना बेहद जरूरी है। वायरस आमतौर पर हाथों के जरिए हमारे शरीर में प्रवेश करता है। ऐसे में वायरस को बच्चों से दूर रखने के लिए उन्हें बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोने के लिए प्रेरित करें।

    संपर्क में आने वाली सतहों को सैनिटाइज करें

    मीजल्स बेहद संक्रामक होता है और संक्रमित मरीज द्वारा छूई गई सतहों पर इसका वायरस 3-4 घंटे तक जीवित रह सकता है। ऐसे में दरवाजे के हैंडल, नल, रसोई काउंटरटॉप्स और फर्नीचर जैसी बार-बार छुई जाने वाली सतहों को सैनिटाइज करना जरूरी है।

    बच्चों को हाइड्रेट रखें

    किसी भी तरह के वायरस या बैक्टीरिया से बचने के लिए इम्युनिटी का मजबूत होना बेहद जरूरी है। ऐसे में अपने बच्चों को मीजल्स से बचाने के लिए उनकी इम्युनिटी का ख्याल रखना जरूरी है। अपने बच्चे को हाइड्रेटेड रखने के लिए उन्हें खूब तरल पदार्थ पिलाएं।

    मास्क पहनें

    वायरस को शरीर में जाने से रोकने के लिए मास्क एक प्रभावी तरीका है। ऐसे में अपने बच्चों को यह सिखाएं और स्वयं भी यह ध्यान रखें कि आपके बच्चे सार्वजनिक स्थानों पर अपना चेहरा ढककर या मास्क पहनकर रखें।

    भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें

    भीड़-भाड़ वाली या सार्वजनिक जगहों पर अक्सर ऐसे वायरस के फैलने का खतरा बना रहता है। ऐसे में कोशिश करें कि अपने बच्चों का भीड़ के संपर्क में आना सीमित करें। अपने बच्चों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर भेजने से परहेज करें।

    शिशुओं को स्तनपान जरूर करवाएं

    मां का दूध एंटीबॉडी से भरपूर होता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। पहले छह महीनों के दौरान शिशुओं को सिर्फ स्तनपान कराना और उसके बाद 18 महीने की उम्र तक पोषक आहार देना जरूरी है।

    बच्चों को वैक्सीन जरूर लगवाएं

    मीजल्स से बचने का सबसे प्रभावी और आसान तरीका इसकी वैक्सीन लगवाना है। अगर आप भी अपने बच्चे को इस संक्रमण से बचाना चाहते हैं, तो उन्हें इसके खिलाफ वैक्सीन जरूर लगवाएं।

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    Picture Courtesy: Freepik