Dry Cough: गर्मी के मौसम में खांसी हो तो रहें सावधान, ठीक होने में क्यों लग रहा लंबा वक्त?
पटना में गर्मी के मौसम में सूखी खांसी की समस्या बढ़ रही है। विशेषज्ञ बताते हैं कि धूल प्रदूषण ठंडी चीजों का सेवन और एलर्जी इसके मुख्य कारण हैं। यदि खांसी 21 दिनों से अधिक चले तो डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। घरेलू उपचार जैसे गरारे और भाप लेने से आराम मिल सकता है लेकिन बिना डॉक्टरी सलाह के एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन न करें।

जागरण संवाददाता, पटना। अप्रैल के पहले सप्ताह से जिले का तापमान कभी सूखा-गर्म तो कभी वर्षा के कारण ठंडा हो रहा है। इसमें वायरल-बैक्टीरियल संक्रमण के मामले तो बढ़े ही हैं, खांसी बहुत लंबी खिंच रही है।
न्यू गार्डिनर रोड के निदेशक डा. मनोज कुमार के अनुसार इस बार गर्मी की खांसी काफी लंबी खिंच रही है और लोगों को अस्थमा उपचार में आने वाली कुछ दवाएं तक देनी पड़ रही हैं।
इसका कारण तेज गर्मी के साथ धूल-धुआं, ठंडी चीजों का अत्यधिक सेवन व एलर्जी हो सकते हैं। वहीं, एनएमसीएच में मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डा. अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि वायरल संक्रमण के बाद इस बार प्रदूषण एवं तापमान में अंतर के कारण खांसी लंबी खिंच रही है।
इसका कारण स्पष्ट नहीं है लेकिन कोई दवा इस पर बहुत प्रभावी नहीं है। 10 दिन एंटीएलर्जिक दवा से यदि ठीक नहीं होता है तो एक्स-रे कराकर नजदीकी डाक्टर से मिलना चाहिए ताकि इसके दुष्प्रभावों को देख उनका निदान किया जा सके।
नमक-गुनगुने पानी से गरारा, भाप लेने समेत अन्य घरेलू उपाय किए जा सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार सामान्यत: वायरल या बैक्टीरियल खांसी तीन से पांच दिन में ठीक हो जाती है। इस वर्ष सूखी खांसी लंबे समय तक परेशान कर रही है।
एलर्जी, एसिड रिफ्लक्स, प्रदूषण, अस्थमा या अन्य कोई भी इसका कारण हो सकता है। खांसी के लिए खुद से कोई दवा खासकर एंटीबायोटिक कतई नहीं लें। 21 दिन से अधिक खांसी सताए तो डाक्टर से मिलकर जांच व परामर्श लें।
यदि गले में दर्द हो तो पांच से 10 दिन एंटीएलर्जिक दवा व घरेलू उपायों से इतर कोई दवा नहीं लें। इसी प्रकार वायरल बुखार तीन से पांच दिन सिर्फ पैरासिटामाल से ठीक हो जाता है।
इसके पहले व बिना डाक्टरी परामर्श के एंटीबायोटिक या अन्य कोई दवा नहीं लेनी चाहिए। गर्मी की खांसी अक्सर सूखी होती है और लंबे समय तक बनी रह सकती है। गर्मी की खांसी को हल्के में नहीं लें।
अगर यह लंबे समय तक बनी रहे तो यह शरीर में किसी अंदरूनी समस्या का संकेत भी हो सकती है। सही खानपान, पर्याप्त पानी का सेवन, और समय पर उपचार से इस समस्या से बचा जा सकता है।
गर्मी में खांसी बढ़ने के प्रमुख कारण
- सूखी-गर्म हवा: गर्मी में आर्द्रता कम होने से गला सूखने लगता है और खांसी का कारण बनती है।
- धूल और प्रदूषण: धूल व धुआं श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है, इससे खांसी शुरू हो सकती है।
- ठंडी चीजों का अधिक सेवन: आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स या ठंडा पानी गर्मी में राहत तो देते हैं, लेकिन गला खराब कर लंबी खांसी का कारण भी बन सकते हैं।
- एलर्जी: फूलों के पराग, धूल, या पालतू जानवरों के बालों से एलर्जिक प्रतिक्रिया हो सकती है, इससे सूखी खांसी लंबे समय तक बनी रहती है।
- गैस्ट्रिक एसिड रिफ्लक्स: गर्मियों में मसालेदार व तली चीजों के अधिक सेवन पेट में गैस होती है, इससे पेट का एसिड गले तक आकर खांसी का कारण बन सकता है।
- वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण: गर्मी में भी वायरस या बैक्टीरिया से गले का संक्रमण हो सकता है, जो लंबे समय तक खांसी का कारण बनता है। यदि खांसी 21 दिन से अधिक खिंचे तो जांच जरूरी है।
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