कैंसर के खतरे को भी किया जा सकता है कम, बस लाइफस्टाइल में शामिल करनी होंगी 5 आदतें
कैंसर एक गंभीर बीमारी है लेकिन जीवनशैली में कुछ बदलाव करके इसके खतरे को कम किया जा सकता है। धूम्रपान छोड़ना सही वजन बनाए रखना स्वस्थ खानपान अपनाना और धूप से बचाव करना महत्वपूर्ण है। एचपीवी वैक्सीन भी कुछ प्रकार के कैंसर से बचाव में मददगार है। आइए जानते हैं इस बीमारी से बचाव के बारे में विस्तार से।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। कैंसर एक जानलेवा बीमारी है और सभी प्रकार के कैंसर में बचाव संभव नहीं, लेकिन लाइफस्टाइल में कुछ हेल्दी बदलाव करके आप इसके होने के खतरे को कम जरूर कर सकते हैं।
कैंसर का नाम सुनते ही सबसे पहले जहन में यही ख्याल आता है कि जिंदगी यहीं खत्म हो गई। वैसे किसी व्यक्ति को कैंसर होने का खतरा कई बातों पर निर्भर करता है।
रिसर्च बताते हैं कि स्मोकिंग छोड़ने और वजन को सही रखने से कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। आप कुछ बुरी आदतों को छोड़कर अगर हेल्दी बदलाव अपनी लाइफस्टाइल में लाते हैं, तो आप कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के खतरे को भी टाल सकते हैं।
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स्मोकिंग न करके
कैंसर के खतरे को कम करने के स्मोकिंग छोड़ना सबसे अच्छा बदलाव है। सिगरेट में मौजूद हानिकारक केमिकल्स सिर्फ फेफड़ों को ही नहीं, पूरे शरीर पर असर डालते हैं। इसके लिए निकोटीन रिप्लेसमेंट थैरेपी जैसे पैचेस, च्युइंगम और स्प्रे मौजूद हैं। इसके अलावा डॉक्टर की सलाह पर आप स्मोकिंग की लत को कुछ दवाओं की मदद से भी छोड़ सकते हैं।
सही वजन बरकरार रखते हुए
वजन का संतुलित होना कई सारे स्वास्थ्य लाभ देता है और उसमें कैंसर के खतरे को कम करना भी शामिल है।
खानपान को हेल्दी रखकर
सेहतमंद खानपान से आप कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं। फाइबर और हेल्दी प्रोटीन से भरपूर ढेर सारे फल और सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करें। प्रोसेस फूड और रेड मीट को कम से कम खाएं। शराब का सेवन और हाई कैलोरी फूड्स और ड्रिंक्स से बचें।
धूप से करे अपना बचाव
धूप में सुरक्षित तरीके से निकलने से स्किन कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। यूवी किरणों के बहुत ज्यादा संपर्क में आने से हमारे स्किन सेल्स डैमेज हो जाते हैं। इसलिए जब भी तेज धूप में निकलें, फुल स्लीव्स वाले कपड़े पहनें, चौड़े हैट लगाएं और यूवी किरणों से सुरक्षा देने वाले सनग्लासेस लगाएं। साथ ही कम से कम 30 एसपीएफ वाला सनस्क्रीन लगाना न भूलें।
एचपीवी वैक्सीन लगवाकर
ये वैक्सीन 9-13 के बच्चों को दी जाती है और 45 साल की उम्र तक दी जा सकती है। इससे एचपीवी इन्फेक्शन का खतरा कम हो जाता है, जिससे कैंसर के कुछ टाइप में बचाव होता है। कई रिसर्च में इस वैक्सीन को सुरक्षित और प्रभावी माना गया है।
क्यों किसी को कैंसर होता है?
ये बता पाना संभव नहीं कि किसी व्यक्ति को कैंसर क्यों होता है और दूसरे को नहीं। कुछ रिसर्च बताते हैं कि कैंसर होने के खतरे में कुछ खास प्रकार के केमिकल या तत्व शामिल हैं। उम्र और फैमिली हिस्ट्री भी प्रमुख कारण हैं, जिस पर इंसान का कंट्रोल नहीं। कुछ प्रकार के कैंसर की फैमिली हिस्ट्री एक बहुत बड़ा संकेत है कि किसी को कैंसर होने का खतरा ज्यादा है। साथ ही बढ़ती उम्र के साथ कैंसर के बढ़ते खतरे को भी नहीं टाला जा सकता।कैंसर होने के कुछ कारण निम्न हो सकते हैं:-
- उम्र
- शराब
- पर्यावरण में मौजूद कैंसरकारी तत्व
- भोजन
- हॉर्मोन
- मोटापा
- रेडिएशन
- धूप
- तंबाकू
- इम्युनिटी कम करने वाले कारक
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