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    Health Tips: आयुर्वेद से जानें, सेहतमंद रहने के लिए दिन में कितनी बार खाना होता है सही?

    By Pravin KumarEdited By:
    Updated: Sat, 17 Sep 2022 11:27 AM (IST)

    Health Tips दिनभर खाते रहने से वजन बढ़ने लगता है। एक बार वजन बढ़ जाने के बाद बड़ी मुश्किल से कंट्रोल होता है। मोटापे से कई अन्य बीमारियां दस्तक देती हैं। इसके लिए खानपान पर विशेष ध्यान दें।

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    Health Tips: आयुर्वेद से जानें, सेहतमंद रहने के लिए दिन में कितनी बार खाना होता है सही?

    दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Health Tips: बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए लोग अपनी डाइट पर पूरा ध्यान देते हैं। हालांकि, डाइट पर ध्यान देने के साथ यह भी जरूरी है कि आप दिन में कितनी बार और कितना खाते हैं ? आयुर्वेद में अग्नि तत्व को संतुलित रखने की सलाह दी जाती है। इसके लिए जब भूख लगती है। उसी समय खाना सही रहता है। अगर आप दिन में 4-5 बार खाना खाते हैं, तो यह जरूर ध्यान दें कि आपको हर समय भूख लगती है। दिनभर खाते रहने से वजन बढ़ने लगता है। एक बार वजन बढ़ जाने के बाद बड़ी मुश्किल से कंट्रोल होता है। मोटापे से कई अन्य बीमारियां दस्तक देती हैं। इसके लिए खानपान पर विशेष ध्यान दें। आइए, आयुर्वेद से जानते हैं कि दिन में कितनी बार खाना सही होता है-

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    -अगर आप दुबले-पतले हैं और आपको बार-बार खाने की आदत है, तो आप दिन में 4 बार भोजन ग्रहण कर सकते हैं। यह उस समय अधिक फायदेमंद होता है। जब आप भूखा रहते हैं। जितनी भूख रहती है। उसका 80 फीसदी हिस्सा भोजन करना सेहत के लिए सही होता है। सूर्यास्त के बाद भरपेट खाने से परहेज करें। साथ ही सोने से 2-3 घंटे पहले डिनर कर लें।

     -अगर आप हेल्दी हैं, तो दिन में केवल 3 बार भोजन ग्रहण करें। यह लाइफस्टाइल और खानपान में संतुलन बनाकर रखता है। इसके लिए लाइट ब्रेकफास्ट करें। भरपेट लंच करें और रात में भी लाइट डिनर करें। इसके बाद लंबे समय तक इंटरमिटेंट फास्टिंग कर सकते हैं।

    -आयुर्वेद और योग के अनुसार, दिन में दो बार खाना उचित होता है। इससे खाने के दौरान 6 घंटे का अंतराल मिलता है। साथ ही खाना सही से डाइजेस्ट होता है। आयुर्वेद में 2 बार खाने वाले व्यक्ति को भोगी कहा जाता है।

    -दिन में केवल 1 बार खाने वाले व्यक्ति को योगी कहा जाता है। इसमें 23 घंटे लगातार इंटरमिटेंट फास्टिंग किया जाता है। इससे व्यक्ति के मन में आध्यात्मिकता के प्रति रूचि बढ़ती है। सामान्य लोगों को लंबे समय तक इंटरमिटेंट फास्टिंग करने से बचना चाहिए।  

    डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।