किडनी कैंसर के मामले दुनियाभर में दोगुने हो जाएंगे! इन शुरुआती 5 लक्षणों से समय रहते करें पहचान
लाइफस्टाइल में बदलाव और गलत खानपान के कारण किडनी से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही हैं। एक नई स्टडी के अनुसार 2050 तक किडनी कैंसर के मामले दोगुने हो सकते हैं। मोटापे स्मोकिंग डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसे खतरे इसके मुख्य कारण हैं। आइए जानते हैं इस स्टडी के बारे में विस्तार से और जानें कैसे होते हैं इसके लक्षण।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। किडनी से जुड़ी बीमारियां भी इन दिनों काफी ज्यादा बढ़ने लगी हैं। गलत खानपान और बदलती लाइफस्टाइल अक्सर लोगों को कई समस्याओं का शिकार बना देती हैं। किडनी की समस्या इन्हीं में से एक है, जिससे आजकल कई लोग परेशान हैं। इसी बीच अब एक ताजा स्टडी में कुछ ऐसे नतीजे सामने आए हैं, जिसने चिंता को और भी बढ़ा दिया है।
एक हालिया स्टडी में यह पता चला कि साल 2050 तक किडनी कैंसर के मामले दोगुने हो सकते हैं। स्टडी में इसके प्रमुख कारणों के बारे में भी बताया गया। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे इस स्टडी के बारे में और जानेंगे किडनी कैंसर के कुछ शुरुआती लक्षणों के बारे में, जिनकी मदद से इसे पहचानने में आसानी होगी।
क्या कहती है स्टडी?
स्टडी में पता चला कि साल 2050 तक किडनी कैंसर के मामले दोगुने हो सकते हैं। इसके प्रमुख कारणों में मोटापा, स्मोकिंग, एक्सरसाइज की कमी, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसे रिस्क फैक्टर शामिल हैं। फॉक्स चेज कैंसर सेंटर के शोधकर्ताओं के इस नए अध्ययन में किडनी कैंसर के मामलों में भारी बढ़ोतरी देखी गई। इस अध्ययन के निष्कर्ष यूरोपियन यूरोलॉजी में प्रकाशित हुए हैं।
स्टडी में शोधकर्ताओं ने पाया कि अगले 25 साल में दुनिया भर में किडनी कैंसर के मामले दोगुने हो जाएंगे। साल 2022 में दुनिया भर में लगभग 435,000 नए किडनी कैंसर के मामले और 156,000 मौतें दर्ज की गईं। ऐसे में अगर वर्तमान हालात जारी रहे, तो ये संख्याएं 2050 तक संभावित रूप से दोगुनी हो सकती हैं।
किडनी कैंसर के कारण
स्टडी के मुताबिक लगभग 5% से 8% किडनी कैंसर जेनेटिक होते हैं, जो किसी खास जीन में म्यूटेशन से जुड़े होते हैं। हालांकि, दुनिया भर में किडनी कैंसर के आधे से ज्यादा मामले मोटापे, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, क्रोनिक किडनी डिजीज, स्मोकिंग, पर्यावरणीय जोखिम और शारीरिक व्यायाम की कमी के कारण होते हैं।
शोधकर्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि वजन कंट्रोल करने, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर मैनेजमेंज और स्मोकिंग बंद करने जैसे जीवनशैली में बदलाव किडनी कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं या रोक भी सकते हैं।
इन लोगों को ज्यादा खतरा
किडनी कैंसर 65 से 74 साल की आयु के लोगों में सबसे आम है। महिलाओं की तुलना में पुरुषों में इस कैंसर के विकसित होने का खतरा ज्यादा होता है। वहीं, बच्चों में यह कैंसर कम आम है। किडनी कैंसर के संकेतों और लक्षणों को जल्दी पहचानना बेहतर इलाज के लिए जरूरी है। ऐसे में आप इन लक्षणों से इसकी पहचान कर सकते हैं।
- यूरिन में खून
- पीठ, पसलियों के नीचे या गर्दन में गांठ या सूजन
- पसलियों और कमर के बीच लगातार दर्द
- भूख न लगना
- थकान
- वजन कम होना
- तेज बुखार जो कम नहीं होता
- हमेशा अस्वस्थ महसूस करना
- बहुत पसीना आना, रात में भी
- एनीमिया
- हाई ब्लड प्रेशर
- हाई कैल्शियम
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