सर्दियों में Joint Pain ने कर दिया है हाल-बेहाल, तो किचन की इन 5 चीजों से बनाएं आयुर्वेदिक तेल
सर्दियों का मौसम आते ही जोड़ों का दर्द (Joint Pain) कई लोगों के लिए एक आम समस्या बन जाती है। ठंड के कारण मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं और जोड़ों में जकड़न महसूस होती है। इस समस्या से निपटने के लिए आयुर्वेद में कई घरेलू उपाय बताए गए हैं। इनमें से एक है किचन में मौजूद कुछ साधारण चीजों से तैयार किया जाने वाला आयुर्वेदिक तेल (Ayurvedic Joint Pain Oil)।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Ayurvedic Joint Pain Oil: ठंड के मौसम में कई लोग जोड़ों के दर्द से परेशान रहते हैं। अगर आप भी इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए दवाओं पर निर्भर रहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। जी हां, आप घर पर ही एक औषधीय तेल तैयार कर सकते हैं जो आपके किचन की ही कुछ चीजों से बना होता है। यह तेल (Homemade Joint Pain Relief Oil) न सिर्फ दर्द में राहत देता है बल्कि आपके जोड़ों को हेल्दी भी रखता है। खास बात है कि यह एक सुरक्षित और असरदार तरीका है जिससे आप बिना किसी साइड इफेक्ट के ज्वाइंट पेन से छुटकारा पा सकते हैं। आइए आपको बताते हैं इसे बनाने और इस्तेमाल करने का सही तरीका।
सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है जोड़ों का दर्द?
सर्दियों में तापमान कम होने के कारण हमारे शरीर की नसें सिकुड़ जाती हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है और जोड़ों तक पर्याप्त पोषण नहीं पहुंच पाता। इससे जोड़ों में सूजन और दर्द होने लगता है। इसके अलावा, वात दोष का बढ़ना भी सर्दियों में जोड़ों के दर्द का एक कारण हो सकता है।
क्यों कारगर है आयुर्वेदिक तेल?
आयुर्वेदिक तेल में कई तरह के औषधीय गुण होते हैं, जैसे कि एंटी-इंफ्लेमेटरी, एनाल्जेसिक और एंटीऑक्सीडेंट। ये गुण जोड़ों में सूजन को कम करने, दर्द को दूर करने और डैमेज सेल्स की मरम्मत करने में मदद करते हैं।
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कौन-सी 5 चीजों से बनता है आयुर्वेदिक तेल?
आपकी रसोई में मौजूद कुछ साधारण चीजों से आप आसानी से एक असरदार आयुर्वेदिक तेल बना सकते हैं।
- सरसों का तेल: सरसों का तेल गर्म होता है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करता है।
- लहसुन: लहसुन में एलिसिन होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। यह सूजन को कम करने और दर्द को दूर करने में मदद करता है।
- अजवाइन: अजवाइन में थाइमोल होता है, जो एक प्राकृतिक दर्द निवारक है। यह जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करता है।
- मेथी दाना: मेथी दाना में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह जोड़ों के दर्द को कम करने और डैमेज सेल्स की मरम्मत करने में मदद करता है।
- हल्दी: हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है। यह सूजन को कम करने और दर्द को दूर करने में मदद करता है।
कैसे बनाएं आयुर्वेदिक तेल?
- एक कढ़ाई में सरसों का तेल लें।
- इसमें कटी हुई लहसुन की कलियां, अजवाइन, मेथी दाना और हल्दी पाउडर डालें।
- इसे धीमी आंच पर तब तक पकाएं जब तक कि लहसुन सुनहरा न हो जाए।
- ठंडा होने के बाद इसे एक शीशी में भर लें।
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कैसे करें इस्तेमाल?
- रोजाना सोने से पहले दर्द वाली जगह पर इस तेल से मालिश करें।
- आप चाहें तो इसे गर्म करके भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- मालिश करने के बाद एक गर्म कपड़े से ढक दें।
असर दिखने में कितना समय लगेगा?
इस तेल का असर व्यक्ति से व्यक्ति अलग-अलग हो सकता है। कुछ लोगों को कुछ दिनों में ही आराम मिल जाता है, जबकि कुछ लोगों को कुछ हफ्तों का समय लग सकता है।
कौन-कौन कर सकता है इस तेल का इस्तेमाल?
यह तेल आमतौर पर सभी के लिए सेफ होता है। हालांकि, अगर आपको किसी भी तरह की एलर्जी है, तो इस तेल का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो, तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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