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    सामान्य नहीं है जरूरत से ज्यादा पसीना आना, यहां समझें इसकी वजह और कैसे करें इसे मैनेज

    पसीना आना एक सामान्य प्रक्रिया है लेकिन बहुत ज्यादा पसीना आना किसी तरह की समस्या का संकेत हो सकता है। एक्सरसाइज गर्मी शराब कुछ बीमारियां दवाएं और हार्मोनल परिवर्तन जैसे कई कारण ज्यादा पसीना आने का कारण बन सकते हैं। ऐसे में शरीर को हाइड्रेटेड रखकर हल्के कपड़े पहनकर और मसालेदार भोजन से परहेज करके इससे बचा जा सकता है।

    By Jagran News Edited By: Harshita Saxena Updated: Thu, 08 May 2025 03:30 PM (IST)
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    क्या ज्यादा पसीना आना नॉर्मल है? (Picture Credit- Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। पसीना आना शरीर का एक नेचुरल रिएक्शन है, लेकिन बेवजह ज्यादा पसीना किसी और समस्या का भी संकेत हो सकता है। इसकी असली वजह जानकर आप भी इस परेशानी से बच सकते हैं। पसीना तो हम सबको ही आता है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें सामान्य से कहीं ज्यादा पसीना आता है। जिन लोगों को पसीना ज्यादा आता है, उनके मन में भी ये सवाल आता होगा कि आखिर मेरे साथ ही ऐसा क्यों है? आइए जानते हैं इस सवाल का जवाब- 

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    कितना पसीना आना नॉर्मल है?

    वैसे तो इसके बारे में ठीक-ठीक बता पाना तो मुश्किल है, लेकिन सामान्यत: लोगों को हर दिन 500 मिलीलीटर के करीब पसीना आता है। अगर आपके शरीर का तापमान काफी बढ़ जाता है, तो आपके स्वेट ग्लैंड उसे ठंडा करने में जुट जाते हैं। 37 डिग्री को बॉडी का सामान्य टेम्परेचर माना जाता है। फिर ऐसा क्यों है कि किसी को जरूरत से ज्यादा पसीना आता है। इसके ये कारण हो सकते हैं:-

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    • एक्सरसाइज: जब आप वर्कआउट करते हैं और आपकी धड़कन तेज होती है तो आपके बॉडी का टेम्परेचर बढ़ जाता है। इससे आपका स्वेट ग्लैंड अपना काम करना शुरू कर देता है और आपको पसीना आता है। एक्सरसाइज के दौरान आपके शरीर से करीब 2 लीटर फ्लूइड निकल जाता है। इसलिए शरीर को ठंडा रखने के लिए वर्कआउट के पहले और उसके बाद ज्यादा से ज्यादा फ्लूइड लेने की सलाह दी जाती है।
    • मौसम: जब मौसम में गर्मी बढ़ती है तो पसीना आने की संभावना बढ़ जाती है। इसके साथ ही गर्म, नमी वाली हवा आपके शरीर का पसीना सोख नहीं पाती।
    • शराब: केवल एक ड्रिंक लेने से ही आपके दिल की धड़कन बढ़ जाती है और आपके स्किन के ब्लड वेसल्स फैल जाते हैं। इससे आपको और भी ज्यादा पसीना आता है। अगर आप शराब छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, तो आपको और भी ज्यादा पसीना आएगा और रात में सोने के दौरान भी पसीना आने की शिकायत हो सकती है।
    • कुछ बीमारियां: हाइपोथायरॉइडिज्म, डायबिटीज, ग्रेव्स डिजीज, पार्किंसंस डिजीज या स्पाइनल कॉर्ड में लगने वाली चोट भी ज्यादा पसीना आने की वजह बन सकता है। अगर आपको ऐसा लग रहा है कि किसी बीमारी की वजह से ज्यादा पसीना आ रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
    • दवाएं: एंटी-डिप्रेसेंट, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियों के लिए ली जाने वाली कुछ दवाओं की वजह से भी कई बार पसीना ज्यादा आ सकता है। इस बारे में आप अपने डॉक्टर से बात कर सकते हैं।
    • एंग्जायटी: स्ट्रेस हॉर्मोन आपके स्वेट ग्लैंड को ट्रिगर कर देते हैं। आपके दिल की धड़कन बढ़ जाती है और ब्लड प्रेशर भी। ऐसा होने से आपके बॉडी का टेम्परेचर बढ़ जाता है। इमोशनल स्ट्रेस की वजह से आपके हाथों और पैरों में पसीना ज्यादा आ सकता है।
    • हॉर्मोन: मेनोपॉज के दौरान आपके एस्ट्रोजेन का स्तर घटता-बढ़ता रहता है। ऐसे में आपके ब्रेन का हिस्सा हाइपोथेलेमस भ्रमित हो जाता है कि उसे शरीर को ठंडा करना या नहीं। हॉट फ्लैशेज इसी का नतीजा है कि आपकी बॉडी को लगता है कि उसका टेम्परेचर ज्यादा हो रहा है। इस स्थिति में आपका स्वेट ग्लैंड ज्यादा काम करने लगता है।

    कैफीन और स्पाइसी फूड भी लाते हैं ज्यादा पसीना

    आप क्या खाते-पीते हैं उसका असर आपके पसीने की मात्रा पर भी पड़ता है। कॉफी या चाय पीने से उनमें मौजूद कैफीन आपके स्वेट ग्लैंड को नियंत्रित करने वाले सेंट्रल नर्वस सिस्टम को एक्टिवेट कर देता है। स्पाइसी खाने के साथ भी कुछ ऐसा ही होता है। अगर आप दो कप कॉफी पी रहे हैं, तो आपको उसे बैलेंस करने के लिए दो ग्लास पानी भी पीना चाहिए।

    क्या करें जब आए ज्यादा पसीना

    • पानी पीते रहें और बॉडी के टेम्परेचर को नियंत्रित रखें।
    • हल्के-फुलके और कॉटन के कपड़े पहनें।
    • खाने में ज्यादा स्पाइसी चीजें लेने से बचें।

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    Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो, तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।