पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा क्यों होती है आयरन की कमी? किन 10 लक्षणों को न करें इग्नोर
क्या आप जानते हैं महिलाओं में आयरन की कमी (Iron Deficiency in Women) पुरुषों की तुलना में ज्यादा देखी जाती है। इसके पीछे एक नहीं, बल्कि कई कारण जिम्मे ...और पढ़ें

क्यों शरीर में कम हो जाता है आयरन? (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आयरन की कमी (Iron Deficiency) महिलाओं में पुरुषों की तुलना में ज्यादा देखी जाती है। इसके कारण एनीमिया जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। दरअसल, आयरन हीमोग्लोबिन बनाने के लिए बेहद जरूरी है, जो ऑक्सीजन के ट्रांसपोर्ट के लिए जिम्मेदार है।
लेकिन आयरन की कमी के कारण हीमोग्लोबिन कम हो जाता है और शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन ठीक से पहुंच नहीं पाता है। इसलिए आयरन की कमी से बचना बेहद जरूरी है। आइए जानें आयरन की कमी के लक्षण (Iron Deficiency Symptoms) कैसे होते हैं और महिलाओं में यह समस्या इतनी आम क्यों है।
आयरन की कमी के लक्षण कैसे होते हैं?
- थकान और कमजोरी- यह सबसे सामान्य लक्षण है। शरीर में सही मात्रा में हीमोग्लोबिन न होने से टिश्यू और मांसपेशियों को ठीक तरीके से ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे एनर्जी का स्तर गिर जाता है।
- त्वचा की पीलीपन- हीमोग्लोबिन की कमी से त्वचा और आंखों के अंदर व नाखूनों के नीचे का रंग फीका पड़ने लगता है।
- सांस फूलना- सामान्य गतिविधियों जैसे चलने, सीढ़ियां चढ़ने या हल्का काम करने पर भी सांस फूलने लगती है।
- सिरदर्द और चक्कर आना- दिमाग तक सही मात्रा में ऑक्सीजन न पहुंच पाने के कारण सिरदर्द, चक्कर या बेहोशी जैसा महसूस हो सकता है।
- दिल की धड़कन तेज होना- शरीर ऑक्सीजन की कमी की भरपाई के लिए दिल को ज्यादा काम करने के लिए प्रेरित करता है।
- बाल झड़ना और नाखूनों का कमजोर होना- गंभीर आयरन की कमी से बाल कमजोर हो जाते हैं और नाखून कमजोर हो सकते हैं या चम्मच के आकार के हो सकते हैं।
- मुंह के कोनों में दरारें और जीभ में सूजन- यह टिश्यूज में ऑक्सीजन की कमी के कारण होता है।
- रेस्टलेस लेग सिंड्रोम- पैरों में असहज सनसनी और उन्हें हिलाने की लगातार इच्छा।
- असामान्य क्रेविंग्स- मिट्टी, बर्फ, या चाक जैसी चीजें खाने की इच्छा।
महिलाओं में आयरन की कमी के कारण
- पीरियड्स- महिलाओं को हर महीने पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग होती है, जिससे नियमित रूप से आयरन कम होता रहता है। जिन महिलाओं को हैवी ब्लीडिंग होती है, उनमें इसका जोखिम ज्यादा होता है।
- प्रेग्नेंसी- प्रेग्नेंसी के दौरान भ्रूण के विकास के लिए ज्यादा आयरन की जरूरत होती है। ऐसे में सही डाइट या सप्लीमेंट न मिलने के कारण यह समस्या हो सकती है।
- डाइट से जुड़े कारण- महिलाएं अपनी डाइट पर कम ध्यान देती हैं। इसके कारण भी शरीर में आयरन की कमी होने लगती है।
- पोषक तत्वों का असंतुलन- विटाम-सी की कमी आयरन के अब्जॉर्प्शन को कम कर सकती है, जबकि चाय या कॉफी ज्यादा मात्रा में पीना भी इसके अब्जॉर्प्शन में बाधा डालता है।
- कुछ हेल्थ कंडीशन- सीलिएक डिजीज, अल्सर, पाइल्स या गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी जैसी स्थितियां आयरन के अब्जॉर्प्शन को प्रभावित कर सकती हैं या ब्लीडिंग का कारण बन सकती हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।