Women’s Day 2025: अच्छी सेहत के लिए जरूरी है मेंटल पीस, एक्सपर्ट से जानें वर्क-लाइफ बैलेंस के कुछ टिप्स
महिलाएं अक्सर अपने जीवन में कई उतार-चढ़ावों का सामना करती हैं। इस दौरान उन्हें अपने घर और ऑफिस दोनों की जिम्मेदारियां निभानी पड़ती हैं। ऐसे में सभी जिम्मेदारियों को निभाने के चक्कर में अक्सर महिलाएं खुद को इग्नोर कर देती हैं। इसलिए आज महिला दिवस (International Womens Day 2025) के मौके पर जानेंगे वर्क-लाइफ बैलेंस करने के लिए कुछ टिप्स।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। दुनियाभर में आज का दिन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। यह दिन हर एक महिला के लिए बेहद खास होता है। इस मौके पर हर कोई महिलाओं से जुड़े अलग-अलग मुद्दों पर बात कर रहा है। वर्क लाइफ बैलेंस ऐसा ही एक मुद्दा है, महिलाओं को काफी हद तक प्रभावित करता है। हालांकि, बेहद कम लोग भी इसके बारे में बात करते हैं।
करियर, परिवार और निजी जीवन वाली महिलाओं के लिए वर्क-लाइफ बैलेंस बनाए रखना जरूरी है। ज्यादा प्रोडक्टिव, कम स्ट्रेस और बेहतर लाइफ के लिए हेल्थ और खुशी सबसे पहले आती है। ऐसे में आर्टेमिस हॉस्पिटल्स में मनोचिकित्सा विभाग की एमडी डॉ. दीक्षा कालरा और हेल्थटेक प्लेटफॉर्म एलीव हेल्थ में काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट और हैबिट कोच सिद्धि अइया से जानते हैं महिलाओं के लिए वर्क-लाइफ बैलेंस के मायने और इसे मैनेज करने के आसान तरीके-
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खुद की देखभाल भी है जरूरी
सिद्धि अइया बताती हैं कि एक महिला के रूप में, आप घर और ऑफिस के काम को संतुलित करते हुए, कई भूमिकाएं निभाती हैं। हालांकि, हर किसी की देखभाल करने के चक्कर में अक्सर महिलाएं खुद को भूल जाती हैं, लेकिन यह याद रखना जरूरी है कि आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं और आप बहुत मायने रखती हैं। इसलिए खुद के लिए दयालु बनें और खुद से बातचीत कर अपने आप को प्रेरित करें।
अपना हौसला और कॉन्फिडेंस बढ़ाने के लिए "मैं अपना बेस्ट कर रही हूं" और "मैं पर्याप्त हूं" जैसे पॉजिटिव स्टेटमेंट का इस्तेमाल करें। रोजाना खुद के लिए भले ही 10-15 मिनट का समय निकाले और कुछ ऐसा करें जो आपको पसंद हो, चाहे वह पढ़ना हो, गाने सुनना हो या किसी दोस्त से बातचीत करना हो।
इन बातों का रखें ध्यान
इसके अलावा पूरे समय फोन से न चिपके रहें। अपना फोन दूर रखें, अपनी आंखें बंद करें और गहरी सांस लें। आप इस ब्रेक के हकदार हैं। साथ ही एक नियमित नींद की दिनचर्या तय करे। सोने से पहले 30 मिनट के डिजिटल डिटॉक्स फॉलो करें, गर्म पानी से नहाएं और स्किन केयर रूटीन को शामिल करें।
इसके अलावा हर दिन थोड़ी धूप लेने से भी आपका मूड और सेहत बेहतर हो सकती है। इसलिए थोड़ी देर टहलें या बस कुछ मिनटों के लिए धूप में खड़े रहें। इन आदतों को अपने दैनिक जीवन में शामिल करके, आप अंतर महसूस करेंगे। अपने लिए रोजाना कुछ करें, जैसे आप काम और परिवार के लिए करते हैं। इससे आपको वर्क-लाइफ बैलेंस करने में मदद मिलती है।
इसके अलावा डॉ. दीक्षा कालरा ने भी महिलाओं के वर्क-लाइफ बैलेंस को बनाए रखने के लिए कुछ टिप्स बताएं, तो कुछ ऐसे हैं-
सीमाएं तय करें
दिनभर बस काम करते रहने की वजह से अक्सर महिलाएं खुद पर दबाव महसूस करती हैं। इसलिए कुछ सीमाएं बनाएं, जैसे कि काम के घंटे तय करें और टेक्नोसॉजी-फ्री फैमिली टाइम बिताए।
सेल्फ केयर को प्राइयोरिटी दें
खुद की देखभाल करना जरूरी नहीं है। इसलिए इस बारे में कोई गिल्ट रखने की जरूरत नहीं है। ऐसे में खुद के लिए थोड़ा समय निकाले और योग, वॉकिंग या एक्सरसाइज जैसी फिजिकल एक्सरसाइज के लिए समय निकालें। मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग या जर्नलिंग के जरिए मेंटल हेल्थ को प्राथमिकता दें।
टाइम मैनेजमेंट करें
आमतौर पर टाइम मैनेज न हो पाने के कारण स्ट्रेस हो सकता है। इसलिए इससे बचने के लिए अपना टाइम मैनेज करें। इसके लिए एक टू-डू लिस्ट बनाए और प्राथमिकता के आधार पर इसमें काम को लिखें और उस हिसाब से काम को पूरा करते जाएं, ताकि इन्हें पूरा करने में कोई स्ट्रेस न हो।
रिश्तों को बेहतर बनाएं
भावनात्मक रूप से स्वस्थ रहने के लिए एक मजबूत सपोर्ट सिस्टम की जरूरत होती है। इसलिए अपने करीबियों और दोस्तों के साथ समय बिताएं, उनसे बातचीत करें और जरूरत पड़ने पर मदद मांगने में संकोच न करें। अच्छे रिश्ते मुश्किल समय में ताकत और सहारा देते हैं।
पौष्टिक आहार लें
हेल्दी डाइट शरीर और दिमाग को शक्ति देता है। इसलिए कोशिश करें कि अच्छी मात्रा में प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी डाइट में शामिल करें। साथ ही बहुत ज्यादा कैफीन या प्रोसेस्ड फूड्स न लें। इसके अलावा हाइड्रेटेड रहें, ऊर्जावान और तरोताजा रहने के लिए ढेर सारा पानी पिएं।
अच्छी नींद लें
शारीरिक और मानसिक रूप हेल्दी रहने के लिए अच्छी नींद जरूरी है। इसलिए सोने की एक तय रूटीन बनाएं। शाम को स्क्रीन टाइम कम करें और कम से कम सात घंटे की नींद लें।
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