30 की उम्र में ही 65 वाली लग रही बीमारियां, ऐसे लोग हो रहे सबसे ज्यादा शिकार
कम उम्र में ही लोग बड़ी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। इतना ही नहीं ये बीमारियां आगे चलकर और घातक हो जाती हैं। ऐसे में सेहत का ध्यान रखना कितना जरूरी है। बता दें कि आए दिन कम उम्र के लोगों को भी हार्ट की प्रॉब्लम की शिकायत हो रही है। इसके साथ ही बीपी भी एक बड़ी समस्या बनती जा रही है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आजकल की जीवनशैली और तनावपूर्ण वातावरण के कारण, कई लोग 30 की उम्र में ही 65 वाली बीमारियों का शिकार हो रहे हैं।
दरअसल आज की भागती दौड़ती जिंदगी में हर कोई अपनी सेहत का ख्याल करे बिना ही खुद को खपा रहा है। लेकिन अपनी सेहत का ध्यान रखना भूल जा रहे हैं। फिर हो यह रहा है कि बहुत जल्द ही बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। हैरानी होगी कि जिनकी उम्र 35 की है वह 65 साल की उम्र की बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।
दिल का बढ़ रहा खतरा
टेंशन और तनाव के कारण हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। यह बीमारी 30 की उम्र में ही शुरू हो सकती है। जरूरी नहीं है कि उम्र 60 के करीब पहुंचे तो ही बीमारी की शुरुआत हो। कई लोगों को 30 की उम्र में ही 65 वाली बीमारियां अपने चपेट में ले लेती हैं।
बढ़ जाता है शुगर का खतरा
अगर कम उम्र में आप अपनी सेहत का ध्यान नहीं रख रहे तो यकीनन आपकी सेहत को रेड अलर्ट में डॉक्टर रख सकते हैं। क्योंकि अगर आप नियमति रूप से व्यायाम नहीं करते या फिर अपनी सेहत का ख्याल नहीं रखते तो आपको शुगर होने का खतरा बढ़ जाता है। टेंशन और तनाव के कारण मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है। यह बीमारी 30 की उम्र में ही शुरू हो सकती है।
बन सकते हैं बीपी के मरीज
टेंशन और तनाव के कारण उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है। यह बीमारी 30 की उम्र में ही शुरू हो सकती है। वहीं टेंशन और तनाव के कारण मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे कि अवसाद और चिंता, शुरू हो सकती हैं।
इसके साथ ही टेंशन और तनाव के कारण पाचन समस्याएं, जैसे कि एसिडिटी और गैस, शुरू हो सकती हैं।
इन बीमारियों से बचने के लिए ये हैं कुछ सुझाव।
1. नियमित व्यायाम करें: नियमित व्यायाम करने से टेंशन और तनाव कम होता है।
2. स्वस्थ आहार लें: स्वस्थ आहार लेने से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं।
3. पर्याप्त नींद लें: पर्याप्त नींद लेने से शरीर को आराम मिलता है।
4. तनाव प्रबंधन तकनीकें अपनाएं: तनाव प्रबंधन तकनीकें, जैसे कि ध्यान और योग, तनाव और टेंशन को कम करने में मदद करती हैं।
5. नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं: नियमित स्वास्थ्य जांच कराने से बीमारियों का पता लगाया जा सकता है और उनका इलाज किया जा सकता है।
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