अगर आप भी कर रहे हैं इन 5 लक्षणों को इग्नोर, तो संभल जाएं! High Uric Acid का हो सकते हैं संकेत
यूरिक एसिड बढ़ना एक आम समस्या है जिसे हेल्दी लाइफस्टाइल और डाइट की मदद से कंट्रोल किया जा सकता है। हालांकि इसका लेवल बढ़ने का पता जल्द से जल्द लगाना जरूरी होता है। वरना यह ज्वॉइन्ट्स और किडनी को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है। आइए जानें यूरिक एसिड बढ़ने के 5 ऐसे संकेत (High Uric Acid Signs) जो आमतौर पर नजरअंदाज कर दिए जाते हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। यूरिक एसिड (Uric Acid) एक वेस्ट प्रोडक्ट है, जिसे हमारी बॉडी नेचुरली बनाती है। आमतौर पर, यह किडनी द्वारा फिल्टर होकर यूरिन के जरिए बाहर निकल जाता है, लेकिन जब यह शरीर में ज्यादा बनने लगे (High Uric Acid) या किडनी इसे ठीक से फिल्टर न कर पाए, तो यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है।
इस कंडिशन को हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) कहते हैं। अक्सर लोग इसे सीरियस नहीं लेते, लेकिन लंबे समय तक हाई यूरिक एसिड रहने से गाउट, किडनी स्टोन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसके कुछ लक्षण (High Uric Acid Signs) ऐसे होते हैं, जिन्हें हम रोजमर्रा की परेशानी समझकर अनदेखा कर देते हैं, लेकिन वे हाई यूरिक एसिड के संकेत हो सकते हैं। आइए जानें इन लक्षणों (High Uric Acid Symptoms) के बारे में।
हाई यूरिक एसिड के लक्षण ( Symptoms of High Uric Acid)
बार-बार यूरिन आना
अगर आपको बार-बार यूरिन आने की समस्या हो रही है, तो यह हाई यूरिक एसिड का संकेत हो सकता है। दरअसल, जब यूरिक एसिड का स्तर बढ़ता है, तो किडनी इसे बाहर निकालने के लिए ज्यादा मेहनत करती है, जिससे बार-बार यूरिन आने लगता है। कई बार यह यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) या डायबिटीज जैसी समस्याओं से भी जुड़ा होता है। इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
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पीठ के निचले हिस्से में दर्द
हाई यूरिक एसिड की वजह से किडनी पर दबाव पड़ता है, जिससे पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है। कई बार यूरिक एसिड क्रिस्टल्स के रूप में जमा होकर किडनी स्टोन का कारण बनता है, जिससे तेज दर्द होता है। अगर आपको अचानक पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो रहा है, खासकर यूरिन करते समय, तो यूरिक एसिड की जांच करवानी चाहिए।
थकान और कमजोरी
यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ स्तर शरीर में इंफ्लेमेशन (सूजन) पैदा करता है, जिससे थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है। कई बार किडनी का फंक्शन प्रभावित होने से भी शरीर से टॉक्सिन्स ठीक से नहीं निकल पाते, जिससे एनर्जी लेवल कम हो जाता है। अगर आप बिना किसी वजह के हमेशा थका हुआ महसूस करते हैं, तो यूरिक एसिड टेस्ट करवाएं।
जोड़ों में अकड़न और दर्द
यूरिक एसिड के क्रिस्टल जोड़ों में जमा होकर गाउट (Gout) की समस्या पैदा कर सकते हैं। इसकी शुरुआत में जोड़ों में हल्की अकड़न, सूजन या दर्द होता है, खासकर रात के समय। अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह समस्या बढ़कर तेज दर्द और चलने-फिरने में दिक्कत पैदा कर सकती है। अंगूठे का जोड़ गाउट का सबसे आम शिकार होता है, लेकिन यह घुटनों, कोहनी और कलाई को भी प्रभावित कर सकता है।
जोड़ों के आसपास की त्वचा में बदलाव
जब यूरिक एसिड के क्रिस्टल जोड़ों में जमा होते हैं, तो त्वचा लाल, चमकदार या पपड़ीदार हो सकती है। कई बार त्वचा के नीचे गांठें (टोफी) भी बन जाती हैं, जो दर्दनाक हो सकती हैं। अगर आपके जोड़ों के आसपास की त्वचा का रंग या टेक्सचर बदल रहा है, तो इसे अनदेखा न करें।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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