एक दिन में कितनी बार पेशाब करना है नॉर्मल? कम या ज्यादा यूरिन आना किन बीमारियों का हो सकता है संकेत
क्या आपने कभी सोचा है कि एक दिन में कितनी बार पेशाब करना नॉर्मल होता है (Normal Urination Frequency) और अगर यह नंबर कम या ज्यादा हो जाए तो क्या यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है? अगर नहीं तो आइए बीएलके मैक्स हॉस्पिटल में कंसल्टेंट नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. भानु मिश्रा से इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आपने कभी सोचा है कि आपका शरीर एक दिन में कितनी बार 'कॉल ऑफ नेचर' का जवाब देता है? हम सब जानते हैं कि पेशाब करना हमारे शरीर का एक जरूरी काम है, जो गंदगी को बाहर निकालता है और हमें हेल्दी रखता है, लेकिन क्या आपको पता है कि सामान्य (Normal Urination Frequency) से ज्यादा या कम पेशाब आना किसी छिपी हुई बीमारी का संकेत हो सकता है?
जी हां, आपके पेशाब करने की आदतें (Bladder Habits) आपकी सेहत का एक अहम हिस्सा हैं। आइए, डॉ. भानु मिश्रा (कंसल्टेंट- नेफ्रोलॉजिस्ट, बीएलके मैक्स हॉस्पिटल) से इस विषय को विस्तार से समझते हैं।
दिनभर कितनी बार यूरिन जाते हैं आप?
एक दिन में कितनी बार पेशाब करना सामान्य माना जाता है, यह व्यक्ति की उम्र, पानी पीने की मात्रा, फिजिकल एक्टिविटी और सेहत पर निर्भर करता है। आमतौर पर एक हेल्दी व्यक्ति को दिनभर में 6 से 8 बार पेशाब आना नॉर्मल माना जाता है। वहीं, कुछ लोगों के लिए यह संख्या 4 से 10 के बीच भी सामान्य हो सकती है, अगर उन्हें कोई असुविधा महसूस न हो।
यह भी पढ़ें- यूरिन में नजर आएं 4 संकेत, तो समझ जाएं ठीक से काम नहीं कर रही है किडनी; तुरंत करवा लें चेकअप
कहीं गंभीर बीमारी का संकेत तो नहीं?
अगर बहुत ज्यादा बार पेशाब आए – जैसे दिन में 10 बार से ज्यादा या रात में बार-बार उठकर पेशाब जाना पड़े, तो यह सेहत से जुड़ी कुछ समस्याओं का संकेत हो सकता है। जी हां, डॉक्टर बताते हैं कि बार-बार पेशाब आने की मुख्य वजहों में डायबिटीज, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI), ओवरएक्टिव ब्लैडर सिंड्रोम, प्रोस्टेट ग्रंथि की बढ़त (पुरुषों में), या ज्यादा कैफीन/लिक्विड का इनटेक शामिल हो सकता है।
वहीं, बहुत कम पेशाब आना (दिनभर में 3 बार से कम) या पेशाब में रुकावट आना डिहाइड्रेशन, किडनी फेल्योर, यूरिनरी ब्लॉकेज या किसी दवा के साइड इफेक्ट का संकेत हो सकता है। अगर पेशाब करते समय जलन, दर्द, खून आना या बदबू महसूस हो, तो यह इन्फेक्शन या अन्य गंभीर समस्या की ओर इशारा करता है।
पेशाब का रंग भी बताता है सेहत का हाल
पेशाब का रंग भी सेहत का संकेत देता है। डॉक्टर बताते हैं कि हल्का पीला रंग सामान्य है, लेकिन बहुत गाढ़ा या लाल रंग खून या अन्य समस्या की ओर संकेत कर सकता है। इसलिए अगर पेशाब की मात्रा, रंग, गंध या संख्या में कोई असामान्यता महसूस हो, तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लेनी चाहिए। बता दें, पेशाब की आदतें हमारी किडनी और ओवरऑल हेल्थ को दर्शाती हैं, इसलिए इन पर ध्यान देना जरूरी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।