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    इस एक हार्मोन की कमी से बढ़ जाता है Bone Cancer का खतरा, बचे रहने के लिए इन चीजों पर दें खास ध्यान

    Updated: Sun, 21 Jul 2024 09:25 AM (IST)

    बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं में कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इनमें से कई तरह की समस्याओं के लिए हार्मोन्स में होने वाले उतार-चढ़ाव भी जिम्मेदार होते हैं जिसमें से एक है हड्डी का कैंसर। इसलिए हार्मोन्स में बैलेंस रखना बहुत जरूरी होता है। साथ ही बैलेंस डाइट और नियमित व्यायाम से भी हड्डियों को हेल्दी रखा जा सकता है।

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    महिलाओं में बोन कैंसर की वजहें (Pic credit- freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हमारा पूरा शरीर हड्डियों को ढांचे पर टिका है। इसमें किसी भी तरह की समस्या होने पर बैठने-उठने से लेकर चलना-फिरना तक दूभर हो सकता है। हड्डियां ना सिर्फ शरीर की गतिशीलता प्रदान करती हैं, बल्कि ये कई अंगों को सुरक्षित रखने में भी अहम भूमिका निभाती हैं।

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    हमारे शरीर में मौजूद हार्मोन्स भी हड्डियों के कई सारे फंक्शन्स के लिए जिम्मेदार होते हैं। अगर आप अपनी हड्डियों को बढ़ती उम्र में भी मजबूत रखना चाहते हैं, तो हार्मोन और हड्डियों के बीच के कनेक्शन को समझना बहुत जरूरी है, खासतौर से महिलाओं के लिए, क्योंकि उनमें जीवनभर कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते रहते हैं इसलिए उनके लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि शरीर के अंदर मौजूद हार्मोन, हमारी हड्डी के स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित कर सकते हैं।

    हार्मोन और हड्डी का कनेक्शन

    महिलाओं में मुख्य रूप से एस्ट्रोजन हार्मोन हड्डियों की डेंसिटी को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब हमारी कोई हड्डी किसी वजह से टूट जाती है, तो एस्ट्रोजन की वजह से पुरानी हड्डी की जगह नई हड्डी का निर्माण होता है, लेकिन मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में एस्ट्रोजन का लेवल कम हो जाता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डी के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

    महिलाओं में हड्डी के कैंसर के प्रकार

    महिलाओं में हड्डी का कैंसर मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है। पहला प्राथमिक हड्डी का कैंसर, जो सीधे किसी हड्डी को प्रभावित करता है जैसे ऑस्टियोसार्कोमा, कॉन्ड्रोसार्कोमा और यूविंग सार्कोमा।

    दूसरा माध्यमिक हड्डी के कैंसर। यह तब होते हैं जब शरीर के अन्य हिस्सों से कैंसर कोशिकाएं हड्डियों में फैल जाती हैं।

    कैसे बढ़ता है हड्डियों के कैंसर का खतरा?

    हार्मोनल बदलाव

    मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन का स्तर कम होने से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

    परिवारिक इतिहास

    अगर परिवार के किसी सदस्य को पहले इस तरह की बीमारी रही हो, तो भी खतरा बढ़ सकता है।

    पूर्व कैंसर उपचार

    बचपन में अगर रेडिएशन के जरिए कोई उपचार हुआ तो इसके होने की संभावना बढ़ जाती है।

    रोकथाम और बचाव

    हड्डियों की मजबूती और हड्डी के कैंसर के खतरे को कम करने के लिए शरीर में हार्मोनल संतुलन बनाए रखना सबसे जरूरी है। महिलाएं कई तरीकों से अपनी हड्डियों के स्वस्थ रख सकती हैं और इस बड़े खतरे से बच सकती हैं।

    1. नियमित जांच

    अगर परिवार में पहले किसी को कैंसर हो चुका है तो समय-समय पर अपनी जांच करवाते रहें।

    2. हेल्दी लाइफस्टाइल

    हड्डियों के लिए कैल्शियम और विटामिन डी बहुत जरूरी है, इसलिए हेल्दी और बैलेंस डाइट लें। 

    3. फिजिकल एक्टिविटी

    हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना कुछ देर ही सही एक्सरसाइज करें। व्यायाम करने से हार्मोन्स से जुड़ी दिक्कतें भी दूर होती हैं।

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    4. हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी

    कुछ मामलों में हार्मोनल असंतुलन को दूर करने के लिए डॉक्टर इस थेरेपी का भी सुझाव देते हैं।

    इन चीजों का ध्यान रखकर काफी हद तक हड्डियों को हेल्दी रखा जा सकता है।

    (डॉ. भावना बंसल, सीनियर कंसल्टेंट एंड एचओडी, हिस्टोपैथोलॉजी, ऑनक्वेस्ट लैबोरेटरीज से बातचीत पर आधारित)

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