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    कितना खतरनाक है COVID का नया वेरिएंट NB.1.8.1? जानें इसके लक्षण और WHO की राय

    Updated: Sat, 24 May 2025 06:59 PM (IST)

    इन दिनों COVID-19 एक बार फिर चर्चा में है। इस बार वजह है इसका नया वेरिएंट- NB.1.8.1 जो दुनियाभर में तेजी से फैलता दिखाई दे रहा है। खासतौर पर एशिया और अमेरिका में इसका असर ज्यादा देखा जा रहा है। बता दें यह वेरिएंट ओमिक्रॉन के JN.1 सब-वेरिएंट से जुड़ा है। आइए विस्तार से जान लीजिए COVID variant NB.1.8.1 के बारे में हर जरूरी बात।

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    क्या दुनिया के लिए खतरा बनेगा COVID का नया वेरिएंट NB.1.8.1? (Image Source: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। COVID का NB.1.8.1 वेरिएंट ओमिक्रॉन के JN.1 वेरिएंट से विकसित हुआ है। बता दें, एशिया में कोरोना के बढ़ते मामलों से इसी वेरिएंट का कनेक्शन जोड़ा रहा है। एशिया के अन्य हिस्सों जैसे सिंगापुर और हांगकांग में भी इसकी पुष्टि हुई है और हाल ही में, अमेरिका के हवाई अड्डों पर स्क्रीनिंग के दौरान भी इससे जुड़े मामले सामने आए हैं। आइए, आपको विस्तार से बताते हैं इसके बारे में सबकुछ।

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    NB.1.8.1 वेरिएंट क्या है?

    NB.1.8.1 दरअसल ओमिक्रॉन के JN.1 वेरिएंट की एक नई शाखा (Sublineage) है। इसका पहला मामला चीन में पाया गया और देखते ही देखते यह वहां तेजी से फैल गया। अब यह सिंगापुर, हांगकांग और अमेरिका के कुछ हिस्सों में भी पाया गया है।

    NB.1.8.1 वेरिएंट को लेकर WHO की राय

    WHO ने इसे “वेरिएंट अंडर मॉनिटरिंग (VUM)” की कैटेगरी में रखा है, यानी यह एक ऐसा वेरिएंट है जिस पर निगरानी रखी जा रही है क्योंकि इसके फैलने की दर तेज हो सकती है। WHO के अनुसार, यह वेरिएंट XDV.1.5.1 से निकला है और इसकी पहली पुष्टि 22 जनवरी 2025 को हुई थी।

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    क्या हैं NB.1.8.1 वेरिएंट के लक्षण?

    • थकान
    • हल्की खांसी
    • गला बैठना या खराश
    • नाक बंद होना
    • मांसपेशियों में दर्द

    इसके अलावा कुछ मामलों में लोगों को लंबे समय तक हल्का बुखार बना रहने की शिकायत मिली है, जिसे 'लो-ग्रेड हाइपरथर्मिया' कहते हैं। सिरदर्द, मतली, भूख न लगना और पेट से जुड़ी परेशानियां भी देखी गई हैं।

    कितना खतरनाक है नया कोविड वेरिएंट?

    WHO के मुताबिक, अभी तक के आंकड़ों से तो ऐसा नहीं लगता कि NB.1.8.1 पहले के वेरिएंट्स की तुलना में ज्यादा गंभीर बीमारी फैला रहा है। हालांकि, इसकी संक्रमण फैलाने की क्षमता ज्यादा मानी जा रही है, यानी यह तेजी से लोगों को संक्रमित कर सकता है, लेकिन ज्यादातर मामलों में लक्षण हल्के ही हैं।

    भारत में कैसी है स्थिति?

    भारत में फिलहाल कोविड मामलों में थोड़ा उछाल देखा जा रहा है और इसका कारण JN.1 जैसे ओमिक्रॉन वेरिएंट्स हैं। एक्सपर्ट्स की मानें, तो फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन बुजुर्गों, गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों और कमजोर इम्युनिटी वालों को सतर्क रहने की जरूरत है।

    सावधानी ही है असली हथियार

    • कोविड टीकाकरण और बूस्टर डोज समय पर लें
    • भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें
    • हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखें
    • लक्षण महसूस हों तो तुरंत टेस्ट कराएं
    • स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन्स का पालन करें

    NB.1.8.1 वेरिएंट एक बार फिर हमें याद दिला रहा है कि महामारी भले ही धीमी पड़ी हो, मगर यह खत्म नहीं हुई है। सावधानी, सतर्कता और सही जानकारी ही हमें और हमारे परिवार को सुरक्षित रख सकती है।

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