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    Night Anxiety Reason: रात में अक्सर क्यों बढ़ जाती है एंग्जाइटी? क्या है इसकी सही वजह

    By Jagran NewsEdited By: Ruhee Parvez
    Updated: Tue, 11 Jul 2023 10:49 AM (IST)

    Night Anxiety Reason ऐसा कई बार होता है जब हम किसी बात को लेकर लगातार सोच में पड़ जाते हैं जिसकी वजह से खासतौर पर रात की नींद डिसटर्ब हो जाती है और आप सुबह समय पर उठ नहीं पाते। ऐसा अगर आपके साथ होता है तो आप अकेले नहीं हैं। रात में एंग्जाइटी या बेचैनी होने के पीछे कुछ कारण हैं आइए जानें इनके बारे में।

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    Health Tips: रात के समय में ही क्यों बढ़ जाती है एंग्जाइटी?

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Reasons Of Anxiety: अक्सर लोगों को रात के समय ज्यादा एंग्जाइटी महसूस होती है, जिसकी वजह से नींद कई बार टूटती है। इसके पीछे की वजह लगातार स्ट्रेस और चिंता हो सकती है। जिसकी वजह से रात में सोते समय भी आपके दिमाग में वही ख्याल ज्यादा एंग्जाइटी का कारण बन जाते हैं।

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    रात में अक्सर चिंता और डर लोगों के दिमाग में घर कर लेता है। लोग अपने विचारों पर कंट्रोल नहीं कर पाते और ज्यादा सोचने लगते हैं। मन में आने वाले ये नेगेटिव विचार आपको चैन की नींद भी नहीं लेने देते। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि रात के समय ही सबसे ज्यादा एंग्जाइटी क्यों होती है? मनोवैज्ञानिक एवी सैंडर्स ने इसके कुछ कारण बताए हैं।

    रात में ही आखिर क्यों होती है ज्यादा एंग्जाइटी? 

    जब ध्यान न भटके

    रात के वक्त जब सब सो रहे होते हैं, तो माहौल बिल्कुल शांत हो जाता है। उस वक्त किसी तरह का डिस्ट्रेक्शन नहीं होता। शांत माहौल में जब हम अकेले होते हैं, उस समय हमारे दिमाग में कई तरह के विचार आते हैं, इसलिए एंग्जाइटी ज्यादा बढ़ जाती है।

    थकान भी हो सकती है वजह

    थकान निगेटिव विचारों को बढ़ावा देती है। रात में अगर थकान ज्यादा होती है, तो अक्सर हमें चिंता सताने लगती है, जिसकी वजह से हम ज्यादा सोचने लगते हैं। ज्यादा सोचने से रात में एंग्जाइटी बढ़ जाती है।

    हार्मोनल चेंज

    रात में सोते समय कोर्टिसोल हार्मोन का लेवल कम हो जाता है। जिससे डर और चिंता वाले विचार ज्यादा आने लगते हैं, जो एंग्जाइटी का कारण बनते हैं।

    नियंत्रण नहीं होना

    दिन के समय हम ज्यादा एक्टिव होते हैं। हमारा हर चीज पर कंट्रोल रहता है। इसी के विपरीत रात के समय हमारा आसपास के माहौल पर कंट्रोल बिल्कुल नहीं होता, जिससे चिंता बढ़ने लगती है और एंग्जाइटी ज्यादा हो जाती है।

    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

    Picture Courtesy: Freepik