रोजाना बस 15 मिनट रस्सी कूदने के मिलते हैं ढेरों फायदे, फिजिकल ही नहीं; मेंटल हेल्थ को भी होगा लाभ
अगर आपके पास एक्सरसाइज के लिए ज्यादा समय नहीं है तो रोजाना सिर्फ 15 मिनट रस्सी कूदना आपके शरीर और मन दोनों के लिए फायदेमंद (Skipping Benefits) हो सकता है। जी हां इससे आपके शरीर को कई ऐसे फायदे मिलेंगे। इतना ही नहीं यह मेंटल हेल्थ को भी बेहतर बनाने में मददगार है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में सेहत का ख्याल रखना किसी चुनौती से कम नहीं है। हेल्दी रहने के लिए एक्सरसाइज करना जरूरी है। हालांकि, सभी के पास जिम जाने का समय नहीं होता। ऐसे में एक आसान, सस्ती और बहुत असरदार एक्सरसाइज है - रस्सी कूदना (Skipping Benefits)।
यह एक ऐसी फुल-बॉडी वर्कआउट है जिसे आप घर पर या कहीं भी कम समय में कर सकते हैं। रोजाना सिर्फ 15 मिनट रस्सी कूदने से न केवल फिटनेस में सुधार होता है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों से भी बचा जा सकता है। आइए जानें रस्सी कूदने से सेहत को क्या-क्या फायदे (Health Benefits of Skipping Ropes) मिल सकते हैं।
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रस्सी कूदने के फायदे क्या हैं?
- वजन घटाने में असरदार- रस्सी कूदने से हाई कैलोरी बर्न होती है। लगभग 15 मिनट की रस्सी कूदने से 200 से 300 तक कैलोरी खर्च हो सकती है, जो तेजी से वेट लॉस करता है।
- हार्ट हेल्थ में सुधार- यह एक बेहतरीन कार्डियो वर्कआउट है, जो दिल को मजबूत बनाता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। इससे हार्ट अटैक और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं का खतरा घटता है।
- हड्डियों को मजबूती मिलती है- नियमित रस्सी कूदने से हड्डियों की डेंसिटी बढ़ती है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर का खतरा कम होता है।
- मांसपेशियों को टोन करता है- ये एक्सरसाइज पैरों, जांघों, पेट और कंधों की मसल्स को एक्टिव बनाए रखता है और उन्हें मजबूत बनाता है।
- एनर्जी और स्टैमिना में बढ़ोतरी- यह एक्सरसाइज स्टैमिना को बढ़ाती है, जिससे दिनभर एनर्जी बनी रहती है और थकान कम महसूस होती है।
- बैलेंस और कॉर्डिनेशन सुधरता है- रस्सी कूदने से शरीर के अलग-अलग अंगों के बीच ताल-मेल बेहतर होता है, जो फोकस और कॉर्डिनेशन में भी मदद करता है।
- स्ट्रेस और एंजाइटी में राहत- यह मेंटल स्ट्रेस को कम करता है और मूड को बेहतर बनाता है, क्योंकि इससे “हैप्पी हार्मोन” एंडोर्फिन रिलीज होता है।
- डायबिटीज नियंत्रण में सहायक- यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है, जिससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा कम होता है।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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