ज्यादा फोन चलाना बन सकता है Smartphone Vision Syndrome का कारण, ये लक्षण दिखें, तो हो जाएं सावधान
स्मार्टफोन हमारी जिंदगी में ऐसे घुल-मिल चुका है कि इसके बिना अब कोई भी काम करना बेहद मुश्किल लगता है। हालांकि एक तरफ इसने हमारी लाइफ को जितना आसान बना दिया है। वहीं इसके ज्यादा इस्तेमाल के कुछ नुकसान भी हैं। स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल हमारी आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है और स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम की वजह (Smartphone Vision Syndrome Causes) बन सकता है। आइए जानें इसके बारे में।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Smartphone Vision Syndrome: आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गया है। चाहे काम हो, मनोरंजन हो या बातचीत, स्मार्टफोन के बिना जीवन की कल्पना करना मुश्किल है।
हालांकि, इसके ज्यादा इस्तेमाल से कई स्वास्थ्य समस्याएं भी पैदा हो रही हैं, जिनमें से एक है "स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम" (Smartphone Vision Syndrome)। यह समस्या आंखों से जुड़ी है और लंबे समय तक स्मार्टफोन के इस्तेमाल से पैदा होती है।
आइए जानते हैं कि क्या है स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम और इसके लक्षण (Smartphone Vision Syndrome Symptoms) कैसे होते हैं। साथ ही, जानेंगे कि इससे कैसे बचें (Smartphone Vision Syndrome Prevention Tips)।
स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम क्या है?
स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम, जिसे डिजिटल आई स्ट्रेन (Digital Eye Strain) भी कहा जाता है, एक ऐसी कंडिशन है, जो लंबे समय तक स्मार्टफोन, कंप्यूटर या अन्य डिजिटल डिवाइस के इस्तेमाल से होती है। इसमें आंखों पर ज्यादा दबाव पड़ता है, जिसके कारण आंखों में थकान, ड्राईनेस और अन्य समस्याएं होने लगती हैं। यह समस्या न केवल वयस्कों, बल्कि बच्चों में भी तेजी से बढ़ रही है।
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स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम के लक्षण
स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम के लक्षण व्यक्ति के इस्तेमाल के समय और उसकी आंखों की स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करते हैं। कुछ लक्षण ऐसे हैं-
- आंखों में थकान- लंबे समय तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने से आंखों की मांसपेशियों पर जोर पड़ता है, जिससे आंखें थकी हुई महसूस होती हैं।
- आंखों में सूखापन- स्मार्टफोन का लगातार इस्तेमाल करने से आंखों की पलकें कम झपकती हैं, जिससे आंखों में नमी की कमी हो जाती है और सूखापन महसूस होता है।
- धुंधला दिखना- कई बार स्मार्टफोन के ज्यादा इस्तेमाल से धुंधला दिखाई देता है, जिससे चीजों को साफ देखने में दिक्कत होती है।
- सिरदर्द- आंखों पर पड़ने वाले दबाव के कारण सिरदर्द की समस्या भी हो सकती है।
- गर्दन और कंधे में दर्द- स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते समय गलत पोश्चर (मुद्रा) के कारण गर्दन और कंधे में दर्द हो सकता है।
- लाइट सेंसिटिविटी- कुछ लोगों को स्मार्टफोन की लाइट के कारण रोशनी से सेंसिटिविटी महसूस होती है।
- आंखों में जलन या खुजली- आंखों में जलन, खुजली या रेडनेस भी इस सिंड्रोम के सामान्य लक्षण हैं।
स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम के कारण
स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम के प्रमुख कारणों में शामिल हैं-
- लंबे समय तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करना।
- स्क्रीन की चमक और कंट्रास्ट का गलत सेटिंग।
- स्मार्टफोन को आंखों के बहुत करीब रखना।
- कम रोशनी में स्मार्टफोन का इस्तेमाल करना।
- आंखों को आराम देने के लिए ब्रेक न लेना।
बचाव के उपाय
स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम से बचने के लिए कुछ सरल उपाय अपनाए जा सकते हैं, जैसे-
- 20-20-20 नियम- हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर की किसी चीज को देखें। इससे आंखों को आराम मिलता है।
- स्क्रीन की चमक को सही सेट करें- स्मार्टफोन की रोशनी को अपने आस-पास के वातावरण के अनुसार सेट करें। ज्यादा या कम लाइट आंखों के लिए हानिकारक हो सकती है।
- ब्लू लाइट फिल्टर का इस्तेमाल- स्मार्टफोन पर ब्लू लाइट फिल्टर का इस्तेमाल करें, क्योंकि ब्लू लाइट आंखों के लिए नुकसानदायक होती है।
- नियमित ब्रेक लें- लगातार स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने के बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लेना जरूरी है।
- आंखों की जांच- नियमित रूप से आंखों की जांच करवाएं और चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करें, यदि जरूरत हो।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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