Shapewear: परफेक्ट फिट पाने के लिए हर रोज पहन रही हैं शेपवियर, तो पहले एक्सपर्ट से जान लें इसके नतीजे
Shapewear बेहद कम समय में ही शेपवियर्स ने लोगों के बीच अपनी पैठ बना ली है। इतना ही नहीं ये शेपवियर्स अलग-अलग बॉडी टाइप साइज और कलर में मौजूद हैं जिन्हें अपने हिसाब से खरीदा जा सकता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Shapewear: हर लड़की चाहती है कि इंडियन से लेकर वेस्टर्न तक वो हर आउटफिट में परफेक्ट दिखे। हालांकि, ज्यादातर महिलाओं का ये सपना केवल सपना ही रह जाता है और इसी अधूरे सपने को पूरा करने के लिए मार्केट में एक नई चीज़ का इजात किया गया है, जिसे शेपवियर कहते हैं। शरीर की अनचाही चर्बी को छिपाने और अपने फेवरेट ड्रेस में फिट आने के लिए ये शेपवियर्स काफी कारगर हैं।
बेहद कम समय में ही इन शेपवियर्स ने लोगों के बीच अपनी पैठ बना ली है। इतना ही नहीं ये शेपवियर्स अलग-अलग बॉडी टाइप, साइज और कलर में मौजूद हैं, जिन्हें अपने हिसाब से खरीदा जा सकता है। किसी पार्टी या स्पेशल ओकेजन के मौके पर इन शेपवियर्स की मदद से महिलाएं अपनी पंसदीदा ड्रेस पहनकर खुद में कॉन्फिडेंट महसूस करती हैं और खुद को जमकर फ्लॉन्ट भी करती हैं।
लेकिन कुछ लोगों में इसे रोजाना पहनने की आदत को देखा जाता है। चाहे ऑफिस जाने वाली महिलाएं हों या फिर कॉलेज जाने वाली लड़कियां, इनमें से कुछ इसे रोजाना पहनती हैं। आज इस लेख में हम यही जानने की कोशिश करेंगे कि हर रोज शेपवियर पहनना एक हेल्दी ऑप्शन है या नहीं।
दरअसल, शेपवियर पहनने के बाद हमारा शरीर शेप में नजर आने लगता है और इसलिए होता है क्योंकि एक्स्ट्रा इंचेस और फैट्स इन शेपवियर्स के अंदर दब जाते हैं, जो असल में कुछ और नहीं बल्कि हमारे मसल्स हैं। तो ऐसे में यह जानना आवश्यक हो जाता है कि घंटों तक इन मसल्स का सिकुड़ने रहना सेहत के लिए सही है या नहीं। इस बारे में अधिक जानने के लिए हमने एक्सपर्ट से बात की। तो चलिए जानते हैं कि शेपवियर के रोजाना इस्तेमाल को लेकर उनकी क्या राय है।
रोजाना शेपवियर पहनना एक हेल्दी हैबिट है?
हर रोज स्लिम और फिट दिखने की चाह रखने वाली महिलाएं शेपवियर को हर दिन घंटों पहनकर रखती हैं। इसी को लेकर हमने फोर्टिस हॉस्पिटल, शालीमार बाग की ऑब्सटैट्रिक्स और गाइनीकोलॉजी विभाग की सीनियर कंसल्टैंट डॉ उमा वैद्यनाथन से बातचत की। हमने उनसे पूछा कि क्या रोजाना शेपवियर पहनना एक हेल्दी हैबिट है? इसपर उमा वैद्यनाथन ने बताया कि हर रोज लंबे समय के लिए शेपवियर पहनना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इतना ही नहीं इसकी वजह से शरीर के महत्वपूर्ण अंगों पर कसाव बनता है, जिससे डाइजेशन की समस्याएं भी बढ़ सकती हैं। वहीं सांस लेने और ब्लड सर्कुलेशन में भी मुश्किलें आ सकती हैं। लंबे समय तक शेपवियर्स को कैरी करने से डिस्कम्फर्ट बढ़ जाता है जिससे दर्द-तकलीफ हो सकती है।
शेपवियर का कितना इस्तेमाल सुरक्षित है?
रोजाना शेपवियर पहनने से नुकसान को जानने के बाद हमने इसके इस्तेमाल को लेकर सवाल पूछे और जानना चाहा कि आखिर कितनी देर शेपवियर पहनने से ये शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। इसपर उन्होंने कहा कि, शेपवियर पहनने को लेकर यही सलाह दी जाती है कि इन्हें केवल खास अवसरों तक ही सीमित रखें और समय-समय पर इससे ब्रेक लेते रहें। इससे शरीर को खुलकर सांस लेने और रिकवर करने का मौका मिल सके।
शेपवियर कैसे चुनें?
बहुत से लोग अपने लिए परफेक्ट शेपवियर चुन पाने में असमर्थ रहते हैं क्योंकि उन्हें अपने साइज़ का अंदाजा नहीं होता। इसके अलावा कुछ लोग अपनी फिटिंग से छोटी साइज लेते, जिससे कि उनका शरीर और भी कसा हुआ नजर आ सके। इसपर ध्यान केंद्रित करते हुए वैद्यनाथन कहती हैं कि, अपने लिए सही साइज़ और फिट चुनें, बहुत ज्यादा कसावट वाले या शरीर पर अधिक दबाव बनाने वाले स्टाइल्स से बचें। इसके अलावा उन्होंने समय-समय पर अपनी त्वचा को मायश्चराइज़ करते रहने की भी सलाह दी है, ताकि इससे स्किन में खुजली या फिर अन्य किसी तरह की परेशानी पैदा न हो।
शेपवियर से जुड़े खतरे क्या हैं?
शेपवियर के रोजाना इस्तेमाल से कई तरह के जोखिम भी जुड़े हुए हैं। इसी पर ध्यान केंद्रित करते हुए डॉ उमा वैद्यनाथन ने कहा कि, शेपवियर के इस्तेमाल से स्वास्थ्य संबंधी असर को लेकर काफी अध्ययन किए गए हैं। ज्यादा टाइट और कम्प्रेशन वाले गारमेन्ट्स के लंबे समय तक पहने रखने से कई तरह के जोखिम जुड़े हुए हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ऑक्यूपेशनल सेफ्टी एंड एरगोनॉमिक्स में प्रकाशित एक अध्यन के मुताबिक यह पाया गया कि शेपवियर की वजह से लंग फंक्शन, पेट में असहजता और शारीरिक बनावट पर भी असर पड़ता है। इतना ही नहीं आर्काइव्स ऑफ एन्वायरनमेंटल एंड ऑक्यूपेशनल हैल्थ में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन में यह पाया गया कि लंबे समय तक शेपवियर पहने रहने की वजह से टेंपरेरी नर्व कम्प्रेशन और मांसपेशियों की गतिविधियों के शुरू होने में देरी भी हो सकती है, जिसके कारण व्यायाम या फिर अन्या शारीरिक गतिविधियों पर बुरा असर पड़ सकता है।
ऑब्सटैट्रिक्स और गाइनीकोलॉजी विभाग की सीनियर कंसल्टैंट डॉ उमा वैद्यनाथन कहती हैं कि, शेपवियर पहनने के परिणाम हर व्यक्ति पर अलग हो सकते हैं। इसके अलावा शेपवियर की फिटिंग, उसे कितने समय के लिए पहना गया और पहनने वाले की मेडिकल कंडीशन क्या है इनपर भी निर्भर करता है। अगर आपके मन में शेपवियर पहनने से जुड़े स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों को लेकर कोई भी शंका या सवाल हैं तो किसी हैल्थकेयर प्रोफेशनल से सलाह अवश्य लें।
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