ब्लड कैंसर की पहचान में मददगार है रात में दिखने वाला यह एक लक्षण, आज से ही हो जाएं चौकन्ना
ब्लड कैंसर एक गंभीर बीमारी है जिसके बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल सितंबर में ब्लड कैंसर अवेयरनेस मंथ मनाया जाता है। इसके शुरुआती लक्षणों की पहचान कर आप समय रहते इसका पता लगा सकते हैं। आइए जानते हैं इस कैंसर के कुछ चेतावनी संकेतों के बारे में।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जो दुनियाभर में महामारी की तरह फैल रही है। पूरी दुनिया में हर साल कई लोग इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आते हैं और कई लोग अपनी जान तक गंवा देते हैं। इसके कई प्रकार होते हैं, जिनमें से एक ब्लड कैंसर है। यह कैंसर का एक गंभीर प्रकार है और इसलिए इसके बारे में जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल हर सितंबर में ब्लड कैंसर अवेयरनेस मंथ मनाया जाता है।
इस मंथ को मनाने का मकसद ल्यूकेमिया, लिम्फोमा, मायलोमा और इससे जुड़े विकारों के बारे में लोगों को जागरूक करना और जल्दी इसका पता लगाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में एंड्रोमेडा कैंसर हॉस्पिटल, सोनीपत में मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. रमन नारंग से जानेंगे ब्लड कैंसर के कुछ ऐसे शुरुआती लक्षणों के बारे में, जिनकी मदद से आप इस बीमारी का पता लगा सकते हैं।
अचानक रात में पसीना और बुखार आना
अगर आपको रात में बिना वजह पसीना आ रहा है या बार-बार बुखार आ रहा है, तो इसे अनदेखा न करें। यह हॉजकिन और नॉन-हॉजकिन लिंफोमा दोनों का ही चेतावनी संकेत है। कई बार ल्यूकेमिया में भी ऐसे लक्षण नजर आ सकते हैं।
बिना वजह वजन कम होना और भूख न लगना
अगर कुछ हफ्तों या महीने में अचानक ही आपका वजन कम हो गया है, तो सामान्य बिल्कुल भी नहीं है। बिना डाइटिंग, तनाव या वर्कआउट के अगर आपका वजन कम हो रहा है या अगर आपकी भूख कम हो गई है, तो यह लिंफोमा के लक्षणों का हिस्सा है।
बेवजह थकान या सांस फूलना
बिना किसी कारण थकान, त्वचा का पीला पड़ना या किसी मेहनत के बिना सांस फूलना या सांस लेने में दिक्कत भी ब्लड कैंसर का चेतावनी संकेत हो सकते हैं। ल्यूकेमिया होने पर अक्सर नॉर्मल ब्लड फॉर्मेशन में दिक्कत आती है, जिससे एनीमिया हो जाता है और शरीर में इस तरह के लक्षण नजर आने लगते हैं।
हड्डी में दर्द या लगातार पीठ दर्द
मल्टीपल मायलोमा अक्सर हड्डी में दर्द, फ्रैक्चर या पीठ दर्द का कारण बनता है, जो ठीक नहीं होता। अगर आपको भी लंबे समय से लगातार शरीर में ऐसा दर्द महसूस हो रहा है, तो इसे आम समझ अनदेखा करने की भूल न करें।
बिना रैश के खुजली
आमतौर पर खुजली होना सामान्य है, लेकिन कई बार ये खुजली गंभीर हो जाती है। अगर आपको भी ऐसी ही कोई बिना रैश वाली खुजली हो रही है, तो यह हॉजकिन और नॉन-हॉजकिन लिंफोमा का एक जाना-पहचाना लक्षण है और अगर यह खुलजी लगातार बनी रहे, तो इसकी जांच होना जरूरी है।
आसानी से चोट, नाक से खून या मसूड़ों से खून आना
ल्यूकेमिया के कारण प्लेटलेट्स कम होने से आसानी से चोट लग सकती है या ब्लीडिंग हो सकती है और पेटीकिया (छोटे लाल डॉट्स) हो सकते हैं। इसलिए अचानक होने वाली ब्लीडिंग को नजरअंदाज न करें, खासकर अगर यह नया हो।
बार-बार या असामान्य संक्रमण
बार-बार होने वाले संक्रमण, खासकर थकान और बुखार के साथ, ल्यूकेमिया में कम या खराब व्हाइट ब्लड सेल्स का संकेत हो सकता है।
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