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नवरात्रि व्रत में पूरे दिन फल खाना है कितना सही और एक दिन में इनकी कितनी मात्रा लें, जानें एक्सपर्ट की राय

नवरात्रि में रखे जाने वाले नौ दिनों के व्रत में कुछ लोग पूरा दिन सिर्फ फलों पर बिताते हैं यह कितना सही है? किस तरह का फल वज़न कम करने के साथ पेट भी रखेगा फुल? फलों को कितनी मात्रा में खाएं? इन सब बातों को जानें यहां।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 07:20 AM (IST)
नवरात्रि व्रत में पूरे दिन फल खाना है कितना सही और एक दिन में इनकी कितनी मात्रा लें, जानें एक्सपर्ट की राय
फ्रोजन मेलन जिसे व्रत में जरूर करें डाइट में शामिल

फलों में बीटा-कैरोटीन, ल्यूटिन, जेक्सेंथिन, एंथो-सेइनाइन, फ्लेवोनॉइड्स, लाइकोपीन जैसे फाइटोकेमिकल्स के समूह के समृद्ध स्त्रोत होते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट की बढ़ी हुई मात्रा के साथ डाइट में फाइबर को बढ़ाते हैं। फलों के सेवन से मेटाबॉलिक प्रभाव से कोलेस्ट्रॉल की कमी होती है। एक साथ रखे गए सभी लाभ वजन घटाने से शुरू होने वाले लाभों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करते हैं, जो दिल संबंधी रोग के जोखिमों को रोकते हैं और एंटीऑक्सीडेंट क्षमता को बढ़ाते हैं।

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जरूरी टिप्स

* अगर व्रत में अचानक चक्कर आने लगते हैं तो आपको डिहाइड्रेशन की समस्या है। मतलब की कुछ-कुछ समय में आपके शरीर में कोई खाने की चीज़ नहीं जाती है तो आपके शरीर में कमजोरी आने लगती है। ऐसे में हर 3-4 घंटे में मिले-जुले फल खाएं। लंबे समय तक भूखे रहने से बचें।

* सेब और केला खाने की जगह संतरा और मौसम फल अधिक खाएं। इनमें फाइबर्स ज्यादा मात्रा में होते हैं, जिससे कब्ज की समस्या नहीं होती है और बॉडी में प्रचुर मात्रा में पानी भी मिल जाता है।

* व्रत में केले खाने के बजाय हर तीन घंटे में लस्सी पीएं। इससे बॉडी में डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होगी और चक्कर भी नहीं आएंगे। साथ ही, आपको भूख भी नहीं लगेगी। अगर जूस पीना पसंद है तो पैक्‍ड जूस पीने के बजाय ताज़ा फलों का जूस या स्मूदी पीएं। इसी तरह रात में मौसमी सब्जियां खाएं। टमाटर फल की श्रेणी में आता है। इसे भी अपनी डाइट का हिस्सा बना लें। यह आपके लिए सेहतमंद रहेगा।

* जैसे हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, ठीक उसी तरह फल खाना हानिकारक भी हो सकता है। इसके ज्यादा सेवन से मैक्रो-न्यूट्रिएंट प्रोटीन की कमी हो सकती है। फलों में चीनी और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा होती है। बहुत ज्यादा फलों का मतलब बहुत ज्यादा कार्ब्स और फ्रक्टोज़ का लेना। वैसे इस तथ्य पर विवाद और अध्ययन जारी है कि फल एक स्वस्थ भोजन है भी कि नहीं। अगर आपको डायबिटीज की समस्या है तो फलों पर ही उपवास सीमित न रखें। यह आपकी सेहत के लिए सही नहीं है। पानी ज्यादा पीएं, जिससे डिहाइड्रेशन न हो और आप स्वस्थ रहें।

फ्रोजन मेलन

सामग्री

2 कप कटा हुआ बीज रहित तरबूज, 1 कप सादा दही, 2 टेबलस्पून शहद, 1 टीस्पून नींबू का रस, 2 टेबलस्पून कटा हुआ बादाम

विधि

ब्लेंडर में तरबूज को ब्लेंड करें। इसे पेपर कप में डालें और फ्रिज में करीब एक घंटे के लिए रखें।

एक बोल में दही, शहद और नींबू का रस मिलाएं। तरबूज की परत के ऊपर से दही वाला मिश्रण और बादाम डालकर दोबारा फ्रिज में एक घंटा रखें। तैयार है फ्रोज़न मेलन। 

Pic credit- Pinterest, simplywhisked


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