सर्दियों में धूप नहीं निकलने से दिमाग में बढ़ रहा कैमिकल लोचा, हैप्पी हार्मोंस पर पड़ रहा असर
धूप नहीं निकलने से मेलाटोनिन (Happy hormones in brain) का स्तर बढ़ सकता है जो हमारे शरीर को नींद के लिए तैयार करता है। (melatonin hormone) मेलाटोनिन का स्तर बढ़ने से दिमागी टेंशन बढ़ सकती है। वहीं धूप नहीं निकलने से हैप्पी हार्मोंस जैसे कि सेरोटोनिन और डोपामाइन का स्तर कम हो सकता है जो हमारे मूड को नियंत्रित करते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सर्दियों में धूप नहीं निकलना एक आम बात है, लेकिन जब पूरे-पूरे हफ्ते सूरज अपने दर्शन न दे तो यह सेहत के लिए काफी खतरनाक है। पिछले कई दिनों से ऐसा ही हो रहा है। सूरज के दर्शन नहीं होने से लोगों की दिमागी टेंशन बढ़ गई है। इसका असर आपके हार्मोंस पर भी पड़ रहा है। बता दें कि धूप नहीं निकलने का असर आपकी पूरी बॉडी में पड़ता है। इससे आपका मूड, सेहत, विटामिन की कमी आदि शामिल हैं।
घट रहे हैं हैप्पी हार्मोंस
सर्दियों में धूप नहीं निकलने से दिमागी टेंशन बढ़ना एक आम समस्या है। अब धूप नहीं निकलने से दिमागी टेंशन बढ़ रही है। इस कारण से हैप्पी हार्मोंस घट रहे हैं। धूप नहीं निकलने का असर न्यूरो कैमिकल पर पड़ रहा है। इसका सबसे बड़ा असर अवसाद, एंजाइटी के मरीजों पर पड़ता है। वहीं धूप में विटामिन डी होता है, जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक है। विटामिन डी की कमी से दिमागी टेंशन बढ़ रही है।
धूप नहीं निकलने से बढ़ रहा चिढ़चिढ़ापन
डॉक्टर्स का कहना है कि सर्दियों में जब इंसानी शरीर को धूप नहीं मिलती है तो इसका असर तीन न्यूरो कैमिकल पर आता है। इनमें (serotonin hormone) सीरोटेनिन, (norepinephrine) नॉर एपीनेफरीन और (dopamine)डोपामीन हैं। डॉक्टर्स बताते हैं कि किसी भी इंसान को खुश रहने में यह तीनों अहम भूमिका अदा करते हैं। सर्दियों में जब धूप कम होती है तो यह सीरोटेनिन, नॉर एपीनेफरीन और डोपामीन एक्टिव नहीं होते। इस वजह से आपको चिड़चिड़ापन, टेंशन जैसी समस्या होने लगती है।
सन शाइन आवर हो रहे कम
सर्दियों में धूप निकलने का औसतन समय 7 से 8 घंटे रहता है। जबकि गर्मियों में सन शाइन आवर 9 से 10 घंटे का रहता है। सर्दियों में दिक्कत यह है कि जब कोहरा ज्यादा होता है तो कई बार सन शाइन आवर 8 घंटे से घटकर 5 घंटे रह जाता है। क्योंकि कई बार सूरज कोहरे में ढका रहता है। वहीं जब मौसम ज्यादा खराब होता है तो यह सन शाइन आवर बिल्कुल जीरो हो जाते हैं। इसलिए सर्दियों में जब सूरज निकले तो पर्याप्त धूप लेना बहुत जरूरी है।
इन समस्याओं से निपटने के लिए ये भी हैं तरीके
1. विटामिन डी की गोलियां लें: यदि आप धूप में नहीं जा सकते हैं, तो विटामिन डी की गोलियां लेना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
2. लाइट थेरेपी का उपयोग करें : लाइट थेरेपी एक प्रकार की चिकित्सा है जिसमें विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए प्रकाश का उपयोग करके मेलाटोनिन के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है।
3. व्यायाम करें: व्यायाम करने से हैप्पी हार्मोंस का स्तर बढ़ सकता है, जो आपके मूड को बेहतर बना सकता है।
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