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    मानसून में हैं सिरदर्द से परेशान? तो हो सकता है मलेरिया का संकेत, बिना देरी भागे अस्पताल

    Updated: Sun, 03 Aug 2025 12:56 PM (IST)

    बरसात के मौसम में मलेरिया का खतरा बढ़ जाता है खासकर दिल्ली-एनसीआर में। यह बीमारी मच्छरों के काटने से फैलती है और इसके लक्षण अक्सर बेहद सामान्य होते हैं जिसकी वजह से लोगों को इसकी पहचान करने में मुश्किल होती है। डॉक्टर मोनिका महाजन के अनुसार जलभराव और खराब हाइजीन इसके मुख्य कारण हैं।

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    बरसात में मलेरिया का खतरा लक्षण, कारण और बचाव के उपाय (Picture Credit- Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बरसात में अक्सर मौसम सुहाना हो जाता है और यही वजह है कि कई लोगों को यह मौसम बेहद पसंद होता है। हालांकि, इन दिनों की तरह की बीमारियों और इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। मलेरिया इन्हीं में से एक है, जो मच्छरों के काटने से होने वाली एक बीमारी है। मानसून आते ही इस बीमारी के मामले तेजी से बढ़ने लगते हैं। बीते कुछ दिनों से दिल्ली- एनसीआर में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

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    ऐसे में जरूरी है कि इस बीमारी से समय रहते बचा जाए, ताकि इसके गंभीर नतीजों को रोकने में मदद मिल सके। मलेरिया के लक्षणों और इसके कारण के बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने मैक्स हेल्थकेयर में इंटरनल मेडिसिन के डायरेक्टर डॉ. मोनिका महाजन से बातचीत की और इसके बारे में विस्तार से जाना-

    यह भी पढ़ें- इन 7 तरीकों से करें मच्छरों से खुद की सुरक्षा, होगा डेंगू और मलेरिया से बचाव

    बरसात में क्यों फैलता है मलेरिया?

    डॉक्टर ने बताया कि लगातार बारिश, जलभराव और खराब हाइजीन कुछ ऐसे कारक हैं जिनकी वजह से हर साल साल के इस समय मलेरिया के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिलती है। दुर्भाग्य से, बरसात के मौसम में फैलने वाले मलेरिया के कारण बुजुर्गों और बच्चों में जटिलताएं होने की संभावना ज्यादा होती है।

    मलेरिया के लक्षण

    मलेरिया प्लास्मोडियम प्रजाति का एक मच्छर से होने वाला इन्फेक्शन है। यह आमतौर पर कंपकंपी, सिरदर्द और बदन दर्द के साथ तेज बुखार के रूप में नजर आता है। इसके साथ ही, मलेरिया की जटिलताएं शरीर की अलग-अलग फंक्शनिंग को प्रभावित कर सकती हैं, जिनमें पीलिया, ब्रेन या किडनी डैमेज शामिल है।

    ऐसे करें मलेरिया से बचाव

    • मलेरिया से खुद को बचाने का सबसे अच्छा तरीका मच्छरों को पनपने से रोकना है।
    • साथ ही खुद को पूरी बाजू के कपड़े और पतलून से ढककर रखें, ताकि मच्छर न काटें, डीईईटी बेस्ड मच्छर भगाने वाली दवाओं का इस्तेमाल करें और अगर आपको इस बारिश के मौसम में तेज बुखार हो, तो मलेरिया की जांच जरूर करवाएं।
    • तेज बुखार का मतलब यह नहीं है कि वह वायरल है। डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड और पीलिया सहित कई बीमारियां बारिश में फैलती हैं और यह बेहद जरूरी है कि आप डॉक्टर के पास जाएं, जरूरी ब्लड टेस्ट करवाएं और उचित दवा लेना शुरू करें।
    • अगर मलेरिया का समय पर इलाज नहीं किया गया, तो यह जानलेवा भी हो सकता है। इसलिए यह याद रखना जरूरी  है कि यह बारिश का मौसम है, मलेरिया के मामले बढ़ रहे हैं।

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