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    मानसून बनाना चाहते हैं खुशनुमा, तो जरूर बरतें ये 5 सावधानियां, वरना लगाने पड़ेंगे डॉक्टर के चक्कर

    तेज गर्मी के बाद मानसून राहत तो देता है, पर आद्रता, गंदा पानी और मच्छरों के कारण यह मौसम डेंगू, मलेरिया जैसी तमाम बीमारियों का जोखिम भी पैदा करता है। सेहतमंद रहने के लिए (Health Tips) मानसून के मौसम में कैसी सावधानियां बरतनी चाहिए, आइए डा.हरप्रीत सिंह (प्रोफेसर, इंटरनल मेडिसिन, एमएएमसी एंड एसी. एलएनएच दिल्ली) से जानते हैं।

    By Brahmanand MishraEdited By: Swati Sharma Updated: Wed, 25 Jun 2025 08:45 AM (IST)
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    बारिश के मौसम में बढ़ जाता है बीमारियों का खतरा (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बारिश शुरू होने के साथ ही आद्रता बढ़ना और जगह-जगह जलजमाव होना स्वाभाविक है। इससे वायरस और बैक्टीरिया के पनपने के लिए वातावरण तैयार हो जाता है। ऐसे में जरा सी लापरवाही डेंगू, मलेरिया से लेकर पेट के संक्रमण जैसी बीमारियां गिरफ्त में ले सकती हैं। इससे बचने के लिए (Monsoon Health T) हमें तीन स्तरों पर तैयारी करनी होगी। पहली, भोजन व पानी को साफ और स्वच्छ रखना है, दूसरी, दूषित पानी से होने वाले पेट और त्वचा के संक्रमण से बचना होगा और तीसरी, मच्छरों से होने वाली डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों को लेकर सतर्क होना होगा।

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    मानसून में बरतें ये 5 सतर्कता

    खाने-पीने में रहे सतर्कता

    मानसून में पानी के दूषित होने, आसपास साफ-सफाई नहीं होने के कारण बीमारी की आशंका बढ़ जाती 'है। ऐसे में अगर पीने का पानी और भोजन भी अस्वच्छ हुआ, तो पेट का संक्रमण होना और आपका बीमार पड़ना स्वाभाविक है। दरअसल, इस मौसम में नमी और तापमान में हो रहे उतार-चढ़ाव से खाना जल्दी खराब हो जाता है। इस तरह का खाना बीमार बना सकता है। साथ ही स्टोर किए हुए या अधपका खाना से भी संक्रमण हो सकता है। भोजन अस्वच्छ होने से पेट संबंधी बीमारियां होती है।

     

    पानी लें साफ व सुरक्षित स्रोत से

    कुछ जगहों पर स्वच्छ पानी की सप्लाई बाधित हो जाती है। इससे बोरिंग या बाहर के पानी पर निर्भरता बढ़ जाती है। अस्वच्छ पानी का इस्तेमाल सेहत के लिए जोखिम भरा हो सकता है। दूषित पानी के चलते पेट खराब होने, आतों के संक्रमण, डायरिया जैसी अनेक समस्याएं इन दिनों ज्यादा देखने में आती है। इसलिए जरूरी है कि किसी अनजान स्रोत से या सड़क के किनारे किसी वेंडर से पानी लेते समय ज्यादा सावधान रहें। घर के साफ पानी का ही इस्तेमाल करें।

     

    मच्छरों से बचना है जरूरी

    बारिश के दिनों में मच्छरों से होने वाली बीमारियों को लेकर सबसे ज्यादा सतर्क होने की जरूरत है। खासकर जब बारिश खत्म होती है, तो मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। इसमें तीन तरह की समस्याएं होती हैं, मच्छरों के काटने से डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया इसमें अगर मलेरिया की पहचान समय पर हो जाए तो सही उपचार हो जाता है । लेकिन, डेंगू में समस्या गंभीर हो सकती है। इसमे कई बार आइसीयू में भर्ती कराने की नौबत आ जाती है। वहीं चिकनगुनिया का संक्रमण होने की दशा में जोड़ों का दर्द हफ्तों महीनों तक बना रहता है।

    यह भी पढ़ें: मानसून में बढ़ जाता Dengue का खतरा, इन लक्षणों को न करें इग्‍नोर; फटाफट नोट कर लें बचाव के ये तरीके


    न हो पेट और त्वचा संक्रमण

    अशुद्ध पानी से पेट का संक्रमण, डायरिया, कालरा आदि हो सकता है। इस तरह के पानी से त्वचा संक्रमण होने का जोखिम रहता है। जिन्हें पहले से त्वचा संबंधी परेशानी है, उन्हें गंभीर समस्या हो सकती है। कपड़ों के सही ढंग से नहीं सूखने या उसमे नमी रह जाने के कारण भी त्वचा की बीमारी हो सकती है। कपड़ों को अच्छी तरह से सुखाकर ही पहनना चाहिए। इसी तरह बाल अगर गीले रह जाएं तो सिर में भी फंगल, खुजली या एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए सिर को अच्छी तरह से सुखाकर रखना चाहिए।

     

    बचाव के लिए करें ये उपाय

    • इस मौसम में स्वस्थ रहने के लिए सबसे आसान उपाय यही है कि आप स्वच्छ पेयजल का इस्तेमाल करें।
    • आसपास पानी जमा ना होने पाए और घर के अंदर व बाहर साफ- सफाई का विशेष तौर पर ध्यान रखें।
    • अगर भोजन एक दिन से पुराना और सही ढंग से फ्रोजन नहीं हुआ है, तो उसका प्रयोग बिल्कुल भी न करें ।
    • फ्रीज से निकालने के बाद भोजन को सही ढंग से गर्म करके ही प्रयोग करना चाहिए।
    • कटे हुए फल या खाद्य पदार्थ जिन पर मविखयां बैठ रही हो प्रयोग से बचना चाहिए।
    • अगर आरओ का पानी उपलब्ध नहीं है तो एक बड़े पतीले में पानी को उबाल कर उसका प्रयोग कर सकते हैं।
    • पानी अगर साफ नहीं आ रहा है तो 500 ली. पानी में एक क्लोरिन का टैबलेट डालकर प्रयोग कर सकते हैं ।
    • घर के बाहर गमलों, कूलर आदि में पानी जमा नहीं होने देना चाहिए। मच्छरों को रोकने के लिए उसमें थोड़ा तेल डाल सकते है।
    • अगर डायरिया की समस्या हो रही है तो हाइड्रेशन का खयाल रखना होगा । अगर यह परेशानी 24 से 48 घंटे तक बनी रहती है तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
    • मच्छरों से बचने के लिए पूरी बांह के कपड़े पहनने चाहिए मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए।