Toothache Treatment: रात को ही क्यों सताता है दांत का दर्द, जानिए कारण और बचाव के खास उपाय
Prevent for Tooth Pain दांतों में दर्द ज्यादा गर्म या ठण्डा खाना खाने की वजह से दांतों की सफाई नहीं रखने कैल्शियम की कमी बैक्टीरियल इंफेक्शन या फिर दांतों की जड़ों के कमजोर होने की वजह से होता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। दांतों का दर्द बेहद परेशान करता है, इस दर्द की वजह से खाना-पीना सब कुछ दूभर हो जाता है। दांतों में दर्द ज्यादा गर्म या ठण्डा खाना खाने की वजह से, सफाई नहीं रखने, कैल्शियम की कमी, बैक्टीरियल इंफेक्शन या फिर दांतों की जड़ों के कमजोर होने की वजह से होता है। कई बाद अक्ल दाढ़ निकलने के दौरान भी दांतों में दर्द रहता है। साइनस का संक्रमण भी कुछ लोगों में दांत दर्द की वजह हो सकता है। क्या दांत में दर्द रात को ज्यादा परेशान करता है तो जानिए कारण और उसका उपचार-
रात में दांत का दर्द ज्यादा होने का कारण?
लेकिन कभी आपने सोचा है कि दांतों का दर्द दिन से ज्यादा रात को परेशान करता है। दांत के आसपास उत्तेजित नर्व की वजह से दांत में दर्द रहता है, यह दर्द रात में ज्यादा परेशान करता है। जब कोई शख्स लेटता है, तो ब्लड सिर की तरफ तेज चलता है, उस हिस्से में अतिरिक्त ब्लड दर्द और दबाव को बढ़ा सकता है जिससे दांत में दर्द महसूस होता है।
नमक के पानी से कुल्ला करें:
दांत दर्द का सबसे बेस्ट उपचार है नमक के पानी से कुल्ला करना। नमक के पानी से कुल्ला करने से दांत या मसूढ़े में फंसे खाने के टुकड़े बाहर निकल जाते हैं। ये प्राकृतिक बैक्टीरिया रोधी उपचार है जो सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
लौंग का पेस्ट लगाएं:
लौंग में यूजेनॉल नामक मुख्य घटक मौजूद होता है जो दर्द नाशक के तौर पर काम करता है। लौंग का इस्तेमाल करने के लिए आप पानी में लौंग को भिगोकर उसका पेस्ट बनाएं और दांत पर लगाएं। दर्द वाली जगह पर एक लौंग रखने से भी दर्द से राहत मिलती है।
पुदीने के सेवन से दर्द होता है कम:
पुदीना चूसने से अस्थायी तौर पर दर्द दूर करने में मदद मिलती है। एक रिसर्च के मुताबिक पुदीने में बैक्टीरिया रोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, सक्रिय घटक मेन्थॉल का दर्द नाशक में थोड़ा प्रभाव भी हो सकता है।
लहसुन करता है दांत दर्द का उपचार:
लहसुन का मुख्य घटक एलीसिन होता है जिसका मजबूत बैक्टीरिया रोधी प्रभाव दांत के दर्द के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया को खत्म करता है। दर्द वाली जगह पर लहसुन का इस्तेमाल करने से भी दर्द से राहत मिलती है।
दर्द निवारक दवा का करें इस्तेमाल:
पेन किलर इबुप्रोफेन या एसिटामिनोफेन जैसे पेन किलर हल्के से मध्य दर्द में मदद करते है। अगर इस दवा के सेवन के बाद भी दर्द रहे तो डॉक्टर से संपर्क करें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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