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    Health Tips: भूलकर भी अनदेखा न करें पैरों की झनझनाहट, इन गंभीर बीमारियों का हो सकता है संकेत

    Updated: Wed, 11 Sep 2024 07:35 AM (IST)

    आपके साथ भी ऐसा कई बार हुआ होगा कि पैरों में अचानक झुनझुनी होने लगती है। इसे हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन इसके कई बार कुछ स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं (Tingling Feet Causes) भी होती हैं। हालांकि कई बार ये हमारे बैठने के पोजीशन के कारण भी हो सकता है। आइए जानें पैरों में बार-बार झुनझुनी होने की वजहों के बारे में।

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    Tingling in Feet: पैरों में झुनझुनी के पीछे हो सकते हैं ये कारण (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Tingling Feet Causes: पैरों में झुनझुनी होना काफी आम होता है, जिसका अनुभव हम सभी ने कभी न कभी तो किया है। इसमें ऐसा लगता है, जैसे पैरों पर छोटी-छोटी चीटियां चल रही हैं। यह काफी असहज होता है, जो अगर बार-बार होने लगे, तो चिंता का कारण भी बन सकता है। हालांकि, ज्यादातर मामलों में, पैरों में झुनझुनी का कारण (Tingling Feet Reasons) कोई गंभीर बीमारी नहीं होती है। इस आर्टिकल में हम पैरों में झुनझुनी होने के कुछ सामान्य कारणों के बारे में जानने की कोशिश करेंगे। 

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    पैर में झुनझुनी (Tingling In Feet) होने के कारण

    न्यूरोपैथी

    न्यूरोपैथी एक ऐसी समस्या है, जिसमें नर्व डैमेज होने लगता हैं। यह अलग-अलग कारणों से हो सकता है, जैसे-

    • डायबिटीज- डायबिटीड ब्लड शुगर लेवल को ठीक से नियंत्रित न कर पाने की वजह से होता है। हाई ब्लड शुगर के स्तर से नर्व्स को नुकसान हो सकता है, जिससे पैरों में झुनझुनी महसूस हो सकती है।
    • विटामिन की कमी- विटामिन बी-12 की कमी से नर्व्स को नुकसान होता है। यह विटामिन आपके नर्वस सिस्टम के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
    • शराब पीना- ज्यादा शराब पीने से नर्व्स डैमेज हो सकती हैं।
    • ऑटोइम्यून डिजीज- ऑटोइम्यून डिजीज में, आपका शरीर अपने ही सेल्स पर हमला करता है, जिसमें नर्व्स भी शामिल हो सकती हैं।

    यह भी पढ़ें: Diabetes में दिखने वाले ये लक्षण करते हैं नर्व डैमेज की ओर इशारा, भूलकर भी न करें अनदेखा

    ब्लड सर्कुलेशन की कमी

    जब ब्लड आपके पैरों में सही मात्रा में प्रवाहित नहीं होता है, तो यह झुनझुनी का कारण बन सकता है। यह कई कारणों से हो सकता है, जैसे-

    पोजिशनल क्रैम्प्स

    जब आप लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे या खड़े रहते हैं, तो आपके पैरों में मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है, जिससे झुनझुनी महसूस हो सकती है। यह स्थिति आमतौर पर अस्थायी होती है और आराम करने से ठीक हो जाती है।

    गर्भावस्था

    गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल बदलाव और भ्रूण का विकास पैरों के ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित कर सकता है, जिससे झुनझुनी महसूस हो सकती है। यह स्थिति आमतौर पर गर्भावस्था के बाद ठीक हो जाती है।

    दवाएं

    कुछ दवाएं, जैसे कि ब्लड प्रेशर की दवाएं या एंटीडिप्रेसेंट्स, पैरों में झुनझुनी का कारण बन सकती हैं। यदि आप कोई दवा ले रहे हैं और पैरों में झुनझुनी महसूस कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।

    यदि आपको पैरों में झुनझुनी का अनुभव हो रहा है और यह लंबे समय तक जारी रहता है, तो अपने डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

    झुनझुनी कम करने के तरीके

    पैरों में झुनझुनी को कम करने के लिए कुछ घरेलू उपाय भी अपनाए जा सकते हैं, जैसे कि-

    • नियमित रूप से व्यायाम करना
    • हेल्दी डाइट खाना
    • स्ट्रेस मैनेजमेंट तकनीकें अपनाना
    • पैरों को ऊंचा रखना
    • थोड़ी देर वॉक करना
    • विटामिन बी-12 से भरपूर फूड्स खाएं

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