हल्के में मत लीजिए बालों का झड़ना और बार-बार UTI होना, Vitamin-D की कमी हो सकती इसकी वजह
विटामिन-डी हमारे शरीर में कई सारे जरूरी काम करता है और इसलिए शरीर के अच्छे और सही विकास के लिए बेहद जरूरी है। हालांकि बदलती लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों के कारण अक्सर शरीर में इसकी कमी (Vitamin D deficiency symptoms) होने लगती है। ऐसे में शरीर कुछ संकेतों की मदद से इसका संकेत देता है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ संकेत।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। विटामिन डी (Vitamin-D) हमारे सही विकास में अहम भूमिका निभाता है। यह फैट में मौजूद एक घुलनशील विटामिन है, जो हार्ट फंक्शनिंग समेत कई जरूरी कामों में मदद करता है। इसलिए शरीर में इस जरूरी विटामिन का होना बेहद जरूरी माना जाता है। हालांकि, कई शरीर में इसकी कमी होने लगती है।
जब शरीर में काम करने के लिए पर्याप्त विटामिन डी नहीं होता है, तो यह विभिन्न लक्षणों के जरिए संकेत देता है। आमतौर पर कमजोर हड्डियां और थकान जैसे लक्षण विटामिन डी की कमी से जुड़े होते हैं, लेकिन कुछ ऐसे संकेत भी होते हैं, जो काफी असामान्य होते हैं और विटामिन-डी की कमी का संकेत देते हैं। आइए जानते हैं इसके कुछ ऐसे असामान्य लक्षणों के बारे में-
बालों का झड़ना
अगर बिना किसी ज्ञात वजह के आपके बाल झड़ रहे हैं, तो तुरंत अपने विटामिन-डी लेवल की जांच करवाएं। दरअसल, शरीर में विटामिन-डी की कमी होने पर बाल झड़ने की समस्या होती है, जिसे लोग अक्सर अनदेखा कर देते हैं। यह विटामिन हेयर फॉसिकल्स को बनाने में अहम भूमिका निभाता है और इसकी कमी को एलोपेसिया एरीटा जैसी कंडीशन से जोड़ा गया है, जो एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है, जो बालों के झड़ने का कारण बनता है।
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मांसपेशियों में बिना वजह डर
विटामिन डी की कमी का हैरान करने वाला संकेत क्रोनिक मसल्स में दर्द है। कई लोग इसे सामान्य थकान या उम्र बढ़ने का संकेत मानते हैं, लेकिन यह विटामिन-डी की कमी हो सकती है। विटामिन डी मसल्स की फंक्शनिंग में अहम भूमिका निभाता है और इसकी कमी से मांसपेशियों में कमजोरी, ऐंठन और लंबे समय तक दर्द हो सकता है। अगर आपको भी पर्याप्त आराम के बावजूद लगातार बेचैनी महसूस होती है, तो यह विटामिन डी की कमी हो सकती है।
यूटीआई
अगर आपको बार-बार यूटीआई हो रहा है, तो यह विटामिन-डी की कमी का संकेत हो सकता है। यह आपके शरीर को नेचुरल एंटीबायोटिक्स बनाने में मदद करता है, जो इन्फेक्शन को रोकने में मदद करता है। ऐसे में विटामिन डी की कमी होने पर यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन यानी यूटीआई की समस्या हो सकती है है, खासकर महिलाओं को ज्यादा होती हैं।
पेट से जुड़ी समस्याएं
विटामिन डी की कमी से पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे IBS (इरिटेबल बाउल सिंड्रोम), ब्लोटिंग, दस्त और कब्ज हो सकती है। चूंकि विटामिन-डी गट माइक्रोबायोम का सपोर्ट करता है और सूजन को कम करता है, इसलिए इसकी कमी होने पाचन संबंधी समस्याओं और इन्फेक्शन खतरा बढ़ सकता है।
मूड स्विंग्स होना
विटामिन डी ब्रेन की फंक्शनिंग और सेरोटोनिन के प्रोडक्शन के लिए जरूरी है। सेरोटोनिन मूड रेगुलेट करने के लिए जिम्मेदार हार्मोन है। ऐसे में शरीर में इसकी कमी से मूड खराब हो सकता है, एंग्जायटी या डिप्रेशन भी हो सकता है। इतना ही नहीं विटामिन-डी की कमी वाले लोग अक्सर बदलते मौसम में सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर का भी सामना करते हैं।
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Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो, तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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