आइसक्रीम समझकर कहीं आप भी तो नहीं खा रहे फ्रोजन डेजर्ट? नुकसान जानेंगे तो तुरंत कर लेंगे तौबा
गर्मी में हर किसी को आइसक्रीम खाना पसंद होता है। लेकिन आपको बता दें कि इस आइसक्रीम की जगह और कुछ भी हो सकता है। हम फ्रोजन डेजर्ट की बात कर रहे हैं। दरअसल फ्रोजन डेजर्ट और आइसक्रीम दोनों अलग-अलग चीजें होती हैं। ज्यादातर लोगों की इसकी जानकारी नहीं होती है। ऐसे में वे धोखें में रहते हैं। आपको इनमें अंतर जानना जरूरी है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। जब गर्मी अपने चरम पर हाेती है तो आइसक्रीम खाने का मजा ही कुछ और होता है। हालांकि आपको जानकर हैरानी होगी कि आइसक्रीम से ज्यादा बिक्री बाजार में फ्रोजन डेजर्ट्स की हो रही है। क्योंकि हम में से ज्यादातर लोग इन दोनों के बीच का फर्क ही नहीं समझ पाते हैं।
आपको यह जानना जरूरी होता है कि आइसक्रीम और फ्रोजन डेजर्ट को बनाने में अलग-अलग चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। थोड़ी सी जानकारी बढ़ाकर आप आइसक्रीम और फ्रोजन डेजर्ट्स का अंतर समझ सकते हैं और सेहत का भी ख्याल रख सकते हैं। आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि इन दोनों में क्या अंतर होता है। ये सेहत को कितना नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये भी जानेंगे कि इन्हें कैसे पहचाना जा सकता है। आइए जानते हैं विस्तार से-
आइसक्रीम और फ्रोजन डेजर्ट में अंतर
आइसक्रीम को दूध या क्रीम से बनाकर तैयार किया जाता है जबकि फ्रोजन डेजर्ट में वेजिटेबल फैट का इस्तेमाल होता है। उदाहरण के लिए, जैसे मिल्क फैट की कीमत अगर 400 रुपये प्रति किलो है, तो वहीं वेजिटेबल फैट का रेट 100 रुपये के करीब होता है। ऐसे में आइसक्रीम के मुकाबले फ्रोजन डेजर्ट के रेट्स कम रहते हैं। इसके अलावा फ्रोजन डेजर्ट में लिक्विड ग्लूकोज का इस्तेमाल किया जाता है।
वहीं आइसक्रीम में कैलोरी ज्यादा पाई जाती है, क्योंकि इसे बनाने के लिए मिल्क फैट का इस्तेमाल किया गया होता है। वहीं दूसरी तरफ फ्रोजन डेजर्ट में कैलोरी कम होती है क्योंकि इसे बनाने के लिए डेयरी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल नहीं किया गया होता है।
सेहत के लिए कौन ज्यादा नुकसानदायक?
ट्रांस फैट का असर
फ्रोजन डेजर्ट में पाए जाने वाले हाइड्रोजनेटेड वेजिटेबल ऑयल में ट्रांस फैट की मात्रा अधिक होती है। ट्रांस फैट दिल की बीमारियों, मोटापे और कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते हैं। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म रेट को धीमा करता है और लंबे समय में मोटापा बढ़ा सकता है।
शुगर और कैलोरी की मात्रा
दोनों में ही शुगर की मात्रा ज्यादा होती है, लेकिन फ्रोजन डेजर्ट में आर्टिफिशियल स्वीटनर और एडिटिव्स भी हो सकते हैं, जो पाचन तंत्र के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।
पाचन संबंधी हो सकती हैं दिक्कतें
आइसक्रीम में नेचुरल डेयरी होती है, जिससे कुछ लोगों को लैक्टोज इनटॉलेरेंस की समस्या हो सकती है। वहीं फ्रोजन डेजर्ट में वेजिटेबल ऑयल और आर्टिफिशियल फ्लेवर होते हैं, जो पेट में जलन और पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
फ्रोजन डेजर्ट की पहचान करने का तरीका
आइसक्रीम खरीदने से पहले आप पैक पर दी गई इंग्रेडिएंट्स लिस्ट जरूर चेक कर लें। यहां आपको लिखा हुआ मिल जाएगा कि इसे बनाने के लिए डेयरी सोर्स की जगह वेजिटेबल ऑयल का इस्तेमाल किया गया है।
क्या खाएं और क्या नहीं?
अगर आप गर्मी में आइसक्रीम खाना पसंद करते हैं तो बेहतर होगा कि आप असली आइसक्रीम ही खाएं। फ्रोजन डेजर्ट से बचें। आइसक्रीम को भी बहुत ज्यादा मात्रा में न खाएं क्योंकि इसमें भी अधिक शुगर और फैट होता है।
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